41. मारवाड़ में दामणी क्या था-
- A. साहुकार को दिया जाने वाला दाम
- B. मंदिरों को दिया जाने वाला दान
- C. कलात्मक डरावने
- D. ओढ़नी का एक प्रकार
व्याख्या: मारवाड़ क्षेत्र में 'दामणी' लाल रंग की एक विशेष प्रकार की ओढ़नी होती है जिस पर धागे की कशीदाकारी की जाती है।
42. जयपुर में मीनाकारी की कला महाराजा मानसिंह -प्रथम द्वारा कहाँ से लाई गई थी -
- A. ईरान
- B. बलूचिस्तान
- C. बंगाल
- D. लाहौर
व्याख्या: आमेर के महाराजा मानसिंह प्रथम 16वीं शताब्दी में लाहौर से मीनाकारी के कुशल कारीगरों को जयपुर लाए, जिससे इस कला की यहाँ शुरुआत हुई।
43. निम्न में से जयपुर का परम्परागत हस्तउद्योग कौनसा है -
- A. चित्रकला
- B. ब्लू पॉटरी
- C. उनी खादी
- D. थेवा कला
व्याख्या: ब्लू पॉटरी जयपुर की एक प्रसिद्ध और पारंपरिक हस्तकला है, जिसमें नीले और हरे रंगों का उपयोग करके मिट्टी के बर्तनों पर आकर्षक डिजाइन बनाए जाते हैं।
44. थेवा कला का सम्बन्ध राजस्थान के किस स्थान से है -
- A. प्रतापगढ़
- B. चूरू
- C. उदयपुर
- D. झालावाड़
व्याख्या: थेवा कला, जिसमें कांच पर सोने की बारीक कारीगरी की जाती है, प्रतापगढ़ की एक अनूठी और विश्व प्रसिद्ध हस्तकला है।
45. राजस्थान में पोमचा कहते हैं-
- A. महिलाओं की ऊनी शाॅल
- B. महिलाओं का पिले रंग का घाघरा
- C. पुरूषों के पिले साफे
- D. महिलाअें की ओढ़नी विशेष
व्याख्या: पोमचा एक विशेष प्रकार की ओढ़नी है। पीले रंग का पोमचा पुत्र जन्म पर और गुलाबी रंग का पोमचा पुत्री जन्म पर माँ द्वारा पहना जाता है।
46. निम्नलिखित में से सही जोड़ा चुनिये -
- A. डोरिया साड़ी - सांगानेर
- B. नमदा - टोंक
- C. अजरख प्रिन्ट - बगरू
- D. लकड़ी के खिलौने - कोटा
व्याख्या: सही जोड़ा 'नमदा - टोंक' है। डोरिया साड़ी कोटा की, अजरक प्रिंट बाड़मेर की और लकड़ी के खिलौने उदयपुर और बस्सी के प्रसिद्ध हैं।
47. मांगीलाल मिस्त्री का राजस्थान की किस लोक-कला से संबंध है -
- A. मांडना
- B. कावड़
- C. फड़
- D. बील
व्याख्या: मांगीलाल मिस्त्री चित्तौड़गढ़ के एक प्रसिद्ध कलाकार थे, जिन्हें कावड़ (एक चल मंदिर जैसी लकड़ी की कलाकृति) बनाने की कला में महारत हासिल थी।
48. राजस्थान राज्य में कावड़ कला का सम्बन्ध किससे है -
- A. मूर्ति शिल्प
- B. काष्ठ चित्रण
- C. वस्तु शिल्प
- D. पॉटरी निर्माण
व्याख्या: कावड़ कला काष्ठ चित्रण से संबंधित है, जिसमें लकड़ी से एक मंदिरनुमा संरचना बनाई जाती है और उसके विभिन्न कपाटों पर पौराणिक कथाओं के चित्र बनाए जाते हैं।
49. राजस्थान के कुदरत सिंह किस हस्तशिल्प से सम्बद्ध है -
- A. उस्ता कला
- B. बंधेज
- C. ब्ल्यू पॉटरी
- D. मीनाकारी
व्याख्या: कुदरत सिंह जयपुर के एक प्रसिद्ध कलाकार थे, जिन्हें मीनाकारी (सोने-चांदी के आभूषणों पर रंग भरने की कला) में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
50. कुदरतसिंह को राजस्थान की किस हस्तकला में योगदान के लिए पद्यश्री पुरस्कार से अलंकृत किया गया है-
- A. कपड़े की छपाई
- B. मीनाकारी
- C. पीतल पर मुरादाबादी काम
- D. ब्लू पाॅटरी
व्याख्या: कुदरत सिंह को आभूषणों पर मीनाकारी करने की कला में उनकी विशेषज्ञता और योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।