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राजस्थान के रीति-रिवाज एवं प्रथाएँ

Rajasthan Arts and Culture - राजस्थान के रीति-रिवाज एवं प्रथाएँ
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26. हाली प्रथा से आशय है-
  • A. युद्ध के ढोल नगााड़े बजाने वाले एवं समान ढोने वाले स्थायी मजदुर से
  • B. घरों पर काम करने वाले बधुआ मजदुर से
  • C. खेतों व घरों पर काम करने वाले बंधुआ मजदुर से
  • D. विवाह पर दिए जाने वाले दास दासी से
Answer: 'हाली प्रथा' (जिसे सागड़ी प्रथा भी कहते हैं) खेतों और घरों में काम करने वाली बंधुआ मजदूरी की एक प्रणाली थी, जिसमें कर्ज के बदले मजदूरी करवाई जाती थी।
27. राजस्थान राज्य में प्रचलित ‘सागड़ी प्रथा’ क्या है -
  • A. शादी की परंपरा
  • B. एक विशेष प्रकार का कर
  • C. बंधुआ मजदूरी प्रणाली
  • D. राजस्व संग्रह का प्रकार
Answer: 'सागड़ी प्रथा' राजस्थान में प्रचलित बंधुआ मजदूरी की एक प्रणाली थी। इस प्रथा में कर्जदार व्यक्ति कर्ज चुकाने तक साहूकार के लिए मजदूरी करता था।
28. ‘जडूला’ एक प्रमुख संस्कार है, इसे कहते हैं -
  • A. जातकर्म
  • B. निष्क्रमण
  • C. चूड़ाकर्म
  • D. समावत्र्तन
Answer: 'जडूला' को 'चूड़ाकर्म' या 'मुंडन' संस्कार भी कहा जाता है। यह शिशु के जन्म के बाद पहली बार बाल कटवाने की रस्म है।
29. मोर बांधिया, पहरावणा और ताणना नामक तीन प्रकार के विवाह किस जनजाति में प्रचलित हैं -
  • A. भील
  • B. सहरिया
  • C. गरासिया
  • D. मीणा
Answer: 'मोर बांधिया', 'पहरावणा', और 'ताणना' गरासिया जनजाति में प्रचलित विवाह के विभिन्न प्रकार हैं। मोर बांधिया एक पारंपरिक हिन्दू विवाह की तरह होता है।
30. मृत्यु के तिसरे दिन मृतक की हड्डियो को इकट्ठा किया जाता है-
  • A. फूज चुनना
  • B. पिण्डदान
  • C. तीये की बैठक
  • D. श्राद्ध
Answer: दाह संस्कार के तीसरे दिन मृतक की अस्थियों और राख को इकट्ठा करने की क्रिया को 'फूल चुनना' या 'फूज चुनना' कहा जाता है।
31. राजस्थान में पैरों की अंगुलियों में पहना जाने वाला आभूषण है -`
  • A. तकया
  • B. बिछिया
  • C. अचकन
  • D. गोखरू
Answer: 'बिछिया' एक पारंपरिक आभूषण है जिसे विवाहित महिलाएं अपने पैरों की उंगलियों में पहनती हैं।
32. शारदा एक्ट 1929 के द्वारा विवाह के लिए कन्या एंव युवक की न्यूनतम कितनी आयु तय की गई-
  • A. 18 व 21
  • B. 14 व 18
  • C. 12 व 16
  • D. 14 व 16
Answer: शारदा एक्ट, 1929 के तहत, विवाह के लिए लड़की की न्यूनतम आयु 14 वर्ष और लड़के की न्यूनतम आयु 18 वर्ष निर्धारित की गई थी, ताकि बाल विवाह को रोका जा सके।
33. आदिवासी लोगों के प्रचलित लीला-मोरिया संस्कार संबंधित है-
  • A. विवाह से
  • B. मृत्यु से
  • C. जन्म से
  • D. मृत्युभोज से
Answer: यह प्रश्न तीसरी बार दोहराया गया है। 'लीला-मोरिया' संस्कार आदिवासियों में विवाह से जुड़ी एक महत्वपूर्ण रस्म है।
34. निम्नलिखित में से किस वर्ष में अंग्रेजों ने “सती प्रथा” को समाप्त करने के लिए कानून स्थापित किया -
  • A. 1820
  • B. 1875
  • C. 1829
  • D. 1833
Answer: गवर्नर-जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिक ने राजा राम मोहन राय जैसे समाज सुधारकों के प्रयासों से 1829 में बंगाल सती रेगुलेशन एक्ट पारित कर सती प्रथा पर कानूनी रूप से रोक लगा दी।
35. सती (रोकथाम) अधिनियम को किस वर्ष राजस्थान सरकार द्वारा कब लागू किया गया था -
  • A. 1988 में
  • B. 1987 में
  • C. 1986 में
  • D. 1985 में
Answer: देवराला सती कांड के बाद, राजस्थान सरकार ने 1987 में 'सती (रोकथाम) अधिनियम' लागू किया, जिससे सती प्रथा का महिमामंडन करना भी एक अपराध बन गया।
36. राजस्थान में किस सांस्कृतिक आयोजन में अक्सर बाल विवाह को अपने अनुष्ठानों के हिस्से के रूप में शामिल किया जाता है -
  • A. दिवाली
  • B. होली
  • C. नवरात्रि
  • D. मौसर समारोह
Answer: 'मौसर' मृत्यु भोज का आयोजन है। पुराने समय में, कई बार ऐसे बड़े सामाजिक आयोजनों पर खर्च बचाने या अन्य कारणों से बाल विवाह भी कर दिए जाते थे, हालांकि यह एक कुप्रथा है।
37. कौनसा रिवाज विवाह से संबंधित नहीं है -
  • A. बिंदोला
  • B. गठ-जोड़ा
  • C. नांगल
  • D. डावरिया
Answer: 'नांगल' नए घर में प्रवेश (गृह प्रवेश) से संबंधित रस्म है। बिंदोला, गठ-जोड़ा और डावरिया विवाह से संबंधित रिवाज हैं।
38. निम्नलिखित में से कौन सी प्रथा विवाह से संबंधित है -
  • A. जलवा पूजन
  • B. जडूला
  • C. मूठ भराई
  • D. मौसर
Answer: 'मूठ भराई' विवाह से संबंधित एक रस्म है। जलवा पूजन और जडूला जन्म से संबंधित हैं, और मौसर मृत्यु से संबंधित है।
39. राजस्थान में प्रचलित विभिन्न कुप्रथाओं एवं सर्वप्रथम रोक लगाने वाले राज्यों का कोनसा युग्म असुमेतित है -
  • A. कन्या प्रथा - जयपुर
  • B. मानव व्यापार प्रथा - कोटा
  • C. डाकन प्रथा - उदयपुर
  • D. त्याग प्रथा - जोधपुर
Answer: कन्या वध पर सर्वप्रथम रोक कोटा रियासत ने 1833 में लगाई थी, न कि जयपुर ने। इसलिए यह युग्म सुमेलित नहीं है।
40. उदयपुर राज्य में ‘डाकन प्रथा’ पर प्रतिबन्ध कब लगाया गया -
  • A. 1850 में
  • B. 1853 में
  • C. 1855 में
  • D. 1858 में
Answer: मेवाड़ (उदयपुर) रियासत में महाराणा स्वरूप सिंह के समय में, ए.जी.जी. के एजेंट जे.सी. ब्रुक के प्रयासों से 1853 में डाकन प्रथा पर रोक लगाई गई थी।
41. प्रथम बार पुत्र के जन्म के अवसर पर बालक और उसके परिवार को ननिहाल पक्ष द्वारा वस्त्र व आभूषण दिए जाते हैं। यह रिवाज कहलाता है -
  • A. जामणा
  • B. मायरा
  • C. पहरावणी
  • D. जुहारी
Answer: 'जामणा' या 'जन्मणा' वह रिवाज है जिसमें बच्चे के जन्म, विशेषकर पुत्र जन्म पर, ननिहाल पक्ष की ओर से बच्चे, उसकी माँ और परिवार के लिए उपहार (कपड़े, गहने आदि) लाए जाते हैं।
42. बेटी का पहला प्रसव होने पर उसके पीहर वालों द्वारा जंवाई व उसके साथियों को भेंट देना कहलाता है-
  • A. दशोठन
  • B. कोथला
  • C. जलवा
  • D. पहरावणी
Answer: 'कोथला' एक रिवाज है जिसमें लड़की के पहले प्रसव के बाद उसके पीहर वाले जच्चा-बच्चा, दामाद और उसके परिवार के लिए उपहार और मिठाई भेजते हैं।
43. राजस्थान में ‘सागड़ी निवारण अधिनियम’ किस वर्ष पारित किया गया -
  • A. 1955 में
  • B. 1961 में
  • C. 1968 में
  • D. 1965 में
Answer: राजस्थान में बंधुआ मजदूरी (सागड़ी प्रथा) को समाप्त करने के लिए 'राजस्थान सागड़ी प्रथा निवारण अधिनियम' वर्ष 1961 में पारित किया गया था।
44. शमशान के पास वाले चौराहें पर अर्थी की दिशा बदलने को क्या कहते है-
  • A. पिंडदान
  • B. सातरवाड़ा
  • C. आधेटा
  • D. बखेर
Answer: 'आधेटा' अंतिम संस्कार की एक रस्म है, जिसमें श्मशान ले जाते समय रास्ते में अर्थी की दिशा बदली जाती है।
45. ‘पड़दायत, खवासन, पासवान’ नामक महिलाएं संबंधित थी -
  • A. नृत्य गायन से
  • B. दास प्रथा से
  • C. लोक चित्रकारी से
  • D. धाय मां से
Answer: 'पड़दायत', 'खवासन', 'पासवान' आदि राजघरानों में दासियों के लिए प्रयुक्त होने वाली उपाधियाँ थीं, जो राजा या सामंत की उपपत्नी के रूप में रहती थीं। यह दास प्रथा का ही एक रूप था।
46. विवाह के दूसरे दिन वर पक्ष द्वारा नवदंपति के लिए आशीर्वाद समारोह व प्रीतिभोज को क्‍या कहते हैं -
  • A. कू
  • B. बढार
  • C. औलंदी
  • D. आणों
Answer: 'बढार' विवाह के अवसर पर वर पक्ष द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक सामूहिक प्रीतिभोज (दावत) होता है।
47. राजदरबार में पंक्तिबद्ध तरीके से बैठने की रिति को कहा जाता है-
  • A. पाशीब
  • B. कुरब
  • C. मिसल
  • D. नाजर
Answer: राजदरबार में सामंतों और अधिकारियों के पद और महत्व के अनुसार एक पंक्ति में बैठने की व्यवस्था को 'मिसल' कहा जाता था।
48. राजस्थान में गोला, दरोगा, चाकर, चेला आदि सम्बोधन किसके लिए प्रयुक्त होते थे -
  • A. तांत्रिक के लिए
  • B. घरेलू दास के लिए
  • C. पुलिसकर्मी के लिए
  • D. बन्धुआ मजदूर के लिए
Answer: 'गोला', 'दरोगा', 'चाकर', 'चेला' आदि शब्द राजस्थान में घरेलू दासों के लिए इस्तेमाल किए जाते थे।
49. शारदा एक्ट के प्रणेता थे -
  • A. अर्जुन लाल सेठी
  • B. रायबहादुर हरविलास
  • C. गोकुल भाई भट्ट
  • D. मोहनलाल सुखाड़िया
Answer: बाल विवाह को रोकने के लिए बनाए गए 'शारदा एक्ट' (1929) को लाने का श्रेय अजमेर के समाज सुधारक रायबहादुर हरविलास शारदा को जाता है।
50. अप्रैल, 1930 में बाल विवाह निरोधक कानून के प्रणेता कौन थे -
  • A. अर्जुनलाल सेठी
  • B. रायबहादुर हरविलास
  • C. हीरालाल शास्त्री
  • D. जमनालाल बजाज
Answer: यह कानून 1929 में पारित हुआ और 1 अप्रैल 1930 को लागू हुआ। इसके मुख्य प्रणेता रायबहादुर हरविलास शारदा थे, इसलिए इसे 'शारदा एक्ट' भी कहते हैं।