1. ख्याल शैली के गायक व रचनाकार मनरंग किस घराने के प्रवर्तक माने जाते हैं -
- A. जयपुर घराना
- B. मेवाती घराना
- C. पटियाला घराना
- D. आगरा घराना
व्याख्या: मनरंग (भूपत खां) को ख्याल गायकी की 'जयपुर घराना' शैली का संस्थापक माना जाता है।
2. निम्नलिखित में से कौन सा तत् वाद्य नहीं है-
- A. रावणहत्था
- B. कामायचा
- C. अलगोजा
- D. जन्तर
व्याख्या: अलगोजा एक सुषिर (फूंक मारकर बजाया जाने वाला) वाद्य यंत्र है, जबकि रावणहत्था, कामायचा और जन्तर तार वाले (तत्) वाद्य यंत्र हैं।
3. निम्न में से कौन सा तत वाद्य नहीं है-
- A. जन्तर
- B. रवाज
- C. सतारा
- D. चौतारा
व्याख्या: सतारा एक सुषिर (हवा से बजने वाला) वाद्य यंत्र है। जन्तर, रवाज और चौतारा, ये सभी तार वाले (तत्) वाद्य यंत्र हैं।
4. निम्नलिखित में से कौन-सा वाद्य यंत्र बांसुरी की तरह होता है?
- A. अलगोजा
- B. भपंग
- C. रावणहत्था
- D. तंदूरा
व्याख्या: अलगोजा दो बांसुरियों का एक संयोजन होता है, जिसे एक साथ मुंह में रखकर बजाया जाता है, इसलिए यह बांसुरी की तरह का वाद्य यंत्र है।
5. सपेरों का कोन सा लोक वाद्य प्रसिद्ध है-
- A. बांसुरी
- B. शहनाई
- C. मंजीरा
- D. पूंगी
व्याख्या: पंगी (या बीन) पारंपरिक रूप से सपेरों द्वारा सांपों को मोहित करने के लिए बजाया जाने वाला प्रसिद्ध वाद्य यंत्र है।
6. मांड गायिकी से सम्बन्धित गायक/गायिका निम्नलिखित में से कौन है -
- A. अल्लाह जिला बाई
- B. हुमा कुरेशी
- C. ईला अरूण
- D. उषा चैहान
व्याख्या: अल्लाह जिलाई बाई राजस्थान की एक विश्व प्रसिद्ध मांड गायिका थीं, जिन्हें 'मरु कोकिला' भी कहा जाता है।
7. प्रसिद्ध राजस्थानी लोकगीत ‘पाथल और पीथल’ के रचयिता हैं –
- A. सत्यप्रकाश जोशी
- B. चन्द्रप्रकाश देवल
- C. विजयदान देथा
- D. कन्हैयालाल सेठिया
व्याख्या: ‘पाथल और पीथल’ महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज राठौड़ पर आधारित एक प्रसिद्ध कविता है, जिसकी रचना कन्हैयालाल सेठिया ने की थी।
8. निम्नलिखित में से कौन सा अवनद्ध वाद्य यंत्र मुख्यतः मंदिरों में प्रयोग होता है और इसकी ध्वनि की गंभीरता बढ़ाने के लिए खाल के भीतर राल, हल्दी, और तेल पकाकर लगाया जाता है?
- A. नौबत
- B. खंजरी
- C. मांदल
- D. डफ
व्याख्या: नौबत एक बड़ा नगाड़ा है जो मंदिरों और महलों के प्रवेश द्वार पर बजाया जाता था। इसकी ध्वनि को गंभीर बनाने के लिए वर्णित लेप का प्रयोग किया जाता है।
9. तार लगा वाद्य यंत्र है -
- A. खड़ताल
- B. डेरू
- C. अलगोजा
- D. जन्तर
व्याख्या: जन्तर एक तत् (तार वाला) वाद्य यंत्र है, जो वीणा के समान होता है। अन्य विकल्प सुषिर या अवनद्ध वाद्य हैं।
10. सूची-I का सूची-II के साथ मिलान करें।
- A. a - II, b - IV, c - I, d - III
- B. a - IV, b - III, c - I, d - II
- C. a - III, b - IV, c - II, d - I
- D. a - I, b - II, c - III, d - IV
व्याख्या: सही मिलान है: एकतारा - मीरांबाई बजाया करती थीं, अलगोजा - बांसुरी जैसा वाद्ययंत्र, रावणहत्था - भोपों का प्रमुख वाद्य, नगाड़ा - मोटी लकड़ी के डंडों से बजाया जाता है।