51. निम्नलिखित में से कौन सा एक लोक चित्रकला का अंग नहीं है -
- A. फड़
- B. बणी-ठणी
- C. सांझी
- D. पथवारी
व्याख्या: फड़, सांझी और पथवारी लोक चित्रकला के रूप हैं, जबकि बणी-ठणी किशनगढ़ चित्रकला शैली का एक प्रसिद्ध चित्र है, जो एक विशिष्ट शैली (स्कूल ऑफ पेंटिंग) का हिस्सा है, न कि एक सामान्य लोक कला।
52. कलाकार जो बीकानेर के प्रसिद्ध मथेरण परिवार से संबंधित हैं -
- A. मुन्नालाल एवं मुकुन्द
- B. अहमद अली एवं शाह मोहम्मद
- C. नारायण दास एवं बिशन दास
- D. रामनाथ एवं मनोहर
व्याख्या: मथेरण कला बीकानेर की एक पारंपरिक चित्रकला शैली है, जिसमें पौराणिक कथाओं और देवी-देवताओं के चित्र बनाए जाते हैं। मुन्नालाल और मुकुन्द इस कला के प्रसिद्ध कलाकार रहे हैं।
53. कठपुतली राजस्थान के निम्नलिखित में से किस समुदाय से संबंधित है -
- A. भट्ट
- B. मंगनियार
- C. लंगा
- D. दामोर
व्याख्या: पारंपरिक रूप से, राजस्थान में कठपुतली कला का प्रदर्शन भट्ट समुदाय द्वारा किया जाता है, जो इस कला को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाते आ रहे हैं।
54. देवी ‘सांझी’ (Sanjhi) किसकी अवतार हैं -
- A. सीता
- B. पार्वती
- C. ऊषा
- D. गायत्री
व्याख्या: सांझी कला और पूजा देवी पार्वती को समर्पित है। अविवाहित कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए उनकी पूजा करती हैं।
55. राजस्थान की कौनसी जगह दाबू प्रिंट के लिए प्रसिद्ध है -
- A. आकोला
- B. सांगानेर
- C. खण्डेला
- D. नाडोल
व्याख्या: चित्तौड़गढ़ जिले का आकोला गाँव दाबू प्रिंट के लिए प्रसिद्ध है, जो एक प्रकार की ब्लॉक प्रिंटिंग तकनीक है।
56. राष्ट्रीय हस्तशिल्प कागज संस्थान की स्थापना कहां की गई है -
- A. जयपुर
- B. जोधपुर
- C. बीकानेर
- D. उदयपुर
व्याख्या: हाथ से कागज बनाने की कला को बढ़ावा देने और अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय हस्तशिल्प कागज संस्थान (कुमारप्पा नेशनल हैंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट) की स्थापना जयपुर के सांगानेर में की गई है।
57. ऊँट की खाल पर स्वर्ण मीनाकारी और मुनव्वती कला का कार्य ____ के नाम से जाना जाता है।
- A. मीनाकारी
- B. थेवा कला
- C. उस्ता कला
- D. लाख कला
व्याख्या: ऊँट की खाल पर सोने की बारीक नक्काशी और चित्रकारी को 'उस्ता कला' या 'मुनव्वती कला' कहा जाता है। यह बीकानेर की एक विश्व प्रसिद्ध कला है।
58. काली मिट्टी के बर्तनों के लिए कौन सा स्थान प्रसिद्ध है -
- A. जयपुर
- B. बांसवाड़ा
- C. सवाई माधोपुर
- D. चित्तौड़गढ़
व्याख्या: सवाई माधोपुर और कोटा अपनी ब्लैक पॉटरी (काली मिट्टी के बर्तन) के लिए प्रसिद्ध हैं, जिन पर अक्सर चांदी के रंग से डिजाइन बनाए जाते हैं।
59. उस्ता अली रज़ा और उस्ताद हामिद रुकनुद्दीन को बीकानेर के कौन-से शासक मुगल दरबार से बीकानेर लाये थे -
- A. महाराजा दलपतसिंह
- B. राव कल्याणमल
- C. महाराजा सूरसिंह
- D. महाराजा रायसिंह
व्याख्या: बीकानेर के महाराजा रायसिंह मुगल दरबार से उस्ता कला के प्रसिद्ध कलाकार उस्ता अली रज़ा और उस्ताद हामिद रुकनुद्दीन को बीकानेर लाए थे, जिससे इस कला की यहाँ शुरुआत हुई।
60. पद्मश्री कृपालसिंह शेखावत का सम्बन्ध है-
- A. माण्डणा से
- B. उस्ता कला से
- C. ब्लू पॉटरी से
- D. कालबेलिया नृत्य से
व्याख्या: कृपाल सिंह शेखावत जयपुर के एक विश्व प्रसिद्ध कलाकार थे, जिन्हें ब्लू पॉटरी को पुनर्जीवित करने और उसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का श्रेय दिया जाता है।