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किसान एवं आदिवासी आन्दोलन

राजस्थान इतिहास - किसान एवं आदिवासी आन्दोलन
21. एकी आन्दोलन किसने आरम्भ किया -
  • A. मोतीलाल तेजावत
  • B. गोविन्द गिरि
  • C. विजयसिंह पथिक
  • D. जयनारायण व्यास
22. बेगूं किसान आंदोलन का नेतृत्व किसने किया -
  • A. मोतीलाल पटेल
  • B. हरि भाऊ उपाध्याय
  • C. रामनारायण चौधरी
  • D. विजय सिंह पथिक
23. “मेवाड़ पुकार” 21 सूत्री मांगपत्र का संबंध किससे था-
  • A. मोतीलाल तेजावत
  • B. माणिक्यलाल वर्मा
  • C. विजय सिंह पथिक
  • D. साधु सीताराम दास
24. सन् 1903 में किसने अपने जागीर क्षेत्र में ‘चंवरी’ कर लगाया, जिसे प्रत्येक को अपनी पुत्री के विवाह के समय देना अपेक्षित था -
  • A. भूपसिंह
  • B. राव कृष्णसिंह
  • C. राव पृथ्वीसिंह
  • D. केसरीसिंह
25. निम्नलिखित में से कौनसा युग्म (कृषक आंदोलन – नेता) सुमेलित नहीं है -
  • A. बूंदी-नयनूराग शर्मा
  • B. बेगूं-मधाराम वैद्य
  • C. मेव-यासीन खाँ
  • D. बिजोलिया-विजय सिंह पथिक
26. मीणा आंदोलन के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-1. भारत सरकार ने ‘क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट’ लागू किया था।2. जय राम पेशा कानून के तहत सभी मीणा स्त्री-पुरुषों को रोजाना थाने में हाजरी देनी होती थी।सही उत्तर का चयन कीजिए -
  • A. न तो 1 और ना ही 2
  • B. केवल 1
  • C. 1 और 2 दोनों
  • D. केवल 2
27. निम्नलिखित में से किसने बिजोलिया आंदोलन का नेतृत्व किया -
  • A. सुरेंद्र सिंह
  • B. विजय सिंह पथिक
  • C. चूना राम पुनिया
  • D. कंवर विजय पाल
28. मवेशियों के विक्रय पर वसूल की जाने वाली लगान थी -
  • A. सिंगोटी
  • B. आबियाना
  • C. बिगौड़ी
  • D. लाटा
29. ऐतिहासिक महत्व का स्थल बिजौलिया किस जिले में स्थित है -
  • A. अजमेर
  • B. भीलवाडा
  • C. चित्तौड़गढ़
  • D. कोटा
30. बेंगू किसान आंदोलन (1921-1924) और बूंदी/बराड किसान आंदोलन (1923-1943) के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है -
  • A. बेंगू किसान आंदोलन का नेतृत्व पंडित नयनुराम शर्मा ने किया था, जबकि बूंदी/बराड़ किसान आंदोलन का नेतृत्व रामनारायण चौधरी ने किया था।
  • B. बेंगू किसान आंदोलन 1924 में लगान दरों में कमी और बेगार के उन्मूलन के साथ सफल हुआ, जबकि बूंदी/बराड़ किसान आंदोलन 1943 में डाबी नरसंहार के कारण विफल हो गया।
  • C. बेंगू किसान आंदोलन गोविंदपुरा में शुरू हुआ, जहां ट्रेंच ने गोलीबारी का आदेश दिया, जबकि बूंदी/बाराड किसान आंदोलन में नीमूचाना में नानकजी भील और देवीलाल गुर्जर की शहादत देखी गई।
  • D. बेंगू किसान आंदोलन को किसानों द्वारा “बोल्शेविक समझौता” कहा गया, जबकि बूंदी/बरद किसान आंदोलन का समर्थन गांधी जी ने अपने “यंग इंडिया” अखबार में किया था।
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