131. विभिन्न कला स्वरूपों और स्थानों के निम्न जोड़ों में से कौन सा जोड़ा सही ढंग से मेल खाता है -
- A. थेवा कला - जोधपुर
- B. उस्ता कला - उदयपुर
- C. कुंदन कला - जयपुर
- D. जस्ता की बादला की बोतलें - हनुमानगढ़
व्याख्या: कुंदन कला, जिसमें आभूषणों में रत्न जड़े जाते हैं, के लिए जयपुर विश्व प्रसिद्ध है। थेवा कला प्रतापगढ़ की, उस्ता कला बीकानेर की और बादला जोधपुर का प्रसिद्ध है।
132. कुदरतसिंह को राजस्थान की किस हस्तकला में योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से अलंकृत किया गया है -
- A. कपड़े की छपाई
- B. मीनाकारी
- C. पीतल पर मुरादाबादी काम
- D. ब्लू पाॅटरी
व्याख्या: जयपुर के कुदरत सिंह को मीनाकारी कला में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
133. राज्य में रंगाई, छपाई एवं बन्धेज का कार्य परम्परागत रूप से किस जाति द्वारा किया जाता है -
- A. चूड़ीगर
- B. कायमखानी
- C. नीलगर
- D. रंगीला
व्याख्या: परंपरागत रूप से रंगाई, छपाई और बंधेज का काम करने वाली जाति को 'नीलगर' या 'रंगरेज' कहा जाता है।
134. राजस्थान का कौन सा जिला बंधेज साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है -
- A. जोधपुर
- B. कोटा
- C. शाहपुर
- D. उदयपुर
व्याख्या: जोधपुर बंधेज (टाई एंड डाई) की साड़ियों और अन्य सामग्रियों के लिए बहुत प्रसिद्ध है और इसे बंधेज की सबसे बड़ी मंडी भी माना जाता है।
135. ‘चन्दूजी का गढा तथा बोडीगामा’ स्थान किसके लिए विख्यात है -
- A. तीर-कमान निर्माण के लिए
- B. मीनाकारी के लिए
- C. कुन्दन कला के लिए
- D. जाजम छपाई के लिए
व्याख्या: बांसवाड़ा का चंदूजी का गढ़ा और डूंगरपुर का बोडीगामा, दोनों स्थान तीर-कमान निर्माण की पारंपरिक कला के लिए जाने जाते हैं।
136. निम्न में से कौनसा कथन राजस्थान की ब्लॉक छपाई के बारे में सही नहीं है -
- A. इसकी प्रक्रिया की शुरुआत 12वीं सदी से हुई थी ।
- B. इसमें प्राकृतिक रंगों का उपयोग नहीं किया जाता है।
- C. यह राजस्थान का एक प्राचीन शिल्प रूप है।
- D. इसे सूती कपडे पर किया जाता है।
व्याख्या: यह कथन सही नहीं है। राजस्थान की पारंपरिक ब्लॉक छपाई जैसे बगरू और अजरक में विशेष रूप से प्राकृतिक रंगों (पेड़-पौधों और खनिजों से प्राप्त) का ही उपयोग किया जाता है।
137. राजस्थान राज्य हस्तकर्घा विकास निगम किस वर्ष में संविधित हुआ था -
- A. 1986
- B. 1984
- C. 1983
- D. 1985
व्याख्या: राजस्थान राज्य हथकरघा विकास निगम की स्थापना बुनकरों के उत्थान और हथकरघा उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 1984 में की गई थी।
138. जो नगर समुच्चय लकड़ी के खिलौने बनाने के लिये प्रसिद्ध हैं, वह हैं -
- A. उदयपुर, सवाई माधोपुर, जोधपुर
- B. उदयपुर, सवाई माधोपुर, बाड़मेर
- C. उदयपुर, सवाई माधोपुर, जैसलमेर
- D. उदयपुर, जयपुर, जोधपुर
व्याख्या: उदयपुर, जयपुर और जोधपुर लकड़ी के खिलौने बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं। उदयपुर इस कला का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है।
139. मनोटी कला कहां प्रसिद्ध है, जिसमें ऊँट के चमड़े से सजाया जाता है -
- A. उदयपुर
- B. जयपुर
- C. बीकानेर
- D. जोधपुर
व्याख्या: मनोटी या उस्ता कला, जिसमें ऊँट के चमड़े पर सोने की नक्काशी की जाती है, बीकानेर की एक प्रसिद्ध कला है।
140. राजस्थान में मिट्टी (टेराकोटा) की मूर्ति बनाने का मुख्य कला केन्द्र कौन सा है ?
- A. टांकला
- B. मोलेला
- C. अकोला
- D. शाहपुरा
व्याख्या: राजसमंद का मोलेला गाँव मिट्टी (टेराकोटा) की मूर्तियाँ, विशेषकर लोक देवताओं की मूर्तियाँ बनाने के लिए एक प्रमुख और विश्व प्रसिद्ध केंद्र है।