31. ताम्रवती नगरी के रूप में जाना जाता है -
- A. गणेश्वर
- B. आहड़
- C. बेराठ
- D. बागौर
व्याख्या: आहड़ में तांबे के उपकरणों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता था, जिस कारण इसे 'ताम्रवती नगरी' कहा जाता है।
32. राजस्थान के किस जिले में ओझियाना स्थल स्थित है -
- A. गंगानगर
- B. भीलवाड़ा
- C. राजसमन्द
- D. उदयपुर
व्याख्या: ओझियाना, आहड़ संस्कृति से संबंधित एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है जो भीलवाड़ा जिले में स्थित है।
33. बीजक की पहाड़ी कौनसी सभ्यता से संबंधित है -
- A. आहड़
- B. बैराठ
- C. कालीबंगा
- D. रंगपुर
व्याख्या: बीजक की पहाड़ी, भीमजी की डूंगरी और गणेश डूंगरी, ये सभी बैराठ सभ्यता से संबंधित हैं।
34. गणेश्वर सभ्यता किस नदी के किनारे स्थित है -
- A. बनास नदी
- B. कांतली नदी
- C. कोठारी नदी
- D. आयड़ नदी
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता (नीम का थाना) का विकास कांतली नदी के किनारे हुआ था।
35. निम्न में से राजस्थान का कौन सा सैन्धव स्थल घग्घर नदी के किनारे स्थित है -
- A. गिलुण्ड
- B. आहाड़
- C. पीलीबंगा
- D. कालीबंगा
व्याख्या: कालीबंगा और पीलीबंगा दोनों हनुमानगढ़ जिले में प्राचीन सरस्वती (वर्तमान घग्घर) नदी के किनारे स्थित हैं।
36. निम्नांकित में किस इतिहासवेत्ता ने कालीबंगा को सिन्धु घाटी साम्राज्य की तृतीय राजधानी कहा हैं -
- A. जी.एच.ओझा
- B. श्यामल दास
- C. दशरथ शर्मा
- D. दयाराम साहनी
व्याख्या: इतिहासकार डॉ. दशरथ शर्मा ने कालीबंगा के महत्व को देखते हुए इसे सिंधु घाटी साम्राज्य की तीसरी राजधानी बताया है।
37. निम्नलिखित में से किस सभ्यता में विकसित एवं सामरिक महल की किलेबंदी के अवशेष प्राप्त हुये हैं -
- A. बैराठ
- B. कालीबंगा
- C. ईसवाल
- D. गणेश्वर
व्याख्या: कालीबंगा एक दुर्गीकृत नगर था, जहाँ सुरक्षा के लिए दुर्ग और निचले नगर दोनों के चारों ओर प्राचीर (दीवार) बनी हुई थी।
38. गणेश्वर सभ्यता किस नदी के तट पर स्थित है -
- A. आहड़
- B. कोठारी
- C. कंतली
- D. बनास
व्याख्या: गणेश्वर सभ्यता सीकर जिले में कांतली नदी के तट पर विकसित हुई।
39. निम्नलिखित में से कौन सा एक ताम्रपाषाणिक स्थल है -
- A. कालीबंगा
- B. आहड़
- C. तिलवाड़ा
- D. जसोल
व्याख्या: आहड़ एक प्रमुख ताम्रपाषाणिक (Chalcolithic) स्थल है, जहाँ पत्थर के साथ-साथ तांबे का भी प्रयोग होता था।
40. पुरातात्विक स्थल बागोर अवस्थित है -
- A. लूणी नदी पर
- B. बनास नदी पर
- C. कोठारी नदी पर
- D. चंबल नदी पर
व्याख्या: बागोर (भीलवाड़ा) मध्य पाषाण कालीन स्थल कोठारी नदी के तट पर स्थित है।