11. राजस्थान की किस रियासत और विशेष रूप कौन-से शासक ने ब्लू पॉटरी को संरक्षण दिया -
- A. जयपुर, सवाई प्रताप सिंह
- B. जयपुर, सवाई रामसिंह II
- C. मेवाड़, महाराणा फतेह सिंह
- D. मेवाड़, महाराणा सज्जन सिंह
व्याख्या: जयपुर के महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय के शासनकाल (1835-1880) में ब्लू पॉटरी को सबसे अधिक संरक्षण मिला और यह कला अपने चरम पर पहुँची। उन्होंने कलाकारों को प्रशिक्षित करने के लिए दिल्ली भी भेजा था।
12. ब्लू पाॅटरी को राजस्थान में किस शासक द्वारा लाया गया -
- A. महाराजा राम सिंह
- B. महाराजा मान सिंह
- C. महाराजा माधो सिंह
- D. महाराजा भवानी सिंह
व्याख्या: हालांकि ब्लू पॉटरी की कला महाराजा मानसिंह प्रथम के समय आई थी, लेकिन इसे जयपुर में पुनः स्थापित करने और इसे प्रसिद्धि दिलाने का श्रेय महाराजा राम सिंह द्वितीय को दिया जाता है। इसलिए, विकल्पों में से महाराजा राम सिंह सबसे उपयुक्त उत्तर है।
13. ऊँट की खाल पर स्वर्ण मीनाकारी कला क्या कहलाती है -
- A. दायू कला
- B. थेवा कला
- C. ऊस्ता कला
- D. छपाई कला
व्याख्या: बीकानेर की प्रसिद्ध उस्ता कला में ऊँट की खाल पर सोने या चांदी से बारीक और सुंदर नक्काशी की जाती है।
14. सांझी के रूप में किस देवी की पूजा की जाती है -
- A. पार्वती
- B. दुर्गा
- C. सरस्वती
- D. लक्ष्मी
व्याख्या: सांझी एक लोक कला है जिसमें अविवाहित लड़कियाँ अच्छे वर की कामना के लिए गोबर और मिट्टी से दीवारों पर आकृतियाँ बनाती हैं। यह देवी पार्वती को समर्पित एक पूजा है।
15. बाड़मेर ब्लॉक मुद्रित कपड़े का एक और नाम क्या है -
- A. टोकरी बुनाई
- B. अजरक
- C. छींट
- D. शेवरॉन
व्याख्या: अजरक प्रिंट बाड़मेर की एक पारंपरिक ब्लॉक-प्रिंटिंग तकनीक है। इसमें लाल और नीले रंगों का प्रमुखता से उपयोग होता है और कपड़े के दोनों तरफ छपाई की जाती है।
16. कोफ्तगिरी, राजस्थान का पारंपरिक शिल्प, एक प्रकार की सजावट है जिसकी उत्पत्ति भारत में _____ साथ हुई है।
- A. गुप्तों
- B. मराठों
- C. मुग़लों
- D. सिंधियाओं
व्याख्या: कोफ्तगिरी, जिसमें फौलाद पर सोने के तारों से जड़ाई की जाती है, भारत में मुगलों के साथ आई थी। यह कला विशेष रूप से हथियारों को सजाने के लिए उपयोग की जाती थी।
17. निम्न में से राजस्थान का कौन-सा कलाकार मिट्टी के डिजाइनर पात्रों का कार्य कर रहा है-
- A. कृपालसिंह शेखावत
- B. देवदत्त
- C. ओमप्रकाश गालव
- D. बेनीराम सोनी
व्याख्या: ओमप्रकाश गालव कोटा के एक प्रसिद्ध कलाकार हैं जो मिट्टी के डिजाइनर पात्रों, विशेषकर ब्लैक पॉटरी पर अपने काम के लिए जाने जाते हैं।
18. पीतल पर नक्काशी की एक विशिष्ट परम्परा को ‘मरोड़ी कला’ कहते हैं, यह कला कहां की प्रसिद्ध है -
- A. चित्तौड़गढ़
- B. जयपुर
- C. नागौर
- D. सीकर
व्याख्या: जयपुर पीतल पर की जाने वाली नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। इस परम्परा की एक विशिष्ट शैली 'मरोड़ी कला' है, जो जयपुर की हस्तकला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
19. मीनाकारी की थेवा कला के लिए राजस्थान का कौन सा स्थान प्रसिद्ध है -
- A. बाड़मेर
- B. प्रतापगढ़
- C. नाथद्वारा
- D. जोबनेर
व्याख्या: थेवा कला, जिसमें रंगीन कांच पर सोने की बारीक कारीगरी की जाती है, विशेष रूप से प्रतापगढ़ के सोनी परिवार द्वारा की जाती है। यह कला विश्व में केवल यहीं पाई जाती है।
20. निम्न में से राजस्थान का कौन सा स्थान ब्लैक पाॅटरी के लिए प्रसिद्ध है -
- A. बांसवाड़ा
- B. सवाई माधोपुर
- C. चित्तौड़गढ़
- D. उदयपुर
व्याख्या: जबकि जयपुर ब्लू पॉटरी के लिए प्रसिद्ध है, सवाई माधोपुर और कोटा ब्लैक पॉटरी के लिए जाने जाते हैं। दिए गए विकल्पों में सवाई माधोपुर सही उत्तर है।