41. निम्न में से किस शासक के पुत्र जगतसिंह ने ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ संधि की -
- A. सवाई प्रताप सिंह
- B. सवाई मानसिंह
- C. रामसिंह
- D. उदयसिंह
व्याख्या: महाराजा जगत सिंह द्वितीय, जिन्होंने 1818 में अंग्रेजों से संधि की, वे जयपुर के शासक सवाई प्रताप सिंह के पुत्र और उत्तराधिकारी थे।
42. 1818 ई. तक सिरोही को छोड़कर सभी राजपूत राज्यों ने अंग्रेजों के साथ संधि कर ली थी। सिरोही के साथ संधि कब और क्यों हुई -
- A. 1817 ई. में, पिंडारियों के दमन के बाद
- B. 1823 ई. में, जोधपुर के प्रभुत्ता दावे को अस्वीकार करने के बाद
- C. 1818 ई. में, मराठा शक्ति के पूर्ण विनाश के बाद
- D. 1820 ई. में, चार्ल्स मेटकॉफ के विशेष आग्रह पर
व्याख्या: जोधपुर रियासत सिरोही पर अपना अधिकार जता रही थी, जिससे संधि में बाधा उत्पन्न हुई। जब अंग्रेजों ने जोधपुर के इस दावे को खारिज कर दिया, तब 1823 में सिरोही के साथ एक स्वतंत्र संधि हो सकी।
43. निम्नलिखित में से कौन सा कथन संधियों के परिणामों के संदर्भ में सही नहीं है -
- A. शासकों में निष्क्रियता आई क्योंकि अंग्रेजों की सलाह मानना अनिवार्य हो गया।
- B. अंग्रेजों ने सांभर झील और मेवाड़ के अफीम उत्पादन पर अधिकार कर लिया।
- C. राजपूताना में ईसाई मिशनरियों ने धर्मान्तरण शुरू किया।
- D. सभी राज्यों ने खिराज देने से पूर्ण मुक्ति प्राप्त कर ली।
व्याख्या: यह कथन असत्य है। अधिकांश राज्यों को अंग्रेजों को वार्षिक 'खिराज' (Tribute) देना पड़ता था। केवल कुछ राज्य, जो पहले मराठों को कर नहीं देते थे, इससे मुक्त थे।
44. 1818 की संधि के पश्चात् ब्रिटिश विरोधी भावना रखते हुए जोधपुर के किस महाराजा ने अंततः संन्यास ले लिया था -
- A. महाराजा छत्रसिंह
- B. महाराजा तख्तसिंह
- C. महाराजा सूरतसिंह
- D. महाराजा मानसिंह
व्याख्या: जोधपुर के महाराजा मानसिंह अंग्रेजों के बढ़ते हस्तक्षेप से अत्यधिक असंतुष्ट थे, जिसके कारण उन्होंने अंततः राज-पाठ से विरक्त होकर संन्यास ग्रहण कर लिया।
45. अलवर राज्य के साथ 14 नवंबर, 1803 को की गई संधि की सबसे विशिष्ट शर्त क्या थी -
- A. अलवर को अंग्रेजों से वार्षिक खिराज लेना था।
- B. ईस्ट इंडिया कंपनी ने अलवर से किसी प्रकार का कर वसूल न करने का वचन दिया।
- C. अलवर को अपनी सेना अंग्रेजों के अधीन करने की शर्त स्वीकार करनी पड़ी।
- D. अलवर को मराठों के खिलाफ युद्ध में अंग्रेजों की सहायता करने से छूट दी गई।
व्याख्या: यह एक रक्षात्मक और आक्रामक गठबंधन संधि थी, जिसमें मराठों के विरुद्ध अलवर के सहयोग के बदले में अंग्रेजों ने उनसे कोई खिराज या कर न लेने का वचन दिया।
46. 1817-1823 ई. के बीच राजस्थान की रियासतों में से सबसे पहले किस रियासत ने अंग्रेजों के साथ संधि की थी -
- A. कोटा
- B. जोधपुर
- C. करौली
- D. बीकानेर
व्याख्या: इस संधि काल में, करौली ने नवंबर 1817 में सबसे पहले अंग्रेजों के साथ अधीनस्थ संधि पर हस्ताक्षर किए थे।
47. निम्नलिखित रियासतों में से 1817 - 1818 ई. के दौरान अंग्रेजों के साथ संधि करने वाली प्रथम रियासत कौन-सी थी -
- A. कोटा
- B. अलवर
- C. करौली
- D. जोधपुर
व्याख्या: 1817-1818 के संधि चक्र में, करौली (9 नवंबर, 1817) ने सबसे पहले अंग्रेजों के साथ संधि की थी।
48. 1818 में अंग्रेजों के साथ संधियों पर हस्ताक्षर करने वाला जयपुर राज्य का शासक कौन था -
- A. महाराजा मान सिंह
- B. महाराणा भीम सिंह
- C. राव विष्णु सिंह
- D. सवाई जगत सिंह
व्याख्या: जयपुर के महाराजा सवाई जगत सिंह द्वितीय ने अप्रैल 1818 में ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ अधीनस्थ संधि पर हस्ताक्षर किए थे।
49. बीकानेर राज्य की ओर से मार्च 1818 में अंग्रेजों के साथ सहायक संधि पर हस्ताक्षर किसने किए -
- A. दीनदयाल शर्मा
- B. काशीनाथ ओझा
- C. बद्रीप्रसाद शर्मा
- D. तेजपाल माथुर
व्याख्या: बीकानेर के शासक महाराजा सूरत सिंह की ओर से उनके विश्वस्त मंत्री काशीनाथ ओझा ने चार्ल्स मेटकाफ के साथ संधि पत्र पर हस्ताक्षर किए।
50. भरतपुर एवं अलवर ने ब्रिटिश ईस्ट इंण्डिया कम्पनी के साथ संधियां की थी -
- A. सितम्बर-नवम्बर 1803 में
- B. अगस्त-अक्टूबर 1804 में
- C. जन-फरवरी 1804 में
- D. मार्च-मई 1806 में
व्याख्या: लॉर्ड वेलेजली की सहायक संधि नीति के तहत, अलवर ने सितंबर 1803 में और भरतपुर ने नवंबर 1803 में अंग्रेजों के साथ संधि की थी।