171. निम्नलिखित में से कौन सा द्यनवाद्य है -
- A. कुंडी
- B. करना
- C. पेली
- D. टंकोरा
व्याख्या: टंकोरा एक धातु की प्लेट होती है जिसे डंडे से मारकर बजाया जाता है, इसलिए यह एक घन वाद्य है। (प्रश्न में 'घनवाद्य' की वर्तनी अशुद्ध है)।
172. ‘मैं तो मरी होती राज, खा गयो बैरी बिछूड़ो’ इस लोक गीत का प्रचलन है -
- A. मेवात क्षेत्र में
- B. बांगड़ क्षेत्र में
- C. हाड़ौती क्षेत्र में
- D. पर्वतीय आंचल में
व्याख्या: यह 'बिछुड़ो' नामक प्रसिद्ध लोकगीत की पंक्ति है, जो हाड़ौती (कोटा-बूंदी) क्षेत्र में बहुत लोकप्रिय है।
173. रावण हत्था को निम्न में से किस से बनाया जाता है -
- A. नारियल
- B. इस्पात का बर्तन
- C. कांच का बर्तन
- D. नीम की लकड़ी
व्याख्या: रावणहत्था की तुम्बी या कटोरी आधे कटे हुए नारियल के खोल से बनती है।
174. सीठणे हैं -
- A. श्रृंगारिक लोकगीत
- B. विरह गीत
- C. पर्वतीय लोकगीत
- D. गाली गीत
व्याख्या: सीठणे विवाह के अवसर पर गाए जाने वाले मनोरंजक गाली गीत हैं, जो वधू पक्ष की स्त्रियाँ वर पक्ष के लोगों के लिए गाती हैं।
175. जोधपुर जिले के बोरून्दा में रूपायन संस्थान का संस्थापक कौन था -
- A. विजयदान देथा
- B. देवीलाल सामर
- C. कोमल कोठारी
- D. कृपालसिंह शेखावत
व्याख्या: प्रसिद्ध कला मर्मज्ञ कोमल कोठारी ने विजयदान देथा के साथ मिलकर बोरुन्दा में रूपायन संस्थान की स्थापना की थी।
176. सूची-I एवं सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिये गये कूट में से सही उत्तर चुनिए –
- A. A-(iv), B-(iii), C-(ii), D-(i)
- B. A-(ii), B-(iii), C-(iv), D-(i)
- C. A-(ii), B-(i), C-(iii), D-(iv)
- D. A-(i), B-(ii), C-(iii), D-(iv)
व्याख्या: सही मिलान है: भपंग - ज़हूर खाँ, नड - कर्णा भील, अलगोजा - रामनाथ चौधरी, खड़ताल - सदीक खाँ।
177. विश्व का प्राचीनतम वाद्य यंत्र माना जाता है-
- A. शंख
- B. डमरू
- C. पिनाक
- D. रावणहत्था
व्याख्या: डमरू को भगवान शिव से जोड़ा जाता है और इसे पौराणिक कथाओं में सबसे प्राचीन वाद्य यंत्रों में से एक माना जाता है।
178. रसिया किस क्षेत्र में गाया जाने वाला गीत है-
- A. पूर्वी राजस्थान
- B. उत्तरी राजस्थान
- C. दक्षिणी राजस्थान
- D. पश्चिमी राजस्थान
व्याख्या: रसिया गीत मुख्य रूप से पूर्वी राजस्थान के भरतपुर और धौलपुर (ब्रज क्षेत्र) में होली और अन्य अवसरों पर गाए जाते हैं।
179. पंडित जसराज ____ गायकी से संबंधित हैं -
- A. इनमें से कोई नहीं
- B. मौद
- C. मेवाती
- D. खयाल
व्याख्या: पंडित जसराज मेवाती घराने के थे, लेकिन उनकी गायन की मुख्य शैली 'खयाल' थी।
180. निम्न में से कौनसा तत् वाद्य नहीं है -
- A. रवाज
- B. चौतारा
- C. सतारा
- D. जन्तर
व्याख्या: सतारा एक सुषिर (फूंक से बजने वाला) वाद्य है, जबकि रवाज, चौतारा और जन्तर तीनों तत् (तार वाले) वाद्य हैं।