51. विश्वामित्र दाधीच _____ के क्षेत्र में अपने योगदान के लिये प्रसिद्ध हैं।
- A. अभिनय
- B. चित्रकला
- C. साहित्य
- D. संगीत
व्याख्या: विश्वामित्र दाधीच राजस्थानी साहित्य के एक जाने-माने लेखक और कवि हैं। उन्हें साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।
52. ‘हालां झालां रा कुंडळिया’ काव्य रचना रा सिरजक है-
- A. ठाकुर जसाजी
- B. बांकीदास
- C. मोहन आलोक
- D. ईसरदास
व्याख्या: ‘हालां झालां रा कुंडळिया’ एक प्रसिद्ध राजस्थानी काव्य रचना है जिसके रचयिता ईसरदास बारहठ हैं।
53. सुमेलित कीजिए:पुस्तक लेखकa. हम्मिरायण 1. बादरb. वीरमायण 2. मंछाराम सेवगc. रघुनाथ रूपक 3. भांडउ व्यासकूट : a b c
- A. 1 2 3
- B. 3 2 1
- C. 2 1 3
- D. 3 1 2
व्याख्या: सही सुमेलन इस प्रकार है: हम्मिरायण - भांडउ व्यास, वीरमायण - बादर, रघुनाथ रूपक - मंछाराम सेवग।
54. निम्न में से कौन राजतंगिणी का लेखक है -
- A. कबीर
- B. कल्हण
- C. राणा कुम्भा
- D. राणा सांगा
व्याख्या: ‘राजतरंगिणी’ कश्मीर के इतिहास पर आधारित एक प्रसिद्ध संस्कृत ग्रंथ है, जिसके लेखक 12वीं सदी के कश्मीरी विद्वान कल्हण हैं।
55. वह काव्य ग्रंथ, जो किसी राज़ा की महानता, उसकी विजय, युद्ध और वीरता का वर्णन करता है, कहलाता है :-निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. प्रकास
- B. वेली
- C. विगट
- D. रासो
व्याख्या: रासो काव्य परंपरा में किसी राजा या सामंत के जीवन, वीरता, युद्ध और विजयों का यशोगान किया जाता है। यह वीर-गाथात्मक साहित्य का एक प्रमुख रूप है।
56. रणमल्ल छंद के रचयिता थे -
- A. श्रीधर व्यास
- B. बीठू सूजा
- C. माधोदास
- D. केशवदास
व्याख्या: ‘रणमल्ल छंद’ के रचयिता श्रीधर व्यास थे। इस ग्रंथ में ईडर के राजा रणमल और पाटन के सूबेदार के बीच हुए युद्ध का वर्णन है।
57. राजस्थानी साहित्य रै आदिकाल रा जैन सैली रा रचनाकार है-
- A. श्रीधर व्यास
- B. आसगु
- C. नरपति नाल्ह
- D. असाइत
व्याख्या: कवि आसगु आदिकालीन राजस्थानी साहित्य के जैन शैली के प्रमुख रचनाकार हैं। उनकी रचना 'चंदनबाला रास' प्रसिद्ध है।
58. खुमाण रासो की स्थापना किसने की थी -
- A. दलपत विजय
- B. मण्डन
- C. जसनाथजी
- D. ब्रज सैन सूरि
व्याख्या: ‘खुमाण रासो’ नामक ग्रंथ की रचना दलपत विजय ने की थी। इसमें मेवाड़ के शासकों का वर्णन है।
59. ‘हम्मीर हठ’ के लेखक थे -
- A. करणीदान
- B. सदाशिव भट्ट
- C. चन्द्रशेखर
- D. नयनचन्द्र सूरी
व्याख्या: ‘हम्मीर हठ’ नामक ग्रंथ के लेखक चंद्रशेखर थे, जो रणथम्भौर के शासक हम्मीर देव चौहान के जीवन पर आधारित है।
60. ‘राजविनोद’ का रचयिता कौन था -
- A. नरौत्तम
- B. सदाशिव भट्ट
- C. श्यामल दास
- D. किशोरदास
व्याख्या: ‘राजविनोद’ के रचयिता सदाशिव भट्ट थे, जो बीकानेर के महाराजा कल्याणमल के आश्रित कवि थे।