151. राजस्थान की किस चित्रकला शैली में माथेराण परिवार का योगदान सर्वाधिक माना जाता है -
- A. जयपुर शैली
- B. जोधपुर शैली
- C. कोटा शैली
- D. बीकानेर शैली
व्याख्या: मथेरण (या माथेराण) समुदाय ने बीकानेर चित्रकला शैली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया, विशेष रूप से पौराणिक विषयों पर चित्र बनाने में।
152. अलवर चित्रशैली के वह कौन से कलाकार थे जिन्होंने महाराजा मंगलसिंह के समय हाथीदाँत के फलकों पर सूक्ष्म चित्र बनायें -
- A. रामगोपाल और जगमोहन
- B. मूलचन्द और उदयराम
- C. जमनादास और सालीग्राम
- D. नन्दराम और शिवदान सिंह
व्याख्या: मूलचंद और उदयराम अलवर शैली के प्रसिद्ध चित्रकार थे जो हाथीदाँत पर सूक्ष्म चित्रकारी करने में माहिर थे।
153. उस/उन चित्रशैली/शैलियों को चिह्नित कीजिए, जहाँ मतिराम की साहित्यिक रचना रसराज का विषयवस्तु के रूप में उपयोग हुआ है :(i) जोधपुर (ii) जयपुर(iii) अलवर (iv) बीकानेरसही कूट का चयन कीजिए :
- A. केवल (i)
- B. केवल (iv)
- C. (i) एवं (iv)
- D. (ii) एवं (iii)
व्याख्या: मतिराम रचित 'रसराज' का चित्रण मुख्य रूप से मारवाड़ (जोधपुर) शैली में किया गया था।
154. जमनादास, छोटेलाल और बक्साराम चित्रकला की निम्न में से किस शैली से संबंधित है-
- A. अलवर शैली
- B. मारवाड़ शैली
- C. बीकानेर शैली
- D. झालावाड़ शैली
व्याख्या: ये सभी कलाकार अलवर चित्रकला शैली से संबंधित हैं, जो अपनी चिकनी और चमकदार रंग योजना के लिए जानी जाती है।
155. प्रसिद्ध चित्रकार साहिबदीन चित्रकला की किस शैली से सम्बंधित हैं -
- A. मेवाड़
- B. मारवाड़
- C. ढूंढ़ार
- D. अलवर
व्याख्या: साहिबदीन 17वीं शताब्दी में मेवाड़ शैली के सबसे महत्वपूर्ण चित्रकारों में से एक थे।
156. ‘पिछवाई पेंटिंग’ किस कला विद्यालय से संबंधित है -
- A. कोटा
- B. किशनगढ़
- C. नाथद्वारा
- D. बूँदी
व्याख्या: पिछवाई पेंटिंग नाथद्वारा कला विद्यालय (शैली) की एक विशिष्ट और प्रसिद्ध कला है।
157. ‘उनियारा शैली’ किस शैली(स्कूल) की उपशैली है -
- A. हाड़ौती स्कूल
- B. मारवाड़ स्कूल
- C. ढूंढाड़ स्कूल
- D. मेवाड़ स्कूल
व्याख्या: उनियारा शैली ढूंढाड़ स्कूल की एक उप-शैली है, जिसमें जयपुर और बूंदी शैली का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है।
158. नारियों द्वारा शिकार करते हुए चित्रण किस चित्रकला शैली की विशेषता है?
- A. उनियारा शैली
- B. जोधपुर शैली
- C. कोटा शैली
- D. मेवाड़ शैली
व्याख्या: कोटा शैली में रानियों और अन्य महिलाओं को शिकार करते हुए चित्रित किया गया है, जो इस शैली की एक अनूठी पहचान है।
159. सावंतसिंह का संबंध किस चित्रकला शैली से था -
- A. ढूँढाड़ शैली
- B. हाड़ौती शैली
- C. चांवड शैली
- D. किशनगढ़ शैली
व्याख्या: किशनगढ़ के राजा सावंत सिंह (नागरीदास) के संरक्षण में ही किशनगढ़ चित्रकला शैली अपने स्वर्ण युग में पहुँची।
160. सुमेलित कीजिए -सूची -1सूची -2अ. भैंसों का चितेरा1. परमानन्द चोयलब. भीलों का चितेरा2. सौभाग्यमल गहलोतस. नीड़ का चितेरा3. गोवर्द्धन लाल बाबाद. नागरीदास4. सावन्त सिंहकुट - अ, ब, स, द
- A. 1, 2, 3, 4
- B. 1, 3, 2, 4
- C. 2, 3, 1, 4
- D. 3, ,2 ,1, 4
व्याख्या: सही मिलान है: भैंसों का चितेरा - परमानन्द चोयल, भीलों का चितेरा - गोवर्द्धन लाल बाबा, नीड़ का चितेरा - सौभाग्यमल गहलोत, नागरीदास - सावन्त सिंह।