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राजस्थान के रीति-रिवाज एवं प्रथाएँ

Rajasthan Arts and Culture - राजस्थान के रीति-रिवाज एवं प्रथाएँ
91. सागड़ी प्रथा का अर्थ है -
  • A. घुड़सवार
  • B. बन्धुआ मजदूर
  • C. पटवारी
  • D. कृषक
92. राजस्थान में ‘सामेला’ शब्द किस अवसर पर प्रयुक्त होता है -
  • A. जन्म के समय
  • B. विवाह के समय
  • C. गौना के समय
  • D. मृत्यु के समय
93. बढ़ार भोज किस अवसर पर रखा जाता है -
  • A. मृत्यु के समय
  • B. उत्सवों के समय
  • C. विवाह के समय
  • D. जन्म के समय
94. ‘चिकनी कोथली’ है -
  • A. पुत्र जन्मोत्सव की एक रस्म
  • B. शादी की एक रस्म
  • C. मृत्यु पर एक रस्म
  • D. नए ग्रह प्रवेश की एक रस्म
95. ईश्वर चन्द विद्यासागर ने किस प्रथा को समाप्त करने का बीड़ा उठाया -
  • A. विधवा विवाह
  • B. सती प्रथा
  • C. दास प्रथा
  • D. कन्या वध
96. विवाह से सम्बन्धित रस्म है -
  • A. कांकन डोरड़ा
  • B. पहरावणी
  • C. बरी पाड़ला
  • D. ये सभी
97. मोसर क्या है -
  • A. आदिवासी जनजाति
  • B. राजस्थान में मृत्यु भोेज की प्रथा
  • C. राजस्थान में दासी/दास प्रथा
  • D. राजस्थान में आदिवासी लोगों का नृत्य
98. शारदा एक्ट का संबंध है -
  • A. बाल विवाह से
  • B. सती प्रथा से
  • C. बहुपत्नी विवाह से
  • D. विधवा पुनर्विवाह से
99. बढ़ार का भोजन निम्न में से किस अवसर पर रखा जाता है -
  • A. जन्म
  • B. नामकरण
  • C. विवाह
  • D. मृत्यु
100. मोकाण की रस्म का संबंध है -
  • A. वैवाहिक रस्म से
  • B. जन्म संस्कार से
  • C. मृत्य की रस्म से
  • D. विद्याारंभ संस्कार से