261. आॅरियंटल रिसर्च इन्स्टीट्यूट किस जिले में स्थित है-
- A. जयपुर
- B. जोधपुर
- C. बीकानेर
- D. गंगानगर
व्याख्या: राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान (Oriental Research Institute) जोधपुर में स्थित है, जहाँ प्राचीन पांडुलिपियों और ऐतिहासिक ग्रंथों का संग्रह है।
262. आजम पिं्रट का संबंध राजस्थान के किस जिले से है -
- A. बाड़मेर
- B. जयपुर
- C. बीकानेर
- D. चित्तौड़गढ़
व्याख्या: आजम प्रिंट और जाजम प्रिंट दोनों का संबंध चित्तौड़गढ़ जिले के आकोला गाँव से है।
263. रूपाहली और सुनहरी (स्वर्णिम) छपाई राजस्थान के किन जिलों में प्रसिद्ध है -
- A. जयपुर, जोधपुर और जैसलमेर
- B. किशनगढ़, चित्तौड़गढ़ और कोटा
- C. अजमेर, टोंक और बांसवाड़ा
- D. बूंदी, पाली और सिरोही
व्याख्या: कपड़ों पर चांदी (रूपहली) और सोने (सुनहरी) के वर्क से की जाने वाली छपाई किशनगढ़, चित्तौड़गढ़ और कोटा में विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
264. फड़ कलाकार “श्री लाल जोशी” किस जिले से सम्बंधित हैं -
- A. भीलवाड़ा
- B. चूरू
- C. जयपुर
- D. सीकर
व्याख्या: श्री लाल जोशी, जिन्हें फड़ चित्रकला में उनके योगदान के लिए जाना जाता है, का संबंध भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा से है।
265. मोलेला ग्राम किस हस्तशिल्प कला के लिए प्रसिद्ध है -
- A. कपड़े पर छपाई
- B. ब्लू पॉटरी
- C. टेराकोटा
- D. आभूषण
व्याख्या: राजसमंद जिले का मोलेला गाँव अपनी मिट्टी की कला, यानी टेराकोटा, के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ देवताओं की मन्नत मूर्तियाँ बनाई जाती हैं।
266. निम्नांकित में कौन-सा शासक है जिसने राजस्थान में गलीचा बनाने में पहल की -
- A. आमेर का मानसिंह प्रथम
- B. बीकानेर का रायसिंह
- C. मेवाड़ का राजसिंह
- D. जोधपुर का अजीतसिंह
व्याख्या: आमेर के राजा मानसिंह प्रथम ने फारस से गलीचा बनाने की कला को राजस्थान में लाने की पहल की थी।
267. श्रीलाल जोशी किस लोककला से सम्बन्धित हैं -
- A. कठपुतली
- B. मांडणा
- C. सांझी
- D. फड़
व्याख्या: श्रीलाल जोशी फड़ चित्रकला के एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार थे।
268. ‘बांधो और रंगों’ कला के लिये राजस्थान में कौन सा स्थान प्रसिद्ध है -
- A. चित्तौड़गढ़
- B. नाथद्वारा
- C. बाड़मेर
- D. जयपुर
व्याख्या: 'बांधो और रंगों' (Tie and Dye) कला को बंधेज के नाम से जाना जाता है, और इसके लिए जयपुर और जोधपुर प्रमुख केंद्र हैं।
269. किस वर्ष में, राजस्थान की पहली हस्तशिल्प नीति जारी की गई -
- A. 2022
- B. 2018
- C. 2019
- D. 2021
व्याख्या: राजस्थान सरकार द्वारा राज्य की पहली हस्तशिल्प नीति 17 सितंबर 2022 को जारी की गई थी।
270. राजस्थान में मीनाकारी की ‘थेवाकला’ के लिए कौन-सा स्थान प्रसिद्ध है -
- A. बाड़मेर
- B. राजसमंद
- C. नाथद्वारा
- D. प्रतापगढ़
व्याख्या: थेवा कला, जो रंगीन काँच पर सोने की मीनाकारी का काम है, के लिए प्रतापगढ़ जिला विश्वविख्यात है।