1. 1916 में निम्न में से किसने बिजोलिया किसान पंचायत का आयोजन किया था -
- A. नानजी पटेल
- B. विजय सिंह पथिक
- C. माणिक लाल वर्मा
- D. मदन मोहन मालवीय
व्याख्या: विजय सिंह पथिक ने 1916 में बिजोलिया किसान आंदोलन का नेतृत्व संभाला और किसानों को संगठित करने के लिए 1917 में 'उपरमाल पंच बोर्ड' (किसान पंचायत) की स्थापना की।
2. शेखावाटी के किसानों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने हेतु भरतपुर के किस व्यक्ति ने प्रेरित किया था -
- A. देशराज
- B. सूरजमल
- C. रामनारायण
- D. हरनाथ सिंह
व्याख्या: भरतपुर के ठाकुर देशराज ने शेखावाटी के किसानों को उनके अधिकारों के लिए संगठित होकर संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया था।
3. प्रसिद्ध भगत आन्दोलन का नेतृत्व किया गया था -
- A. गोविंदगिरी गोबपालिया और पुंजा धीरजी
- B. माणक्यलाल वर्मा एवं गोविंद गिरी
- C. जमनालाल बजाज एवं विजयसिंह पथिक
- D. गोविंद गिरी एवं मोतीलाल तेजावत
व्याख्या: भगत आंदोलन का नेतृत्व मुख्य रूप से गोविंद गिरी ने किया था, और पुंजा धीरजी उनके प्रमुख सहयोगी थे।
4. गोविंदगिरी और उनके भगत आंदोलन के संदर्भ में कौनसे कथन सही नहीं हैं -(A) 1921-22 में पंचमहल जिले में गोविंदगिरी ने असहयोग आंदोलन में भाग लिया।(B) अहमदाबाद केंद्रीय कारागृह से छूटने के बाद अपनी मृत्यु तक गोविंदगिरी पंचमहल के बारसोद में निर्वासन में रहे।(C) गोविंदगिरी के प्रभाव से बांसवाड़ा के भगत भीलों ने स्वयं को हिंदू धर्म के ढांचे में संगठित कर लिया।(D) 1927 से 1931 के मध्य बांसवाड़ा के दीवान एन. भट्टाचार्य ने भगत आंदोलन को दबाया।सही उत्तर का चयन कीजिए -
- A. (B) और (D)
- B. (A) और (C)
- C. (C) और (D)
- D. (A) और (B)
व्याख्या: कथन (B) और (D) गलत हैं। गोविंदगिरी अहमदाबाद जेल से छूटने के बाद गुजरात के कंबोई गांव में बस गए थे। एन. भट्टाचार्य का भगत आंदोलन को दबाने से सीधा संबंध नहीं था।
5. ‘राजस्थान केसरी’ समाचारपत्र का प्रकाशन किसने आरम्भ किया -
- A. ताड़केश्वर शर्मा
- B. नाथूलाल जैन
- C. विजयसिंह पथिक
- D. दुर्गाप्रसाद चौधरी
व्याख्या: विजय सिंह पथिक ने 1919 में वर्धा (महाराष्ट्र) से 'राजस्थान केसरी' समाचार पत्र का प्रकाशन शुरू किया, जिसका उद्देश्य किसान आंदोलनों को आवाज देना था।
6. किस समाचार पत्र के माध्यम से विजय सिंह पथिक ने बिजौलियां किसान आंदोलन को भारत में चर्चित बनाया -
- A. प्रताप
- B. दैनिक नवज्योति
- C. लोक वाणी
- D. प्रभात
व्याख्या: विजय सिंह पथिक ने गणेश शंकर विद्यार्थी द्वारा संपादित 'प्रताप' समाचार पत्र (कानपुर से प्रकाशित) में बिजोलिया आंदोलन पर लेख लिखकर इसे पूरे भारत में प्रसिद्ध कर दिया।
7. नानजी और ठाकरी पटेल का संबंध है?
- A. अलवर किसान आंदोलन
- B. बिजोलिया किसान आंदोलन
- C. बूंदी किसान आंदोलन
- D. बेंगू किसान आंदोलन
व्याख्या: नानजी पटेल और ठाकरी पटेल बिजोलिया किसान आंदोलन के प्रारंभिक चरण के नेता थे, जिन्हें किसानों की शिकायतें लेकर मेवाड़ महाराणा के पास भेजा गया था।
8. अप्रैल, 1944 ई. में नीम का थाना में आयोजित मीणों के सम्मेलन की अध्यक्षता की थी :
- A. मुनि मगन सागर ने
- B. छोटूराम झरवाल ने
- C. जवाहर राम ने
- D. लक्ष्मीनारायण झरवाल ने
व्याख्या: जरायम पेशा कानून जैसे दमनकारी कानूनों के खिलाफ मीणा समुदाय को संगठित करने के लिए 1944 में नीम का थाना में एक विशाल सम्मेलन हुआ, जिसकी अध्यक्षता जैन मुनि मगन सागर ने की थी।
9. इनमें से कौन बिजौलिया किसान सत्याग्रह से संबद्ध है -
- A. साधु सीताराम दास
- B. साधु कुमार स्वामी
- C. साधुरामनाथ
- D. साधु श्री रूप
व्याख्या: साधु सीताराम दास को बिजोलिया किसान आंदोलन का जनक माना जाता है। उन्होंने ही आंदोलन के शुरुआती दौर में किसानों का नेतृत्व किया था।
10. निम्नलिखित में से किस कारक या घटना ने बिजोलिया किसान आंदोलन की तीसरे चरण (1923-1941) में सफलता में सीधे योगदान नहीं दिया -
- A. मेवाड़ के प्रधानमंत्री सर टी. विजयराघवाचार्य और उनके राजस्व मंत्री डॉ. मोहन सिंह मेहता का हस्तक्षेप, जिन्होंने ठिकानेदार और किसानों के बीच एक समझौता कराया।
- B. 1919 में बिन्दुलाल भट्टाचार्य आयोग की लगान दरों को कम करने और लाग-बागों को समाप्त करने की सिफारिशें, जिन्हें मेवाड़ महाराणा ने स्वीकार कर लिया था।
- C. रानी भीलनी और उदी मालिन जैसी महिलाओं की भागीदारी, साथ ही माणिक्यलाल वर्मा द्वारा “पंछीड़ा गीत” की रचना।
- D. तिलक ने अपने ‘मराठा’ समाचार पत्र में बिजौलिया किसान आन्दोलन के पक्ष में लेख लिखा था तथा तिलक ने मेवाड़ महाराणा फतेहसिंह को पत्र भी लिखा।
व्याख्या: बिन्दुलाल भट्टाचार्य आयोग का गठन 1919 में हुआ था, जो आंदोलन के दूसरे चरण से संबंधित है। तीसरे चरण (1923-1941) में इसका सीधा योगदान नहीं था, हालांकि इसने आंदोलन की नींव मजबूत की थी।