171. एक लम्बे कपड़े पर विभिन्न लोक कलाओं का चित्रांकन कहलाताह है-
- A. पिछवाई
- B. कथा
- C. फड़
- D. फड़
व्याख्या: एक लंबे कपड़े पर लोक देवताओं की जीवन गाथा और पौराणिक कथाओं का चित्रांकन 'फड़' कहलाता है।
172. स्व. हिसामुद्दीन किस हस्तशिल्प के सिद्धहस्त कलाकार थे -
- A. थेवा कला
- B. उस्ता कला
- C. जट पट्टी कला
- D. मीनाकारी
व्याख्या: स्वर्गीय हिसामुद्दीन उस्ता बीकानेर की प्रसिद्ध उस्ता कला (ऊँट की खाल पर सोने की नक्काशी) के एक माहिर कलाकार थे, जिन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था।
173. ब्लू पॉटरी किसका एक पारंपरिक शिल्प है -
- A. जयपुर
- B. कोटा
- C. जैसलमेर
- D. उदयपुर
व्याख्या: ब्लू पॉटरी जयपुर का एक पारंपरिक और प्रसिद्ध हस्तशिल्प है।
174. राजस्थान के किस क्षेत्र में ‘पनढ़ारी मोदक’ प्रसिद्ध हैं -
- A. जोधपुर
- B. नाथद्वारा
- C. बीकानेर
- D. जयपुर
व्याख्या: बीकानेर अपनी मिठाइयों और नमकीन के लिए प्रसिद्ध है, और 'पनढ़ारी मोदक' भी यहीं की एक विशेष मिठाई है।
175. फाड़ कलाकार श्री लाल जोशी का सम्बन्ध राजस्थान के किस क्षेत्र से है -निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. भीलवाड़ा
- B. जयपुर
- C. झालावाड़
- D. कोटा
व्याख्या: फड़ कलाकार श्री लाल जोशी का संबंध भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा से है।
176. वस्त्र रंगने की मलयगिरी पद्धति में किस रंग की प्रधानता होती है -
- A. पीला
- B. काला
- C. भूरा
- D. नीला
व्याख्या: मलयगिरी प्रिंट या रंगाई में कत्थई या भूरे रंग की प्रधानता होती है, जो इसे एक विशिष्ट पहचान देती है।
177. राजस्थान में ब्लू पाॅटरी का सर्वाधिक विकास किसके शासन काल में हुआ था -
- A. सवाई जयसिंह
- B. मानसिंह प्रथम
- C. रामसिंह
- D. प्रतापसिंह
व्याख्या: जयपुर के महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय के शासनकाल को ब्लू पॉटरी का स्वर्ण काल माना जाता है, क्योंकि उनके समय में इस कला का सर्वाधिक विकास हुआ।
178. मूर्तियों व मंदिरों के अत्यधिक बाहुल्य के कारण बागड़ प्रदेश को मंदिरों का महाधाम कहा जाता है, इस क्षेत्र में मुर्तियां किस विशेष पत्थर की बनती है -
- A. घीया पत्थर
- B. परेवा पत्थर
- C. चूना पत्थर
- D. स्लेटी पत्थर
व्याख्या: डूंगरपुर क्षेत्र में देवल की खानों से निकलने वाले हरे-सलेटी रंग के नरम पत्थर, जिसे परेवा पत्थर कहते हैं, का उपयोग मूर्तियाँ बनाने के लिए किया जाता है।
179. नागौर का ‘बू’ गाँव किस कलात्मक कार्य के लिए प्रसिद्ध है ?
- A. हस्त निर्मित कागज
- B. जूट पट्टी
- C. कच्ची मिट्टी के खिलौने
- D. मोटी सूती शॉल
व्याख्या: नागौर जिले का 'बू' गाँव कच्ची मिट्टी के कलात्मक खिलौने और बर्तन बनाने के लिए प्रसिद्ध है।
180. सरदार कुदरत सिंह निम्नलिखित में से किस लोक कला के प्रमुख कलाकार थे -
- A. ब्लू पॉटरी
- B. बंधनेज
- C. उस्ता कला
- D. मीनाकारी
व्याख्या: सरदार कुदरत सिंह जयपुर के मीनाकारी कला के एक विश्वविख्यात कलाकार थे, जिन्हें इस कला में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।