161. नीचे दो कथन दिए गए हैं:कथन (I): बिजोलिया किसानों की समस्याओं को सुनने के लिए, उदयपुर की राज्य सरकार ने अप्रैल 1919 में, एक आयोग का गठन माण्डलगढ हाकीम बिन्दूलाल भट्टाचार्य की अध्यक्षता में गठित किया। आयोग ने किसानों के हित के लिए अनेक अनुशंसाएँ की।कथन (II): भारतीय सरकार के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का मानना था कि बिजोलिया किसान पंचायत से गठबंधन की तुरन्त स्थापना की जाए अन्यथा राजपूताना में किसान आंदोलन एक हिंसात्मक रूप ले सकता है।उपरोक्त कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें।
- A. कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
- B. कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
- C. कथन (I) और कथन (II) दोनों ही गलत हैं।
- D. कथन (I) सही है लेकिन कथन (II) गलत है।
व्याख्या: दोनों कथन सही हैं। 1919 में बिन्दुलाल भट्टाचार्य आयोग का गठन हुआ था और ब्रिटिश सरकार भी आंदोलन के बढ़ने की आशंका से चिंतित थी और समझौते के पक्ष में थी।
162. बिजौलिया किसान आन्दोलन के दौरान ‘प्रवर्तित विद्या प्रचारिणी सभा’ के प्रवर्तक थे -
- A. रामनारायण चौधरी
- B. विजयसिंह पथिक
- C. माणिक्यलाल वर्मा
- D. जमना लाल बजाज
व्याख्या: विजय सिंह पथिक ने किसानों में शिक्षा और राष्ट्रीय चेतना के प्रसार के लिए 'विद्या प्रचारिणी सभा' की स्थापना की और उसकी गतिविधियों का संचालन किया।
163. ‘सम्प सभा’ की स्थापना किसने की थी -
- A. गोविंद गुरु
- B. रुपाजी
- C. मोतीलाल तेजावत
- D. राव गोपालसिंह
व्याख्या: गोविंद गुरु ने भीलों में सामाजिक-धार्मिक सुधार और एकता के लिए 1883 में सम्प सभा की स्थापना की।
164. राजस्थान में गोविंदगिरी के भगत आंदोलन का विस्तार मुख्यतः ______ समुदाय के बीच था।
- A. सहरिया
- B. गोदिया लोहार
- C. भील
- D. मीणा
व्याख्या: गोविंद गिरी का भगत आंदोलन मुख्य रूप से दक्षिणी राजस्थान के भील और गरासिया जनजाति के लोगों के बीच फैला।
165. शेखावाटी किसान आंदोलन के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन गलत है -
- A. इस आंदोलन ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान तब आकर्षित किया जब 1925 में पथिक लॉरेंस ने इसे ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स में उठाया और इसके घटनाक्रम की रिपोर्ट लंदन के “डेली हेराल्ड” समाचार पत्र में प्रकाशित हुई।
- B. 25 अप्रैल 1935 को धापी देवी द्वारा करों से इनकार करने के लिए प्रोत्साहित किए जाने के कारण कूदन नरसंहार हुआ, जिसके परिणामस्वरूप चार किसान शहीद हो गए और इस घटना पर ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स में चर्चा हुई।
- C. 25 अप्रैल 1934 को कटारथल सम्मेलन श्रीमती किशोरी देवी के नेतृत्व में महिलाओं की एक महत्वपूर्ण सभा थी, जिसमें सिहोट के ठाकुर मानसिंह द्वारा जाट महिलाओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार का विरोध किया गया था।
- D. 1931 में गठित राजस्थान जाट क्षेत्रीय महासभा ने 1933 में झुंझुनू में अपना पहला सत्र आयोजित किया, जहाँ ठाकुर देशराज ने “जाट प्रजापति महायज्ञ” का आयोजन किया।
व्याख्या: जाट प्रजापति महायज्ञ 1934 में सीकर में आयोजित किया गया था, न कि 1933 में झुंझुनू में। यह यज्ञ ठाकुर देशराज द्वारा आयोजित किया गया था।
166. बिजौलिया किसान आंदोलन के प्रणेता निम्न में से कौन थे -
- A. केसरी सिंह बारहठ
- B. जमनालाल बजाज
- C. अर्जुनलाल सेठी
- D. विजय सिंह पथिक
व्याख्या: हालांकि आंदोलन की शुरुआत साधु सीताराम दास ने की थी, लेकिन इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और सफलतापूर्वक नेतृत्व करने का श्रेय विजय सिंह पथिक को जाता है, इसलिए उन्हें प्रणेता माना जाता है।
167. विजयसिंह पथिक किस आंदोलन से सम्बन्धित थे -
- A. जाट आंदोलन
- B. किसान आंदोलन
- C. जनजाति आंदोलन
- D. मेव आंदोलन
व्याख्या: विजय सिंह पथिक मुख्य रूप से बिजोलिया किसान आंदोलन से जुड़े थे, और उन्हें राजस्थान में किसान आंदोलनों का जनक कहा जाता है।
168. ‘मानगढ़ धाम’ जो राजस्थान का ‘जलियांवाला बाग’ नाम से प्रसिद्ध है कहां स्थित है -
- A. राजसमंद
- B. बांसवाडा
- C. अलवर
- D. बीकानेर
व्याख्या: मानगढ़ धाम, जहां 1913 का नरसंहार हुआ था, राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित है।
169. निम्नलिखित में से कौनसा कृषक आन्दोलन भील जनजाति से सम्बन्धित है -
- A. नीमूचाणा
- B. भगत
- C. ज़कात
- D. मेवाड़ पुकार
व्याख्या: भगत आंदोलन गोविंद गिरी द्वारा विशेष रूप से भील जनजाति के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक उत्थान के लिए चलाया गया था।
170. नीमूचाणा घटना कब घटित हुई -
- A. 25 मई, 1925
- B. 14 मई, 1925
- C. 13 मार्च, 1947
- D. 28 मार्च, 1947
व्याख्या: अलवर रियासत में नीमूचणा हत्याकांड की घटना 14 मई, 1925 को घटी थी।