101. अल्लाह जिलाई बाई की लोकप्रियता का कारण क्या है -
- A. मांड गायन
- B. लोक नृत्य
- C. कुर्जा गायन
- D. रावण हत्था
व्याख्या: अल्लाह जिलाई बाई को राजस्थान की मांड गायन शैली को देश-विदेश में लोकप्रिय बनाने का श्रेय दिया जाता है।
102. निम्न में से कौन सा वाद्य यन्त्र खाल से मंढ़ा नहीं है -
- A. नगाड़ा
- B. रावणहत्था
- C. खंजरी
- D. चंग
व्याख्या: रावणहत्था एक तत् (तार वाला) वाद्य है। यद्यपि इसके नारियल के खोल पर खाल मढ़ी होती है, पर यह मूल रूप से अवनद्ध वाद्य (ड्रम) नहीं है जैसे कि अन्य विकल्प हैं।
103. पटेल्या, बीछियों एवं लालर प्रमुख लोकगीत है -
- A. जाट जाति के
- B. कालबेलियों के
- C. चारण जाति के
- D. आदिवासियों के
व्याख्या: ये सभी पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों के प्रमुख लोकगीत हैं।
104. वह वाद्य यन्त्र जिसमें सांप को मोहित करने की शक्ति होती है -
- A. बांसूरी
- B. शहनाई
- C. पूंगी
- D. भपंग
व्याख्या: पंगी (या बीन) को पारंपरिक रूप से सपेरों द्वारा बजाया जाता है और यह माना जाता है कि इसकी धुन से सांप मोहित हो जाते हैं।
105. हेला खयाल लोकसंगीत राजस्थान के निम्नलिखित में से किस क्षेत्र से संबंधित है -
- A. सीकर-झुन्झुनू
- B. दौसा-सवाई माधोपुर
- C. भीलवाड़ा-चित्तौड़
- D. डूंगरपुर-बांसवाड़ा
व्याख्या: हेला ख्याल, जिसमें लंबी टेर में संवाद बोले जाते हैं, दौसा, सवाई माधोपुर और लालसोट क्षेत्र की एक विशिष्ट लोकनाट्य शैली है।
106. ‘रमझोल’ किस प्रकार का लोक वाद्य यन्त्र है -
- A. अवनद्ध
- B. तत्
- C. सुषिर
- D. घन
व्याख्या: रमझोल चमड़े की पट्टी पर बंधे बहुत सारे छोटे घुंघरुओं से बना होता है, जिसे पैरों में बांधा जाता है। यह एक घन वाद्य है।
107. सुमेलित कीजिए एवं नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए -
- A. 1, 4, 2, 3
- B. 4, 1, 3, 2
- C. 3, 2, 4, 1
- D. 2, 3, 1, 4
व्याख्या: सही मिलान है: चांद खां - स्वर-सागर, पुण्डरीक विट्ठल - रामज्जरी, देवर्षि भट्ट - संगीतसार, द्वारकानाथ - रागचन्द्रिका।
108. मोरचंग है -
- A. चित्र शैली
- B. गायनशैली
- C. नृत्य शैली
- D. वाद्य यंत्र
व्याख्या: मोरचंग लोहे से बना एक छोटा सुषिर वाद्य यंत्र है, जिसे होठों के बीच रखकर बजाया जाता है। इसे 'ज्यू'ज हार्प' भी कहते हैं।
109. राजस्थान की मरू कोकिला’ उपनाम से प्रसिद्ध मांड गायिका है -
- A. गवरी देवी
- B. मांगी बाई
- C. अल्ला जिलाई बाई
- D. सीमा मिश्रा
व्याख्या: बीकानेर की मांड गायिका अल्ला जिलाई बाई को उनकी मधुर आवाज के कारण 'मरू कोकिला' कहा जाता है।
110. जहूर खां मेवाती किस लोक वाद्य के पारंगत कलाकार हैं -
- A. रावण हत्था
- B. अलगोजा
- C. पुंगी
- D. भपंग
व्याख्या: जहूर खां मेवाती को 'भपंग का जादूगर' कहा जाता है, वे इस वाद्य के सबसे प्रसिद्ध कलाकार थे।