21. एकी आन्दोलन किसने आरम्भ किया -
- A. मोतीलाल तेजावत
- B. गोविन्द गिरि
- C. विजयसिंह पथिक
- D. जयनारायण व्यास
व्याख्या: मोतीलाल तेजावत ने भीलों और गरासियों को जागीरदारों के शोषण के खिलाफ एकजुट करने के लिए 1921 में मातृकुंडिया (चित्तौड़गढ़) से 'एकी आंदोलन' शुरू किया।
22. बेगूं किसान आंदोलन का नेतृत्व किसने किया -
- A. मोतीलाल पटेल
- B. हरि भाऊ उपाध्याय
- C. रामनारायण चौधरी
- D. विजय सिंह पथिक
व्याख्या: विजय सिंह पथिक के कहने पर, राजस्थान सेवा संघ के मंत्री रामनारायण चौधरी ने बेगूं किसान आंदोलन का नेतृत्व किया था।
23. “मेवाड़ पुकार” 21 सूत्री मांगपत्र का संबंध किससे था-
- A. मोतीलाल तेजावत
- B. माणिक्यलाल वर्मा
- C. विजय सिंह पथिक
- D. साधु सीताराम दास
व्याख्या: मोतीलाल तेजावत ने भीलों और गरासियों की समस्याओं को लेकर 21 मांगों का एक पत्र तैयार किया, जिसे 'मेवाड़ पुकार' कहा जाता है। इसे उन्होंने मेवाड़ महाराणा के सामने प्रस्तुत किया था।
24. सन् 1903 में किसने अपने जागीर क्षेत्र में ‘चंवरी’ कर लगाया, जिसे प्रत्येक को अपनी पुत्री के विवाह के समय देना अपेक्षित था -
- A. भूपसिंह
- B. राव कृष्णसिंह
- C. राव पृथ्वीसिंह
- D. केसरीसिंह
व्याख्या: बिजोलिया के जागीरदार राव कृष्ण सिंह ने 1903 में 'चंवरी कर' लगाया था, जिसके अनुसार किसानों को अपनी बेटी की शादी पर 5 रुपये ठिकाने में जमा करवाने पड़ते थे।
25. निम्नलिखित में से कौनसा युग्म (कृषक आंदोलन – नेता) सुमेलित नहीं है -
- A. बूंदी-नयनूराग शर्मा
- B. बेगूं-मधाराम वैद्य
- C. मेव-यासीन खाँ
- D. बिजोलिया-विजय सिंह पथिक
व्याख्या: बेगूं किसान आंदोलन का नेतृत्व रामनारायण चौधरी ने किया था। मधाराम वैद्य बीकानेर किसान आंदोलन से जुड़े थे।
26. मीणा आंदोलन के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-1. भारत सरकार ने ‘क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट’ लागू किया था।2. जय राम पेशा कानून के तहत सभी मीणा स्त्री-पुरुषों को रोजाना थाने में हाजरी देनी होती थी।सही उत्तर का चयन कीजिए -
- A. न तो 1 और ना ही 2
- B. केवल 1
- C. 1 और 2 दोनों
- D. केवल 2
व्याख्या: ये दोनों कथन सही हैं। ब्रिटिश सरकार ने 1924 में 'क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट' के तहत मीणाओं को शामिल किया और जयपुर रियासत ने 1930 में 'जयराम पेशा कानून' बनाया, जो दमनकारी थे।
27. निम्नलिखित में से किसने बिजोलिया आंदोलन का नेतृत्व किया -
- A. सुरेंद्र सिंह
- B. विजय सिंह पथिक
- C. चूना राम पुनिया
- D. कंवर विजय पाल
व्याख्या: विजय सिंह पथिक ने 1916 में बिजोलिया किसान आंदोलन का नेतृत्व संभाला, जिससे यह आंदोलन राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया।
28. मवेशियों के विक्रय पर वसूल की जाने वाली लगान थी -
- A. सिंगोटी
- B. आबियाना
- C. बिगौड़ी
- D. लाटा
व्याख्या: सिंगोटी एक प्रकार का कर था जो रियासती काल में मवेशियों की खरीद-बिक्री पर वसूला जाता था।
29. ऐतिहासिक महत्व का स्थल बिजौलिया किस जिले में स्थित है -
- A. अजमेर
- B. भीलवाडा
- C. चित्तौड़गढ़
- D. कोटा
व्याख्या: प्रसिद्ध किसान आंदोलन का केंद्र रहा बिजोलिया वर्तमान में राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित है।
30. बेंगू किसान आंदोलन (1921-1924) और बूंदी/बराड किसान आंदोलन (1923-1943) के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है -
- A. बेंगू किसान आंदोलन का नेतृत्व पंडित नयनुराम शर्मा ने किया था, जबकि बूंदी/बराड़ किसान आंदोलन का नेतृत्व रामनारायण चौधरी ने किया था।
- B. बेंगू किसान आंदोलन 1924 में लगान दरों में कमी और बेगार के उन्मूलन के साथ सफल हुआ, जबकि बूंदी/बराड़ किसान आंदोलन 1943 में डाबी नरसंहार के कारण विफल हो गया।
- C. बेंगू किसान आंदोलन गोविंदपुरा में शुरू हुआ, जहां ट्रेंच ने गोलीबारी का आदेश दिया, जबकि बूंदी/बाराड किसान आंदोलन में नीमूचाना में नानकजी भील और देवीलाल गुर्जर की शहादत देखी गई।
- D. बेंगू किसान आंदोलन को किसानों द्वारा “बोल्शेविक समझौता” कहा गया, जबकि बूंदी/बरद किसान आंदोलन का समर्थन गांधी जी ने अपने “यंग इंडिया” अखबार में किया था।
व्याख्या: यह कथन दोनों आंदोलनों के परिणामों का सही वर्णन करता है। बेगूं आंदोलन समझौते के साथ समाप्त हुआ, जबकि बूंदी आंदोलन डाबी जैसी हिंसक घटनाओं के बाद धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया।