181. संतों का जीवन इतिहास जो कविता रूप में राजस्थान में उपलब्ध है, ______ के नाम से जाना जाता है।निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. वचनिका
- B. झूलना
- C. पारची
- D. झमाल
व्याख्या: राजस्थान में कविता के रूप में लिखे गए संतों के जीवन इतिहास या जीवन चरित्र को 'परची' (पारची) कहा जाता है।
182. ‘जीवन कुटीर के गीत’ निम्न में से किसके द्वारा लिखा गया -
- A. जयनारायण व्यास
- B. हीरालाल शास्त्री
- C. गोकुल भाई भट्ट
- D. हरिभाऊ उपाध्याय
व्याख्या: ‘जीवन कुटीर के गीत’ नामक रचना राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी हीरालाल शास्त्री द्वारा लिखी गई थी।
183. रामस्वरूप किसान रो कहाणी - संग्रै नीं है -
- A. धान कथावां
- B. तीखी धार
- C. बारीक बात
- D. हाडाखोड़ी
व्याख्या: 'तीखी धार', 'बारीक बात' और 'हाडाखोड़ी' रामस्वरूप किसान के कहानी संग्रह हैं। 'धान कथावां' उनकी रचना नहीं है।
184. सुप्रसिद्ध कायाबेलि ग्रंथ की रचना किसने की -
- A. सूरदास
- B. दादू दयाल
- C. प्रतापसिंह
- D. रहीम
व्याख्या: ‘कायाबेलि’ ग्रंथ की रचना संत दादू दयाल ने की थी, जो दादू पंथ के प्रवर्तक थे। यह उनकी शिक्षाओं का सार है।
185. ‘प्रबंधकोष’ का लेखक निम्न लिखित में से कौन था -
- A. राजशेखर
- B. सोमेश्वर
- C. मेरूतुंग
- D. ऊमरदान
व्याख्या: ‘प्रबंधकोष’ के लेखक जैन आचार्य राजशेखर सूरि थे। यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और साहित्यिक ग्रंथ है।
186. पाल्हण कवि री ख्याति किण रचना रे पांण है -
- A. जीवदया रास
- B. चंदनवाला रास
- C. नेमिनाथ बारहमासा
- D. जम्बूस्वामी रास
व्याख्या: कवि पाल्हण को उनकी रचना 'नेमिनाथ बारहमासा' के कारण विशेष ख्याति प्राप्त है। यह बारहमासा शैली का एक प्रारंभिक ग्रंथ है।
187. राजस्थानी भाषा का निम्न में से कौनसा ग्रंथ गद्य एवं पद्य दोनों में लिखा गया -
- A. कान्हड़दे प्रबंध
- B. अचलदास खीची री वचनिका
- C. हरिकेलि
- D. वेलि क्रिसन रुकमणी री
व्याख्या: शिवदास गाडण द्वारा रचित ‘अचलदास खीची री वचनिका’ गद्य और पद्य मिश्रित चंपू शैली में लिखी गई है।
188. गलत युग्म चुनिए -
- A. द्वारकानाथ भट्ट – राग चंद्रिका
- B. दलपत – खुमाण रासो
- C. कुम्भा – संगीत राज
- D. विजयदान देथा – आशाघर
व्याख्या: 'आशाघर' विजयदान देथा की रचना नहीं है। 'बातां री फुलवारी', 'दुविधा', 'अलेखूं हिटलर' आदि उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं। अन्य सभी युग्म सही हैं।
189. निम्न में से किसने ‘ईश्वर विलास महाकाव्य’ लिखा था -
- A. शिवानन्द गोस्वामी
- B. रत्नाकर भट्ट
- C. कृष्ण भट्ट
- D. मधुसुदन ओझा
व्याख्या: ‘ईश्वर विलास महाकाव्य’ की रचना कृष्णभट्ट कवि कलानिधि ने की थी। वे जयपुर के महाराजा सवाई ईश्वरी सिंह के दरबारी कवि थे।
190. राजवल्लभ के लेखक थे -
- A. मण्डन
- B. संत हनवंत किंकर
- C. दलपत विजय
- D. गौरीशंकर हीराचंद ओझा
व्याख्या: ‘राजवल्लभ’ के लेखक महाराणा कुंभा के प्रमुख शिल्पी सूत्रधार मंडन थे। यह ग्रंथ वास्तुकला से संबंधित है।