81. बावडियों का शहर के नाम से प्रसिद्ध शहर है-
- A. जयपुर
- B. भरतपुर
- C. बु्ॅदी
- D. बांदीकुई
व्याख्या: बूंदी अपनी असंख्य कलात्मक बावड़ियों (stepwells) के लिए प्रसिद्ध है, जिस कारण इसे 'बावड़ियों का शहर' कहा जाता है।
82. जैसलमेर का प्राचीन नाम क्या था -
- A. मांड
- B. धाड़
- C. मरु
- D. मारन
व्याख्या: जैसलमेर क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध और स्वीकृत प्राचीन नाम 'मांड' है।
83. निम्नलिखित में से कौन सा स्थान राजस्थान के खजुराहो के नाम से प्रसिद्ध है -
- A. किराडू
- B. आभानेरी
- C. बड़ौली
- D. दिलवाड़ा
व्याख्या: बाड़मेर में स्थित किराडू के मंदिर अपनी मूर्तिकला और मिथुन-शिल्प के कारण 'राजस्थान का खजुराहो' कहलाते हैं।
84. राजस्थान का कौनसा जिला ‘डांग की रानी’ के नाम से प्रसिद्ध है -
- A. धौलपुर
- B. करौली
- C. अलवर
- D. पाली
व्याख्या: डांग क्षेत्र के मध्य में स्थित होने के कारण करौली जिले को 'डांग की रानी' के नाम से जाना जाता है।
85. राजस्थान में निम्नलिखित में से कौन-सा ‘संगमरमर शहर’ के रूप में प्रसिद्ध है -
- A. खेतड़ी
- B. मकराना
- C. नचना
- D. बीदासर
व्याख्या: नागौर जिले में स्थित मकराना अपने उच्च गुणवत्ता वाले सफेद संगमरमर के लिए विश्व प्रसिद्ध है, इसलिए इसे 'संगमरमर शहर' कहा जाता है।
86. असुमेलित जोड़े को छांटिए-वर्तमान नाम प्राचीन नाम
- A. भरतपुर विराट
- B. जालौर स्वर्णगिरी
- C. उदयपुर शिवि
- D. गंगानगर यौद्धेय
व्याख्या: विराट (विराटनगर) जयपुर के पास स्थित बैराठ का प्राचीन नाम था, न कि भरतपुर का। भरतपुर और अलवर का क्षेत्र मत्स्य देश कहलाता था। अन्य सभी जोड़े सही हैं।
87. नाथद्वारा का मौलिक नाम क्या था -
- A. बानरा
- B. कानोर
- C. सिहाद
- D. बेडला
व्याख्या: नाथद्वारा शहर का मूल नाम 'सिहाड़' नामक एक गाँव था, जिसे बाद में श्रीनाथजी के मंदिर की स्थापना के बाद नाथद्वारा कहा जाने लगा।
88. तीव्र ढाल वाली उबड़-खाबड़ पहाडि़याँ पुर्वी सिराही की स्थानिय भाषा में कहलाती है-
- A. नाल
- B. मगरा
- C. भाकर
- D. गिरवा
व्याख्या: पूर्वी सिरोही में स्थित तीव्र ढाल वाली और ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों को स्थानीय बोली में 'भाकर' कहा जाता है।
89. तीव्र ढाल वाली उबड़-खाबड़ पहाडि़याँ पुर्वी सिराही की स्थानिय भाषा में कहलाती है-
- A. नाल
- B. मगरा
- C. भाकर
- D. गिरवा
व्याख्या: पूर्वी सिरोही में स्थित तीव्र ढाल वाली और ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों को स्थानीय बोली में 'भाकर' कहा जाता है।