191. सूची-1 को सूची-2 के साथ सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए -सूची-1सूची-2अ. थेवा कला 1. जयपुरब. टेराकोटा2. बीकानेरस. मथैरणा कला3. मोलेलाद. ब्लू पाटरी4. प्रतापगढ़अ, ब, स, द
- A. 2, 1, 4, 3
- B. 4, 2, 3, 1
- C. 4, 3, 2, 1
- D. 3, 2, 4, 1
व्याख्या: सही सुमेलन इस प्रकार है: थेवा कला प्रतापगढ़ से, टेराकोटा मोलेला से, मथैरणा कला बीकानेर से और ब्लू पॉटरी जयपुर से संबंधित है।
192. जयपुर में ‘मीनाकारी’ की कला किस शासक के समय में आयी -
- A. सवाई जयसिंह
- B. मानसिंह-1
- C. भारमल
- D. मिर्जा राजा जयसिंह
व्याख्या: जयपुर में मीनाकारी की कला महाराजा मानसिंह प्रथम के शासनकाल में लाहौर से आई थी। वे इस कला के कलाकारों को अपने साथ आमेर लाए थे।
193. दाबू प्रिंट के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है -
- A. आकोला (चित्तौड़गढ़) दाबू प्रिंट के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ की प्राकृतिक परिस्थितियाँ इसके लिए अनुकूल हैं।
- B. दाबू प्रिंट में रंग न चढ़ाने वाले स्थान को “लई” या “लुगदी” से दबाया जाता है, जिसे “दाबू” कहते हैं।
- C. सांगानेर और बगरू में गेहूँ के बींधण का दाबू प्रयोग होता है, जबकि सवाई माधोपुर में मोम का दाबू प्रसिद्ध है।
- D. दाबू प्रिंट में लकड़ी का छापा “बटकाड़े” कहलाता है, जिसे छीपा जाति के लोग बनाते हैं।
व्याख्या: दाबू प्रिंट में इस्तेमाल होने वाले लकड़ी के छापे को "भांत" या "ब्लॉक" कहा जाता है, न कि "बटकाड़े"। बटकाड़े धातु के बर्तन होते हैं।
194. राजस्थान के निम्नलिखित में से किस स्थान पर बड़े और बोल्ड डिजाइन और पैटर्न मुद्रित किये जाते हैं -
- A. चुरू
- B. जयपुर
- C. जोधपुर
- D. बाड़मेर
व्याख्या: जोधपुर अपने वस्त्रों पर बड़े और बोल्ड डिजाइन पैटर्न के लिए जाना जाता है, जो मारवाड़ क्षेत्र की एक विशिष्ट शैली है।
195. राजस्थान में मोलेला किसके लिए जाना जाता है -
- A. कुंदन के काम के लिए
- B. चमड़े के काम के लिए
- C. टेराकोटा कार्य के लिए
- D. गेसो के काम के लिए
व्याख्या: राजसमंद जिले का मोलेला गाँव अपनी प्रसिद्ध टेराकोटा कला के लिए जाना जाता है, जहाँ मिट्टी से देवी-देवताओं की मूर्तियाँ और सजावटी वस्तुएँ बनाई जाती हैं।
196. निम्न में से राजस्थान की लोकप्रिय तार कठपुतली कौन सी है-
- A. कुंधेई
- B. कठपुतली
- C. यमपुरी
- D. पुतुल नाच
व्याख्या: कठपुतली राजस्थान की पारंपरिक तार या स्ट्रिंग से नचाई जाने वाली प्रसिद्ध लोक कला है।
197. कृपाल सिंह शेखावत का संबंध है –
- A. राजस्थानी कविता से
- B. राजस्थानी ब्लू पोटरी से
- C. राजस्थानी चित्रकला से
- D. राजस्थानी नृत्य से
व्याख्या: कृपाल सिंह शेखावत एक प्रसिद्ध कलाकार थे, जिन्हें जयपुर की ब्लू पॉटरी कला को पुनर्जीवित करने और उसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का श्रेय दिया जाता है।
198. चटापटी का अभिप्राय है -
- A. कपड़े पर कढ़ाई का काम
- B. सोने पर रत्नों की जड़ाई
- C. लाख की चूड़ियों पर रत्नों की जड़ाई
- D. एक कपड़े को काटकर दूसरे पर पर टांका देना
व्याख्या: चटापटी एक प्रकार की हस्तकला है जिसमें एक कपड़े के टुकड़ों को काटकर दूसरे कपड़े पर सिलकर सुंदर डिजाइन बनाए जाते हैं।
199. राजस्थान का कौन सा जिला ‘अजरक’ प्रिन्ट के लिए प्रसिद्ध है -
- A. बीकानेर
- B. व्यावर
- C. जैसलमेर
- D. बाड़मेर
व्याख्या: अजरक प्रिंट बाड़मेर की एक पारंपरिक ब्लॉक प्रिंटिंग तकनीक है, जिसमें नीले और लाल रंगों का प्रमुख रूप से उपयोग होता है।
200. चुरामन, कालू कुमार, कृपाल सिंह शेखावत राजस्थान की निम्न लोक कलाओं में से किससे संबंधित हैं -
- A. टेराकोटा
- B. थेवा कला
- C. ब्लू पॉटरी
- D. मीनाकारी
व्याख्या: कृपाल सिंह शेखावत ब्लू पॉटरी के प्रसिद्ध कलाकार थे, और चुरामन तथा कालू कुमार भी इसी कला से जुड़े हुए हैं।