1. भरतपुर के साथ 1805 ई. की संधि को 1803 ई. की संधि की तुलना में अपमानजनक क्यों माना गया -
- A. भरतपुर को अपने सभी क्षेत्र अंग्रेजों को सौंपने पड़े।
- B. भरतपुर को 20 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति देनी पड़ी और राजकुमार को अंग्रेजों के साथ प्रतिनिधि के रूप में रहना पड़ा।
- C. भरतपुर को अपनी सेना भंग करनी पड़ी।
- D. भरतपुर को मराठों के साथ गठबंधन करने की अनुमति नहीं दी गई।
व्याख्या: 1805 की संधि युद्ध में हार के बाद हुई, जिसमें भरतपुर पर भारी युद्ध हर्जाना लगाया गया और राजकुमार को बंधक के तौर पर रखना पड़ा, जो राज्य के लिए अपमानजनक शर्तें थीं।
2. 13 जनवरी 1818 को कम्पनी सरकार और उदयपुर रियासत के मध्य संधि में महाराणा भीमसिंह की ओर से किसने हस्ताक्षर किया -
- A. ठाकुर अभयरामसिंह
- B. ठाकुर बिशनसिंह
- C. ठाकुर अजीतसिंह
- D. ठाकुर विजयसिंह
व्याख्या: मेवाड़ के महाराणा भीमसिंह ने अपनी ओर से संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए भांकरोटा के ठाकुर अजीतसिंह को अधिकृत किया था।
3. ब्रिटिश संधियों की सामान्य शर्तों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन गलत है -
- A. रियासती शासकों ने अंग्रेजों की सर्वोच्चता स्वीकार की।
- B. अंग्रेजों ने प्रत्येक राज्य में पोलिटिकल एजेंट नियुक्त किया, जो राज्य कार्यों में हस्तक्षेप करता था।
- C. रियासती शासकों को अपनी विदेश नीति अंग्रेजों को सौंपनी पड़ी।
- D. अंग्रेजों ने बाहरी आक्रमण से राज्यों की सुरक्षा का आश्वासन दिया।
व्याख्या: संधियों में औपचारिक रूप से यह लिखा गया था कि अंग्रेज आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे, हालांकि व्यवहार में पॉलिटिकल एजेंट अक्सर हस्तक्षेप करते थे। अतः, यह एक घोषित शर्त नहीं थी।
4. कोटा की संधि (26 दिसंबर, 1817) में झाला जालिमसिंह द्वारा जोड़ी गई पूरक संधि के परिणामस्वरूप क्या हुआ -
- A. कोटा को मराठों से पूर्ण मुक्ति मिल गई।
- B. हाडा शासक नाममात्र के शासक रह गए और शासन जालिमसिंह के वंशजों के पास आ गया।
- C. कोटा को ब्रिटिश संरक्षण से बाहर कर दिया गया।
- D. कोटा की आय का 50% अंग्रेजों को देना पड़ा।
व्याख्या: इस पूरक संधि के माध्यम से, झाला जालिमसिंह ने यह सुनिश्चित कर लिया कि कोटा का प्रशासनिक अधिकार वंशानुगत रूप से उनके परिवार के पास रहेगा, जिससे कोटा के महाराव केवल नाममात्र के शासक रह गए।
5. जोधपुर महाराजा को 1839 में सबक सिखाने के लिए अंग्रेजों ने कौन सी कार्रवाई की -
- A. जोधपुर पर आर्थिक प्रतिबंध लगाया
- B. मेरवाड़ा और जोधपुर लीजियन की सेना से जोधपुर दुर्ग पर अधिकार किया
- C. जोधपुर को संधि से बाहर कर दिया
- D. जोधपुर के सामंतों को हटाकर नया प्रशासन स्थापित किया
व्याख्या: महाराजा मानसिंह की अवज्ञाकारी नीतियों के कारण, अंग्रेजों ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए जोधपुर के मेहरानगढ़ किले पर अधिकार कर लिया था।
6. कथन अ: राजस्थान के राज्यों ने अंग्रेजों के साथ अधीनस्थ संधियां की थीं।कारण ब: उन्होंने साम्राज्यवादी शक्ति के संरक्षण की आवश्यकता थी।
- A. अ व ब दोनों सही हैं।
- B. ब सही हैं, और अ गलत है।
- C. अ और ब दोनों सही हैं, किन्तु ब, अ की ठीक व्याख्या नहीं करता।
- D. अ और ब दोनों सही हैं, ब, अ की ठीक व्याख्या करता है।
व्याख्या: राजपूत राज्य मराठों और पिंडारियों के हमलों से परेशान थे और उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए एक मजबूत बाहरी शक्ति (अंग्रेज) के संरक्षण की आवश्यकता थी, इसीलिए उन्होंने अधीनस्थ संधियाँ कीं।
7. संधियों के परिणामस्वरूप राजपूताना में सामाजिक सुधारों के नाम पर अंग्रेजों ने किन कुरीतियों के उन्मूलन का प्रयास किया -
- A. सती प्रथा, कन्या वध, दासता, और डाकन प्रथा
- B. बाल विवाह और विधवा पुनर्विवाह पर प्रतिबंध
- C. भूमि कर और व्यापारिक कर
- D. धार्मिक त्योहारों पर नियंत्रण
व्याख्या: अंग्रेजों ने इन सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए कानून बनाए और रियासतों पर दबाव डाला, जिससे वे अपनी 'सभ्य' बनाने की नीति को आगे बढ़ा सकें।
8. संधियों के परिणामस्वरूप अंग्रेजों द्वारा राजपूताना में स्थापित सैनिक टुकड़ियों का खर्च किसके ऊपर थोपा गया -
- A. केवल ब्रिटिश सरकार पर
- B. संबंधित राज्यों पर
- C. मराठों पर दंड के रूप में
- D. सामंतों द्वारा दी जाने वाली सहायता से
व्याख्या: सहायक संधि प्रणाली के तहत, रियासत की बाहरी सुरक्षा के लिए तैनात की गई ब्रिटिश सैन्य टुकड़ी का पूरा वित्तीय भार उसी रियासत को उठाना पड़ता था।
9. 1818 में राजपूत राज्यों से सन्धियां करने का उत्तरदायित्व ब्रिटिश कम्पनी ने किसे सौंपा था -
- A. मेटकाफ
- B. लार्ड वैलेजली
- C. कार्नवालिस
- D. सर जार्ज बालों
व्याख्या: तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड हेस्टिंग्स ने दिल्ली के ब्रिटिश रेजिडेंट चार्ल्स मेटकाफ को राजपूताना की रियासतों के साथ संधियाँ करने का मुख्य कार्य सौंपा था।
10. निम्नलिखित में से किसने राजपुताना की देशी रियासतों के साथ 1817-18 की अधीनस्थ सन्धि की बातचीत की थी -
- A. चाल्र्स मैटकाॅफ
- B. आर्थर वेलेजली
- C. जाॅन जाॅर्ज
- D. डेविड आॅक्टरलोनी
व्याख्या: चार्ल्स मेटकाफ वह प्रमुख ब्रिटिश राजनयिक थे जिन्होंने राजपूताना की अधिकांश रियासतों के साथ बातचीत करके अधीनस्थ संधियों को अंतिम रूप दिया।