161. चितेरों री ओवरी(तस्वीरां रो कारखानों) नामक कला विद्यालय के संस्थापक हैं -
- A. महाराणा कुम्भा
- B. महाराणा जगतसिंह
- C. महाराणा फतेहसिंह
- D. महाराणा राम सिंह
व्याख्या: मेवाड़ के महाराणा जगत सिंह प्रथम ने उदयपुर के महलों में 'चितेरों री ओवरी' की स्थापना की थी।
162. मेवाड़ शैली का सबसे प्राचीन चित्र ‘श्रावण प्रतिक्रम चूर्णि’ का चित्रांकन रावल तेजसिंह के शासन काल में किसने किया -
- A. निहालचंद
- B. कमलचन्द्र
- C. नागरिदास
- D. साहबदीन
व्याख्या: 1260 ई. में, रावल तेजसिंह के शासनकाल में, चित्रकार कमलचंद्र ने 'श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णि' नामक ग्रंथ को चित्रित किया था।
163. ‘पिछवाई’ चित्रण किस चित्रकला शैली से सम्बन्धित है -
- A. किशनगढ़ शैली
- B. अलवर शैली
- C. बूंदी शैली
- D. नाथद्वारा शैली
व्याख्या: पिछवाई चित्रण नाथद्वारा शैली की आत्मा है, जिसमें कपड़े पर कृष्ण लीलाओं का अंकन होता है।
164. कांगड़ा व बृज शैलियों से प्रभावित चित्रकला शैली है -
- A. नाथद्वारा
- B. किशनगढ़
- C. जोधपुर
- D. उदयपुर
व्याख्या: किशनगढ़ शैली पर कांगड़ा शैली की सुंदरता और बृज क्षेत्र की कृष्ण भक्ति का गहरा प्रभाव है।
165. किस शैली में चमकीले पीले रंग और लाख के लाल रंग की प्रधानता देखी जाती है -
- A. मारवाड़ शैली
- B. किशनगढ़ शैली
- C. मेवाड़ शैली
- D. हाड़ौती शैली
व्याख्या: मेवाड़ शैली के प्रारंभिक चित्रों में चटक लाल और पीले रंगों का प्रमुखता से प्रयोग किया गया है।
166. मारवाड़ शैली में निर्मित ‘रागमाला चित्रवली’ 1623 ई. का चित्रांकल किसने किया -
- A. पुण्डरीक
- B. मीर बक्श
- C. वीर जी
- D. साहिब राम
व्याख्या: 1623 ई. में चित्रकार वीर जी ने पाली में मारवाड़ शैली में रागमाला चित्रावली का निर्माण किया था।
167. अजन्ता की चित्रकारी में क्या निरूपित किया गया है -
- A. रामायण
- B. महाभारत
- C. जातक कथाएं
- D. कामशास्त्र
व्याख्या: अजंता की गुफाओं के अधिकांश चित्र भगवान बुद्ध के पिछले जन्मों की कहानियों (जातक कथाओं) को दर्शाते हैं।
168. किसके शासन काल में किशनगढ़ शैली को स्वतंत्र स्वरूप प्राप्त हुआ -
- A. राजा सामंतसिंह
- B. राजा किशनसिंह
- C. राजा जगमाल
- D. राजा रूपसिंह
व्याख्या: राजा सामंत सिंह (नागरीदास) के शासनकाल में किशनगढ़ शैली का विकास अपने चरम पर था और इसे एक विशिष्ट व स्वतंत्र पहचान मिली।
169. निम्नलिखित में से कौन राजपुताना चित्रकला के स्कूलों और उनकी शैलियों के अनुसार सही सुमेलित नहीं है -
- A. मेवाड़ स्कूल – नाथद्वारा और देवगढ़ शैलियाँ
- B. ढूंढार स्कूल – चावंड और उदयपुर शैलियाँ
- C. मारवाड़ स्कूल – किशनगढ़ और नागौर शैलियाँ
- D. हाड़ौती स्कूल – कोटा और बूंदी शैलियाँ
- E. आमेर (जयपुर) चित्रकला
- F. अलवर चित्रकला
- G. शेखावाटी चित्रकला
- H. उणियारा चित्रकला
व्याख्या: चावंड और उदयपुर शैलियाँ मेवाड़ स्कूल का हिस्सा हैं, न कि ढूंढाड़ स्कूल का। ढूंढाड़ स्कूल में जयपुर, अलवर, उनियारा जैसी शैलियाँ आती हैं।
170. चावण्ड शैली के प्रसिद्ध चितेरे नसीरूद्दीन ने ‘रागमाला’ का चित्रण किस शासक के संरक्षण में किया -
- A. महाराणा प्रताप
- B. करण सिंह
- C. अमरसिंह प्रथम
- D. राजसिंह प्रथम
व्याख्या: चित्रकार नसीरुद्दीन ने 1605 ई. में महाराणा अमर सिंह प्रथम के संरक्षण में चावंड में रागमाला का चित्रण किया।