21. महा-मारू शैली का प्रचलन किसके शासनकाल में हुआ -
- A. गुर्जर-प्रतिहार
- B. मिहिर भोज
- C. राजसिंह
- D. राज भोज
व्याख्या: महा-मारू शैली, जो मंदिर वास्तुकला की एक शैली है, का विकास 8वीं से 11वीं शताब्दी के दौरान गुर्जर-प्रतिहार शासकों के काल में हुआ।
22. चित्रकला में राजस्थानी शैली का उद्गम किससे माना जाता है -
- A. गुलेश शैली
- B. अपभ्रंश शैली
- C. मारवाड़ शैली
- D. बूंदी शैली
व्याख्या: राजस्थानी चित्रकला का उद्गम 15वीं शताब्दी के अंत में जैन, गुजराती और अपभ्रंश शैलियों से माना जाता है।
23. “भागवत पुराण का पारिजात अवतरण” किस मेवाड़ चित्रकार की कृति है -
- A. नाना राम
- B. उदयसिंह
- C. बाना राम
- D. रामसिंह
व्याख्या: 'पारिजात अवतरण', जो भागवत पुराण पर आधारित है, मेवाड़ शैली के चित्रकार नाना राम की एक प्रसिद्ध कृति है।
24. दुगारी चित्र संबंधित है -
- A. बूंदी शैली से
- B. कोटा शैली से
- C. बीकानेर शैली से
- D. अलवर शैली से
व्याख्या: दुगारी किले के चित्र बूंदी चित्रकला शैली का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो अपने प्राकृतिक दृश्यों और पशु-पक्षियों के चित्रण के लिए प्रसिद्ध है।
25. चाँद तैय्यब, रामसिंह भाटी, साहिबा एवं उस्ना चित्रकार निम्न में से किस चित्रशैली से संबंधित हैं -
- A. किशनगढ़
- B. सिरोही
- C. नागौर
- D. अजमेर
व्याख्या: ये सभी चित्रकार अजमेर चित्रकला शैली से संबंधित हैं। साहिबा एक प्रसिद्ध महिला चित्रकार थीं।
26. लाडली दास निम्न में से किस चित्रकला, शैली का चित्रकार था -
- A. किशनगढ़
- B. जैसलमेर
- C. बूंदी
- D. अलवर
व्याख्या: लाडली दास, निहालचंद के साथ, किशनगढ़ शैली के एक प्रमुख चित्रकार थे, जो 'बणी-ठणी' के चित्रण के लिए प्रसिद्ध है।
27. अलवर के राजा बलवंत सिंह के समय ‘दुर्गा सप्तशती’ का चित्रण किस चित्रकार ने किया था -
- A. छोटेलाल एवं सालिगराम
- B. जमुनादास एवं नंदराम
- C. डालूराम एवं शिवकुमार
- D. बलदेव एवं बकसाराम
व्याख्या: छोटेलाल और सालिगराम ने मिलकर अलवर के राजा बलवंत सिंह के लिए 'दुर्गा सप्तशती' के चित्रों का निर्माण किया था।
28. मारवाड शैली से निर्मित रागमाला चित्रावली 1623 ई. का चित्रांकन किसने किया -
- A. वीरजी
- B. मीर बक्श
- C. साहिब राम
- D. पुण्डरीक
व्याख्या: 1623 ई. में पाली में वीरजी नामक चित्रकार ने मारवाड़ शैली में रागमाला चित्रावली का निर्माण किया था।
29. किस पुस्तकालय में खजूर के पत्तों पर लिखी हुई पांडुलिपियों का संग्रह मिलता है -
- A. श्री सरस्वती
- B. पुस्तक प्रकाश भंडार
- C. अनूप पुस्तकालय
- D. पोथीखाना
व्याख्या: बीकानेर स्थित अनूप संस्कृत पुस्तकालय में खजूर के पत्तों पर लिखी हुई दुर्लभ पांडुलिपियों का एक अनूठा संग्रह है।
30. राजस्थान की कौन सी शैली ‘श्रावक प्रतिक्रमण सूची चूर्णी’ चित्रकला पर आधारित प्राचीन संग्रह है -
- A. मेवाड़
- B. मारवाड़
- C. हाड़ौती
- D. ढूंढाड़
व्याख्या: 'श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णी' (1260 ई.) मेवाड़ शैली का सबसे पुराना ज्ञात चित्रित ग्रंथ है।