101. निम्नलिखित में से कौन सा क्षेत्र टेराकोटा कलाकृतियों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है -
- A. बू-नरावता
- B. खुर्जा
- C. बस्सी
- D. नाथद्वारा
व्याख्या: नागौर जिले का बू-नरावता गाँव भी मिट्टी के खिलौनों और कलाकृतियों (टेराकोटा) के लिए जाना जाता है।
102. धौलपुर में नकली जेवर बनाने की कला को क्या कहा जाता है -
- A. बीदड़
- B. तुड़ियां
- C. पेसुरी
- D. मुकेश
व्याख्या: धौलपुर में कांच के टुकड़ों और अन्य सामग्रियों से नकली आभूषण बनाने की कला को 'तुड़ियां' कहा जाता है।
103. निम्नलिखित में से कौनसा (कला-प्रमुख केंद्र) युग्म सुमेलित नहीं है -
- A. थेवा - सीकर
- B. गलीचा निर्माण - जयपुर
- C. अजरख प्रिंट - बाड़मेर
- D. कठपुतली - उदयपुर
व्याख्या: थेवा कला प्रतापगढ़ की प्रसिद्ध है, न कि सीकर की। अन्य सभी युग्म सही हैं।
104. ‘ब्लू पाॅटरी’ की प्रसिद्ध कला इससे पूर्व किस नाम से जानी जाती थी -
- A. नीलगिरी
- B. जामदानी
- C. कामचीनी
- D. मृण्मय
व्याख्या: ब्लू पॉटरी को पहले 'कामचीनी' के नाम से जाना जाता था। यह कला पर्सिया (ईरान) से भारत आई थी।
105. निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन-सा शहर ब्लैक पॉटरी के लिए प्रसिद्ध है -
- A. सवाई माधोपुर
- B. कोटपूतली
- C. भिवाड़ी
- D. झुंझुनू
व्याख्या: ब्लैक पॉटरी के लिए सवाई माधोपुर और कोटा दोनों प्रसिद्ध हैं। दिए गए विकल्पों में सवाई माधोपुर सही उत्तर है।
106. निम्नलिखित में से किस शासक ने ब्लू पॉटरी को संरक्षण दिया -
- A. जयपुर के सवाई रामसिंह
- B. जयपुर के सवाई जयसिंह
- C. जोधपुर के महाराजा उम्मेद सिंह
- D. जोधपुर के महाराजा हनवंत सिंह
व्याख्या: जयपुर के महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय के शासनकाल में ब्लू पॉटरी को बहुत संरक्षण मिला और यह कला अपने स्वर्ण युग में पहुँची।
107. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए।सूची-I उत्पाद सूची-II जिला(a) नीले मिट्टी के बर्तन और रत्न एवं आभूषण (i) अजमेर(b) ग्रेनाइट/संगमरमर (ii) कोटा(c) कढ़ाई का कपड़ा (iii) जयपुर(d) ऑटोमोबाइल पार्टस (iv) अलवरनीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनिए :
- A. (a) - (iv), (b) - (ii), (c) - (i), (d) - (iii)
- B. (a) - (iii), (b) - (i), (c) - (ii), (d) - (iv)
- C. (a) - (i), (b) - (iii), (c) - (iv), (d) - (ii)
- D. (a) - (ii), (b) - (iv), (c) - (iii), (d) - (i)
व्याख्या: सही मिलान है: नीले मिट्टी के बर्तन और रत्न (जयपुर), ग्रेनाइट/संगमरमर (अजमेर/जालोर), कढ़ाई का कपड़ा (कोटा), और ऑटोमोबाइल पार्ट्स (अलवर)।
108. मंसूरिया या कोटा डोरिया बुनाई के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है -
- A. यह बुनाई कैथून गाँव (कोटा) के बुनकरों द्वारा सूती, रेशमी धागे और जरी के प्रयोग से की जाती है।
- B. कोटा डोरिया साड़ी की पहचान वर्गों की संख्या (300) से होती है और इसे 1761 में झाला जालिमसिंह ने शुरू करवाया था।
- C. मंसूरिया साड़ी का नाम मैसूर के बुनकर महमूद मसूरिया के नाम पर पड़ा और इसे GI टैग प्राप्त है।
- D. कैथून के अलावा मांगरोल (बाड़मेर) में भी यह बुनाई सर्वाधिक प्रसिद्ध है।
व्याख्या: यह कथन गलत है क्योंकि मांगरोल बारां जिले में स्थित है, बाड़मेर में नहीं। कैथून (कोटा) और मांगरोल (बारां) दोनों ही कोटा डोरिया के लिए प्रसिद्ध हैं।
109. ‘मांडना’ एक पारंपरिक लोक कला है:निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. गोआ की
- B. महाराष्ट्र की
- C. राजस्थान की
- D. केरल की
व्याख्या: मांडना राजस्थान की एक पारंपरिक लोक कला है, जिसमें त्योहारों और विशेष अवसरों पर घरों की दीवारों और फर्श पर ज्यामितीय और प्रतीकात्मक डिजाइन बनाए जाते हैं।
110. श्री हिमामुद्दीन को किस कार्य के लिए ‘पद्मश्री’ से 1986 में अलंकृत किया गया था-
- A. तारकशी
- B. मीनाकारी
- C. ऊंट की खाल पर सोने की नक्काशी
- D. कुन्दन कला के लिए
व्याख्या: श्री हिसामुद्दीन उस्ता बीकानेर के एक प्रसिद्ध कलाकार थे, जिन्हें ऊँट की खाल पर सोने की नक्काशी (उस्ता कला) के लिए 1986 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।