211. नाथूजी सोनी का संबंध किस कला से है -
- A. मीनाकारी
- B. फड़ चित्रण
- C. चित्रकारी
- D. थेवा कला
व्याख्या: नाथूजी सोनी को प्रतापगढ़ की प्रसिद्ध थेवा कला का जनक माना जाता है। सोनी परिवार इस कला के लिए विश्वविख्यात है।
212. राजस्थान के संदर्भ में पचवेदा (pachevada) क्या है -
- A. जूटपट्टी
- B. कच्ची मिट्टी के खिलौने
- C. मोटी सूती शॉल
- D. हस्त निर्मित कागज
व्याख्या: पचवेदा या पछेवड़ा एक प्रकार की मोटी सूती शॉल या चादर होती है, जिसे विशेषकर सर्दियों में ओढ़ा जाता है।
213. जयपुर में मीनाकारी की कला महाराजा मानसिंह प्रथम द्वारा ______ से लाई गई थी।
- A. लाहौर
- B. चीन
- C. बंगाल
- D. बलूचिस्तान
व्याख्या: महाराजा मानसिंह प्रथम 16वीं शताब्दी में मीनाकारी के कुशल कारीगरों को लाहौर से आमेर (जयपुर) लाए थे, जिससे यहाँ इस कला की शुरुआत हुई।
214. गलीचा निर्माण हेतु प्रसिद्ध है -
- A. अजमेर
- B. सिरोही
- C. जयपुर
- D. पाली
व्याख्या: राजस्थान में गलीचा (कार्पेट) निर्माण के लिए जयपुर एक प्रमुख और प्रसिद्ध केंद्र है।
215. राजस्थान में सीकर का कौन सा शहर गोटा उद्योग का प्रसिद्ध केन्द्र है -
- A. खंडेला
- B. आमेर
- C. शाहपुरा
- D. विराट नगर
व्याख्या: सीकर जिले का खंडेला कस्बा अपने गोटा-किनारी के काम के लिए पूरे राजस्थान में प्रसिद्ध है।
216. निम्नलिखित में से कौन सा (हस्तशिल्प-स्थान) सुमेलित नहीं है -
- A. दाबू प्रिन्ट - आकोला गाँव (चित्तौडगढ़)
- B. अजरख प्रिन्ट - बाड़मेर
- C. उस्ता कला - बीकानेर
- D. जट पट्टी - नागौर
व्याख्या: जट पट्टी (बकरी के बालों से बनी पट्टियां) का काम जसोल (बाड़मेर) का प्रसिद्ध है, न कि नागौर का।
217. निम्नलिखित में से कौन-सी कला फौलाद या लोहे पर सोने की सूक्ष्म कसीदाकारी से संबंधित है और इसका उपयोग हथियारों को अलंकृत करने के लिए किया जाता है -
- A. तारकशी
- B. कोफ्तगिरी
- C. बादला
- D. तहनिशां
व्याख्या: कोफ्तगिरी एक सजावटी कला है जिसमें लोहे या फौलाद (विशेषकर हथियारों पर) की सतह को खुरचकर उसमें सोने के पतले तार भरे जाते हैं।
218. राजस्थान में तुड़िया हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध जिला है -
- A. झालावाड़
- B. धौलपुर
- C. बीकानेर
- D. जालौर
व्याख्या: तुड़िया हस्तशिल्प, जिसमें नकली ज़ेवर बनाए जाते हैं, के लिए धौलपुर जिला प्रसिद्ध है।
219. मांगीलाल मिस्त्री का संबंध किस कला से है -
- A. पुंगी
- B. रावन हत्था
- C. शहनाई
- D. कावड़
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ के मांगीलाल मिस्त्री कावड़ कला के एक प्रसिद्ध कलाकार हैं। कावड़ एक चलता-फिरता लकड़ी का मंदिर होता है।
220. ‘कावड़’ बनाने के लिए कौन प्रसिद्ध है -
- A. मांगीलाल मिस्त्री
- B. साहिबराम
- C. चम्पालाल
- D. उस्ताद लालचन्द
व्याख्या: मांगीलाल मिस्त्री को कावड़ कला में उनकी महारत और योगदान के लिए जाना जाता है।