251. राजस्थान में पाई जाने वाली उस्ता कला क्या है -
- A. संगमरमर के पत्थर पर पच्चीकारी
- B. चौकोर चेक पैटर्न में कपास और रेशम का मिश्रण
- C. संगमरमर के पत्थर पर मीनाकारी
- D. ऊँट के चमड़े पर सोने की मीनाकारी
व्याख्या: उस्ता कला बीकानेर की एक अनूठी कला है, जिसमें ऊँट की खाल से बनी सतहों पर सोने का उपयोग करके सुंदर नक्काशी और चित्रकारी की जाती है।
252. जोधपुर का प्रसिद्ध “बादला” निम्न में से क्या है -
- A. पोमचा
- B. लकड़ी का मंदिर
- C. जस्ते से बना पानी का पात्र
- D. जरी साड़ी
व्याख्या: बादला जस्ते (जिंक) धातु से बना एक पानी का बर्तन है, जो जोधपुर में पानी को लंबे समय तक ठंडा रखने के लिए उपयोग किया जाता है।
253. लकड़ी के बने देव विमान जिनकी देव झुलनी एकादशी पर झाँकी निकाली जाती है कहलाते हैं -
- A. बाजोट
- B. बेवाण
- C. खांडे
- D. चौपड़े
व्याख्या: बेवाण लकड़ी से बने छोटे, मंदिर जैसे विमान होते हैं, जिनमें देवताओं की मूर्तियों को रखकर देवझूलनी एकादशी (जलझूलनी एकादशी) पर शोभायात्रा निकाली जाती है।
254. राजस्थान के किस क्षेत्र के ‘पनढारी मोदक’ प्रसिद्ध हैं -
- A. नाथद्वारा
- B. सीकर
- C. बीकानेर
- D. जोधपुर
व्याख्या: बीकानेर शहर अपने स्वादिष्ट भुजिया और मिठाइयों के लिए प्रसिद्ध है, जिनमें 'पनढारी मोदक' भी शामिल हैं।
255. निम्न में से कौनसा सा स्थान दरी निर्माण के केन्द्र के रूप में प्रसिद्ध है-
- A. टोंक
- B. पुष्कर
- C. जयपुर
- D. उदयपुर
व्याख्या: टोंक जिला राजस्थान में दरी और नमदा निर्माण के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में जाना जाता है।
256. फड़ कलाकार श्रीलाल जोशी का संबंध है:
- A. बीकानेर
- B. जोधपुर
- C. भीलवाड़ा
- D. चूरू
व्याख्या: पद्म श्री से सम्मानित कलाकार श्रीलाल जोशी भीलवाड़ा के शाहपुरा से थे और वे फड़ चित्रण कला के एक महान संरक्षक और कलाकार थे।
257. हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करने के लिए पहले शिल्पग्राम की स्थापना की गई-
- A. जयपुर में
- B. जोधपुर में
- C. उदयपुर में
- D. भरतपुर में
व्याख्या: राजस्थान का पहला शिल्पग्राम, हवाला गाँव, उदयपुर में स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य लोक कलाओं और हस्तशिल्प को बढ़ावा देना है।
258. जवाहर कला केन्द्र राजस्थान में यहाँ पर स्थित है
- A. जयपुर
- B. बीकानेर
- C. जोधपुर
- D. उदयपुर
व्याख्या: जवाहर कला केंद्र, जो राजस्थानी कला और संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र है, जयपुर में स्थित है।
259. राजस्थान के किस रजवाड़े ने ब्लू-पाटरी को आश्रय दिया -
- A. जयपुर
- B. उदयपुर
- C. धौलपुर
- D. जोधपुर
व्याख्या: जयपुर के शासकों, विशेषकर सवाई राम सिंह द्वितीय, ने ब्लू पॉटरी को संरक्षण दिया और इसे विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
260. किस शासक के समय राजस्थान में ब्लू पॉटरी की शुरूआत हुई -
- A. सवाई रामसिंह
- B. सवाई मानसिंह
- C. सवाई जयसिंह
- D. सवाई माधोसिंह
व्याख्या: ब्लू पॉटरी का विकास महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय के शासनकाल में हुआ, जिन्हें इस कला का 'स्वर्ण युग' माना जाता है। उन्होंने कारीगरों को दिल्ली प्रशिक्षण के लिए भेजा था।