231. निम्नलिखित में से कौन-सा स्थान और उसकी हस्तकला का संबंध सही ढंग से जोड़ा गया है -
- A. सवाई माधोपुर – कागज बनाने की कला
- B. नदबई (भरतपुर) – लकड़ी की कठपुतलियाँ
- C. बस्सी गाँव (चित्तौड़) – चमड़े की मोजड़ियाँ
- D. जयपुर – भौंडल (अभ्रक) की छपाई
व्याख्या: सवाई माधोपुर और सांगानेर (जयपुर) हस्तनिर्मित कागज बनाने की कला के लिए प्रसिद्ध हैं। अन्य विकल्प सही सुमेलित नहीं हैं।
232. आज़म और जाजम प्रिंट राजस्थान के किस जिले का प्रसिद्ध हस्तशिल्प है -
- A. उदयपुर
- B. चित्तौड़गढ़
- C. अलवर
- D. जयपुर
व्याख्या: आज़म और जाजम प्रिंट चित्तौड़गढ़ जिले के आकोला गाँव की प्रसिद्ध छपाई शैली है।
233. चाँदी के आभूषणों की तारकशी के लिए राजस्थान का कौन सा स्थान प्रसिद्ध है -
- A. जालौर
- B. खण्डेला
- C. नाथद्वारा
- D. प्रतापगढ़
व्याख्या: नाथद्वारा (राजसमंद) चाँदी के पतले तारों से सुंदर आभूषण और कलाकृतियाँ बनाने की कला, जिसे तारकशी कहते हैं, के लिए प्रसिद्ध है।
234. जोधपुर का प्रसिद्ध ‘बादला’ निम्न में से क्या है-
- A. लकड़ी का मंदिर
- B. जस्ते से बनी पानी की बोतल
- C. जरी की साड़ी
- D. टेराकोटा की मूर्तियां
व्याख्या: बादला जस्ते (जिंक) से बना एक पानी का पात्र होता है, जिसके ऊपर कपड़े या चमड़े का आवरण होता है। यह पानी को ठंडा रखने के लिए जोधपुर में बहुत लोकप्रिय है।
235. ‘चन्दूजी का गढ़ा तथा बोडीगामा’ स्थान किसके लिए विख्यात है-
- A. तीर-कमान निर्माण के लिए
- B. मीनाकारी के लिए
- C. कुन्दन कला के लिए
- D. जाजम छपाई के लिए
व्याख्या: बांसवाड़ा में चन्दूजी का गढ़ा और डूंगरपुर में बोडीगामा, ये दोनों स्थान तीर-कमान बनाने की कला के लिए प्रसिद्ध हैं।
236. निम्नलिखित में से कौन-सी कपड़े के विभिन्न टुकड़ों से सुंदर और सजावटी वस्तुएँ बनाने की प्राचीन तकनीक है -
- A. आरी (Aari)
- B. ऐप्लीक (Applique)
- C. जरदोजी (Zardozi)
- D. कचो (Kacho)
व्याख्या: ऐप्लीक (Applique) या चटापटी वह तकनीक है जिसमें कपड़े के विभिन्न टुकड़ों को एक बड़े कपड़े पर सिलकर आकर्षक डिजाइन बनाए जाते हैं।
237. टेराकोटा और मूर्तिकला के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प गलत है -
- A. मोलेला गाँव टेराकोटा कला का प्रमुख केंद्र है और यहाँ मिट्टी में गधे की लीद मिलाई जाती है।
- B. अलवर की कागजी टेराकोटा मिट्टी की बारीक और परतदार कलात्मक वस्तुओं के लिए जानी जाती है।
- C. राजस्थान में मूर्तिकला का व्यवस्थित विकास गुप्त काल से शुरू हुआ था।
- D. बीकानेर में हेरम्ब गणपति (शेर पर सवार) की मूर्ति स्थापित है।
व्याख्या: राजस्थान में मूर्तिकला का व्यवस्थित विकास मौर्य काल से ही प्रारंभ हो गया था, न कि गुप्त काल से। गुप्त काल में यह कला अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँची।
238. सीकर जिले का कौन-सा क्षेत्र गोटा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है -
- A. खूड़
- B. खण्डेला
- C. पिपराली
- D. नेछवा
व्याख्या: सीकर जिले का खंडेला कस्बा गोटा-किनारी के काम के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ विभिन्न प्रकार के गोटे बनाए जाते हैं।
239. राजस्थान में कहां की 250 ग्राम की रूई की बनी ‘पाव रजाई’ विश्व प्रसिद्ध है -
- A. जोधपुर
- B. जयपुर
- C. कोटा
- D. बीकानेर
व्याख्या: जयपुर अपनी हल्की (लगभग 250 ग्राम) लेकिन बहुत गर्म 'पाव रजाई' के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है।
240. सुमेलित कीजिए हस्तशिल्प उत्पाद स्थान(1) बादला (i) जयपुर(2) नमदा (ii) लेटा(3) पाव रजाई (iii) जोधपुर(4) खेसला (iv) टोंककूट -
- A. 1-iv, 2-iii, 3-ii, 4-i
- B. 1-iii, 2-iv, 3-i, 4-ii
- C. 1-iii, 2-iv, 3-ii, 4-i
- D. 1-iv, 2-iii, 3-i, 4-ii
व्याख्या: सही सुमेलन है: बादला जोधपुर का, नमदा टोंक का, पाव रजाई जयपुर की और खेसला लेटा (जालोर) का प्रसिद्ध है।