adyayan

राजस्थान के रीति-रिवाज एवं प्रथाएँ

Rajasthan Arts and Culture - राजस्थान के रीति-रिवाज एवं प्रथाएँ
SORT BY ▾
76. शिक्षा समाप्ति पर किया जाने वाला संस्कार है -
  • A. समावर्तन
  • B. वेदारंभ
  • C. उपनयन
  • D. निष्क्रमण
Answer: 'समावर्तन' संस्कार गुरुकुल में शिक्षा पूरी होने के बाद किया जाता है, जब शिष्य ब्रह्मचर्य आश्रम पूरा करके गृहस्थ आश्रम में प्रवेश करने के लिए तैयार होता है।
77. ‘ओका-नोका-गुणा’ क्या है -
  • A. त्यौहार
  • B. सिंचाई परियोजना
  • C. आभूषण
  • D. गोबर की आकृति
Answer: 'ओका-नोका-गुणा' गोबर से बनाई जाने वाली पारंपरिक आकृतियाँ हैं, जो अक्सर त्योहारों या मांगलिक अवसरों पर बनाई जाती हैं।
78. हरविलास शारदा द्वारा 1929 में पारित ‘शारदा एक्ट’ में लड़के व लड़की की विवाह योग्य आयु क्रमशः रखी गई -
  • A. 18वर्ष व 14वर्ष
  • B. 21वर्ष व 18वर्ष
  • C. 18वर्ष व 15वर्ष
  • D. 19वर्ष व 16वर्ष
Answer: शारदा एक्ट 1929 ने बाल विवाह को रोकने के लिए विवाह की न्यूनतम आयु लड़कों के लिए 18 वर्ष और लड़कियों के लिए 14 वर्ष निर्धारित की थी।
79. पानीवाड़ा संस्कार किस से संबंधित है -
  • A. विवाह
  • B. मृत्यु
  • C. बच्चे के जन्म
  • D. घर प्रवेश
Answer: 'पानीवाड़ा' मृत्यु से संबंधित एक संस्कार है। यह रस्म दाह संस्कार में शामिल होने वाले लोगों के घर लौटकर स्नान करने की क्रिया को दर्शाती है।
80. बढार का भोज निम्न में से किस मौके पर रखा जाता है -
  • A. विवाह
  • B. जन्म
  • C. मृत्यु
  • D. तीर्थ-यात्रा
Answer: 'बढार' का भोज विवाह के अवसर पर वर पक्ष द्वारा दिया जाने वाला प्रीतिभोज है।
81. बिंदोली, सामेला और पड़ला किस समारोह से संबंधित हैं -
  • A. जन्म
  • B. गृह प्रवेश
  • C. विवाह
  • D. उपनयन
Answer: 'बिंदोली', 'सामेला' और 'पड़ला' ये सभी राजस्थान में विवाह समारोह से जुड़ी महत्वपूर्ण रस्में हैं।
82. बारात जाने के बाद पीछे से वर पक्ष के घर रात को महिलाओं के द्वारा गाए जाने वाले गीत एवं खेल को कहते हैं-
  • A. ओलन्दी
  • B. रंगदारी
  • C. आख्या
  • D. टूंटिया
Answer: जब बारात दुल्हन के घर चली जाती है, तो पीछे वर के घर पर महिलाएं मनोरंजन के लिए गीत-संगीत और 'टूटिया' या 'खोरिया' नामक लोकनाट्य करती हैं।
83. राजस्थान की वह परम्परा, जिसमें दूल्हे की बारात के घर से चले जाने के बाद घर की स्त्रियों द्वारा लोक नाट्य किया जाता है, कहलाता है -
  • A. स्वांग
  • B. रम्मत
  • C. टूटिया
  • D. ख्याल
Answer: इस लोक नाट्य को 'टूटिया' या 'टूंटी' कहा जाता है, जो वर पक्ष की महिलाओं द्वारा बारात प्रस्थान के बाद किया जाता है।
84. निम्न में से कौन सी रस्म मृत्यु के दुख से सम्बन्धित नहीं है -
  • A. ढुकाव
  • B. बखेर
  • C. आघेटा
  • D. सातरवाड़ा
Answer: 'ढुकाव' मृत्यु से संबंधित नहीं है। बखेर, आघेटा और सातरवाड़ा मृत्यु संस्कार का हिस्सा हैं।
85. राजस्थान में सर्वप्रथम किस जिले में कन्या वध को गैर कानूनी घोषित किया गया-
  • A. बूँदी
  • B. कोटा
  • C. अलवर
  • D. जयपुर
Answer: राजस्थान में सबसे पहले कोटा रियासत ने 1833 ई. में कन्या वध को गैर-कानूनी घोषित किया था।
86. राजस्थानी संस्कृति में 'जांनोटण' क्या है-
  • A. वर-पक्ष की ओर से दिया जाने वाला भोज
  • B. भूमि की माप
  • C. एक कृषि कर
  • D. एक प्रकार का लोक गीत
Answer: 'जांनोटण' विवाह के अवसर पर वर पक्ष द्वारा अपनी ओर से दिए जाने वाले भोज को कहते हैं।
87. 1832 में कानून बनाकर दास प्रथा को समाप्त करनें वाला गवर्नर जनरल निम्न में सें कौन था-
  • A. लाॅर्ड आॅकलैण्ड
  • B. लार्ड हार्डिग
  • C. लार्ड विलियम बैंटिक
  • D. लाॅर्ड एलनबरों
Answer: 1832 में लॉर्ड विलियम बेंटिक ने भारत में दास प्रथा को समाप्त करने के लिए एक कानून बनाया था, जिसे 1843 में लॉर्ड एलनबरो ने पूरी तरह से लागू किया।
88. राजस्थानी संस्कृति में ‘औलंदी’ क्या है -
  • A. राजस्थानी लोक नृत्य
  • B. विवाह में दुल्हे का मामा
  • C. नववधु के साथ जाने वाली लड़की
  • D. एक प्रकार का फल
Answer: 'औलंदी' वह लड़की या स्त्री होती है जो नई दुल्हन के साथ उसके ससुराल जाती है, ताकि उसे नए घर में सहज महसूस हो सके।
89. ‘बढ़ार’ क्या है -
  • A. मृत्यु भोज
  • B. विवाह के अवसर पर प्रीतिभोज
  • C. विशेष राजस्थानी व्यंजन
  • D. सिर का आभूषण
Answer: 'बढ़ार' विवाह के अवसर पर आयोजित किया जाने वाला एक सामूहिक प्रीतिभोज या दावत है।
90. निम्नलिखित में से कौन सा संस्कार जन्म से संबंधित है -
  • A. सामेला
  • B. बान
  • C. मौसर
  • D. जडूला
Answer: 'जडूला' (मुंडन) जन्म के बाद होने वाला संस्कार है, जबकि अन्य विकल्प विवाह या मृत्यु से संबंधित हैं।
91. सागड़ी प्रथा का अर्थ है -
  • A. घुड़सवार
  • B. बन्धुआ मजदूर
  • C. पटवारी
  • D. कृषक
Answer: 'सागड़ी प्रथा' का अर्थ बंधुआ मजदूरी है। इसे हाली प्रथा भी कहा जाता है।
92. राजस्थान में ‘सामेला’ शब्द किस अवसर पर प्रयुक्त होता है -
  • A. जन्म के समय
  • B. विवाह के समय
  • C. गौना के समय
  • D. मृत्यु के समय
Answer: 'सामेला' विवाह के समय बारात के स्वागत की रस्म के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द है।
93. बढ़ार भोज किस अवसर पर रखा जाता है -
  • A. मृत्यु के समय
  • B. उत्सवों के समय
  • C. विवाह के समय
  • D. जन्म के समय
Answer: 'बढार' एक प्रीतिभोज है जो विवाह के समय आयोजित किया जाता है।
94. ‘चिकनी कोथली’ है -
  • A. पुत्र जन्मोत्सव की एक रस्म
  • B. शादी की एक रस्म
  • C. मृत्यु पर एक रस्म
  • D. नए ग्रह प्रवेश की एक रस्म
Answer: 'चिकनी कोथली' शादी की एक रस्म है जो सगाई से संबंधित है। इसमें वधू पक्ष की ओर से वर पक्ष के लिए उपहार भेजे जाते हैं।
95. ईश्वर चन्द विद्यासागर ने किस प्रथा को समाप्त करने का बीड़ा उठाया -
  • A. विधवा विवाह
  • B. सती प्रथा
  • C. दास प्रथा
  • D. कन्या वध
Answer: प्रसिद्ध समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह के समर्थन में अथक प्रयास किए, जिसके परिणामस्वरूप 1856 में विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित हुआ।
96. विवाह से सम्बन्धित रस्म है -
  • A. कांकन डोरड़ा
  • B. पहरावणी
  • C. बरी पाड़ला
  • D. ये सभी
Answer: कांकन डोरड़ा (कंगन बांधना), पहरावणी (उपहार देना) और बरी पड़ला (वधू के लिए वस्त्र-आभूषण लाना), ये सभी विवाह से संबंधित महत्वपूर्ण रस्में हैं।
97. मोसर क्या है -
  • A. आदिवासी जनजाति
  • B. राजस्थान में मृत्यु भोेज की प्रथा
  • C. राजस्थान में दासी/दास प्रथा
  • D. राजस्थान में आदिवासी लोगों का नृत्य
Answer: 'मौसर' राजस्थान में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद आयोजित किए जाने वाले मृत्यु भोज की प्रथा है।
98. शारदा एक्ट का संबंध है -
  • A. बाल विवाह से
  • B. सती प्रथा से
  • C. बहुपत्नी विवाह से
  • D. विधवा पुनर्विवाह से
Answer: शारदा एक्ट (1929) का सीधा संबंध बाल विवाह की कुप्रथा को रोकने से था।
99. बढ़ार का भोजन निम्न में से किस अवसर पर रखा जाता है -
  • A. जन्म
  • B. नामकरण
  • C. विवाह
  • D. मृत्यु
Answer: यह प्रश्न फिर से दोहराया गया है। बढार का भोजन विवाह के अवसर पर दिया जाता है।
100. मोकाण की रस्म का संबंध है -
  • A. वैवाहिक रस्म से
  • B. जन्म संस्कार से
  • C. मृत्य की रस्म से
  • D. विद्याारंभ संस्कार से
Answer: 'मोकाण' मृत्यु से संबंधित एक रस्म है, जिसमें लोग शोक व्यक्त करने के लिए एकत्रित होते हैं।