11. निम्नलिखित में से कौन-सी संरक्षण नीति सीधे सामुदायिक सहभागिता से जुड़ी हुई नहीं है -निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. बीज बचाओ आन्दोलन
- B. चिपको आन्दोलन
- C. वन्यजीवन अभयारण्य का सीमांकन
- D. संयुक्त वन प्रबंधन
व्याख्या: वन्यजीवन अभयारण्य का सीमांकन (demarcation) एक प्रशासनिक और सरकारी प्रक्रिया है, जिसे वन विभाग द्वारा किया जाता है। इसमें सीधे तौर पर सामुदायिक सहभागिता शामिल नहीं होती, जबकि अन्य सभी विकल्प (चिपको, बीज बचाओ, संयुक्त वन प्रबंधन) सामुदायिक भागीदारी पर आधारित हैं।
12. कठपुतली बनाने में किस वृक्ष की लकड़ी काम आती है-
- A. आडू
- B. खेजड़ी
- C. रोहिड़ा
- D. सिरस
व्याख्या: आडू (Ardu) की लकड़ी हल्की और नरम होती है, जिससे इसे काटना और तराशना आसान होता है। इसी गुण के कारण इसका उपयोग पारंपरिक रूप से कठपुतलियाँ बनाने के लिए किया जाता है।
13. निम्नलिखित में से किस जिले में अधिकतम आरक्षित वन क्षेत्र है -
- A. सिरोही
- B. उदयपुर
- C. करौली
- D. बारां
व्याख्या: प्रशासनिक वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान में 'आरक्षित वन' (Reserved Forest) का सबसे बड़ा क्षेत्र उदयपुर जिले में है। इन वनों में लकड़ी काटना और पशु चराई जैसी गतिविधियाँ पूरी तरह से प्रतिबंधित होती हैं।
14. राजस्थान में 2021 में कौन-से प्रकार के वन सर्वाधिक क्षेत्र पर विस्तृत हैं - (निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें)
- A. आरक्षित वन
- B. अवर्गीकृत वन
- C. निजी वन
- D. रक्षित वन
व्याख्या: राजस्थान वन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में सर्वाधिक क्षेत्रफल 'रक्षित वन' (Protected Forest) श्रेणी के अंतर्गत आता है। इन वनों में नियमों के तहत सीमित चराई और लकड़ी संग्रह की अनुमति होती है।
15. निम्नलिखित में किस प्रकार के वन राजस्थान में नहीं पाये जाते हैं -निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
- A. ज्वारीय वन
- B. उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन
- C. उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन
- D. उपोष्णकटिबंधीय पर्वतीय वन
व्याख्या: ज्वारीय वन (Tidal Forests), जिन्हें मैंग्रोव वन भी कहा जाता है, समुद्र तटों और डेल्टा क्षेत्रों में पाए जाते हैं। चूंकि राजस्थान एक भू-आबद्ध (land-locked) राज्य है और यहाँ कोई समुद्र तट नहीं है, इसलिए यहाँ ज्वारीय वन नहीं पाए जाते हैं।
16. राजस्थान में ‘खस’ घास उत्पादित जिले हैं -
- A. जयपुर, अलवर, अजमेर
- B. भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौड़गढ़
- C. टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर
- D. अलवर, धौलपुर, करौली
व्याख्या: खस एक सुगंधित घास है जिसकी जड़ों से तेल निकाला जाता है, जिसका उपयोग इत्र, शर्बत और ठंडाई बनाने में होता है। यह मुख्य रूप से राजस्थान के टोंक, सवाई माधोपुर और भरतपुर जिलों में पाई जाती है।
17. निम्न में से किस जिले में उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वाले वन नहीं पाए जाते हैं -
- A. अलवर
- B. बांसवाडा
- C. बूँदी
- D. जालौर
व्याख्या: उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वाले वन उन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जहाँ मध्यम वर्षा होती है। जालौर जिला पश्चिमी राजस्थान के शुष्क और मरुस्थलीय क्षेत्र में आता है, जहाँ मुख्य रूप से कंटीली झाड़ियाँ और मरुस्थलीय वनस्पति पाई जाती है।
18. स्टेट आफ फोरेस्ट रिपोर्ट 2021 के अनुसार ‘सुरक्षित वन या रक्षित’ श्रेणी के अन्तर्गत राजस्थान के कुल वन क्षेत्र का प्रतिशत अंश है -
- A. 54.43 प्रतिशत
- B. 56.43 प्रतिशत
- C. 9.57 प्रतिशत
- D. 6.24 प्रतिशत
व्याख्या: इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट (ISFR) 2021 के अनुसार, राजस्थान में रक्षित या सुरक्षित (Protected) वनों का हिस्सा कुल वन क्षेत्र का 56.43% है, जो कि तीनों श्रेणियों (आरक्षित, रक्षित, अवर्गीकृत) में सर्वाधिक है।
19. कथन (A) : राजस्थान के दक्षिणी क्षेत्रों में सागवान के वृक्ष अधिक पाये जाते है ।कथन (R) : सागवान अधिक सर्दी व पाला सहन कर पाता है।
- A. (A) सही है लेकिन (R) गलत है
- B. (A) और (R) दोनों सही है एवं (R), (A) की सही व्याख्या है
- C. (A) गलत है लेकिन (R) सही है
- D. (A) और (R) दोनों सही है किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है
व्याख्या: कथन (A) सही है क्योंकि सागवान के वन राजस्थान के दक्षिणी भाग (बांसवाड़ा, डूंगरपुर) में पाए जाते हैं। हालांकि, कथन (R) गलत है क्योंकि सागवान का वृक्ष पाला और अत्यधिक सर्दी सहन नहीं कर सकता, इसीलिए यह केवल गर्म और आर्द्र क्षेत्रों में ही उगता है।
20. वह वृक्ष जिसमें से ‘कत्था’ निकाला जाता है, है -
- A. खैर
- B. खेजडी
- C. सागवान
- D. सालर
व्याख्या: कत्था खैर (Acacia catechu) वृक्ष की लकड़ी के मध्य भाग को उबालकर प्राप्त किया जाता है। इसका उपयोग पान में लगाने और औषधीय प्रयोजनों के लिए होता है। कथौड़ी जनजाति पारंपरिक रूप से यह कार्य करती है।