11. प्रसिद्ध चित्रकार मुहम्मद शाह जयपुर के किस महाराजा का दरबारी चित्रकार था -
- A. सवाई राम सिंह द्वितीय
- B. सवाई जगत सिंह
- C. सवाई प्रताप सिंह
- D. सवाई जय सिंह
व्याख्या: मुहम्मद शाह, जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह के दरबारी चित्रकार थे और उन्होंने कई महत्वपूर्ण चित्रों का निर्माण किया।
12. रुकनुद्दीन राजस्थानी चित्रकला की किस शैली से सम्बद्ध था -
- A. बूंदी शैली
- B. बीकानेर शैली
- C. मेवाड़ शैली
- D. जोधपुर शैली
व्याख्या: रुकनुद्दीन बीकानेर चित्रकला शैली के एक प्रमुख चित्रकार थे, जिन्होंने महाराजा अनूप सिंह के समय में काम किया।
13. महिला चित्रकारों कमला एवं इलायची के नाम किस चित्रकला शैली से सम्बंधित हैं -
- A. अलवर
- B. जोधपुर
- C. किशनगढ़
- D. नाथद्वारा
व्याख्या: कमला और इलायची नाथद्वारा शैली की प्रसिद्ध महिला चित्रकार हैं, जो पिछवाई चित्रण के लिए जानी जाती है।
14. बूँदी शैली, कोटा शैली, झालावाड़ उपशैली राजस्थानी चित्रकला को किस श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है -
- A. हाड़ौती स्कूल
- B. ढूंढाड़ स्कूल
- C. मेवाड़ स्कूल
- D. मारवाड़ स्कूल
व्याख्या: ये सभी शैलियाँ राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में विकसित हुईं, इसलिए इन्हें हाड़ौती स्कूल ऑफ पेंटिंग के अंतर्गत वर्गीकृत किया जाता है।
15. बीकानेर के मथेरण समुदाय के सम्बन्ध में दिए निम्न कथनों को सावधानी से पढ़िये -बीकानेर चित्र शैली के विकास में इनका प्रचुर योगदान है -महाराजा अनुपसिंह के काल में मथेरण समुदाय को संरक्षण मिला।मथेरण विशेषकर शासकों के व्यक्तिगत चित्र उकेरने के लिए जाने जाते हैं।मथेरण, जो अपने आप को महात्मा भी कहते हैं, एक जैन समुदाय है।उपर्युक्त में से कौन से कथन सही हैं -
- A. केवल 1 और 3
- B. केवल 1, 2 और 3
- C. केवल 2 और 3
- D. ये सभी
व्याख्या: दिए गए सभी कथन सही हैं। मथेरण समुदाय (एक जैन समुदाय) ने बीकानेर चित्र शैली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया, उन्हें महाराजा अनूप सिंह का संरक्षण मिला और वे व्यक्तिगत चित्र बनाने के लिए जाने जाते थे।
16. राजस्थान की प्रथम चितेरी महिला कौन थी -
- A. पार्वती देवी
- B. लक्ष्मी देवी
- C. गायत्री देवी
- D. विद्या देवी
व्याख्या: पार्वती देवी को राजस्थान की पहली महिला चित्रकार (चितेरी) माना जाता है।
17. राजस्थान की मूल शैली(सबसे प्राचीन शैली) के रूप में किस चित्रशैली को माना जाता है -
- A. मेवाड़ शैली
- B. किशनगढ़ शैली
- C. मारवाड़ शैली
- D. शेखावटी शैली
व्याख्या: मेवाड़ शैली को राजस्थानी चित्रकला की जन्मभूमि और सबसे प्राचीन शैली माना जाता है, जिसका विकास 13वीं शताब्दी में हुआ।
18. शेखावाटी क्षेत्र के भित्ति चित्रण में किस रंग की प्रधानता है?
- A. कत्थई रंग
- B. गुलाबी रंग
- C. नीले रंग
- D. उपर्युक्त सभी
व्याख्या: शेखावाटी की हवेलियों के भित्ति चित्रों में कत्थई, गुलाबी और नीले जैसे कई रंगों का प्रमुखता से प्रयोग किया गया है।
19. भित्ति चित्रण की प्रमुख विधि / विधियां है/हैं -
- A. फ्रेस्को बुनो
- B. फ्रेस्को सेको
- C. साधारण भित्ति चित्रण
- D. उपर्युक्त सभी
व्याख्या: फ्रेस्को बुनो (गीले प्लास्टर पर), फ्रेस्को सेको (सूखे प्लास्टर पर), और साधारण भित्ति चित्रण, ये सभी दीवार पर चित्र बनाने की प्रमुख विधियाँ हैं।
20. सूची-I व सूची-II को सुमेलित करते हुए राजस्थान की प्रसिद्ध चित्रकला शैलियों एवं उनके चित्रकारों के संबंध में सही विकल्पु चुनिये :सूची-Iसूची-IIA. किशनगढ़ i. साहिबदीनB. बीकानेर ii. निहालचंदC. मेवाड़ iii. अली रज़ाD. मारवाड़ iv. शिवदासकूट:A B C D
- A. ii iv i iii
- B. ii iii i iv
- C. ii iii iv i
- D. ii i iii iv
व्याख्या: सही मिलान है: किशनगढ़ - निहालचंद, बीकानेर - अली रज़ा, मेवाड़ - साहिबदीन, मारवाड़ - शिवदास।