181. मंदिरों तथा राजा-महाराजाओं के महलों के मुख्य द्वार पर बजाए जाने वाला वाद्य यन्त्र है -
- A. ताशा
- B. नगाड़ा
- C. नौबत
- D. ढोल
व्याख्या: नौबत एक बड़ा नगाड़ा होता है जिसे पारंपरिक रूप से महलों और मंदिरों के मुख्य द्वार पर मंगल ध्वनि के रूप में बजाया जाता था।
182. श्रावण माह के दौरान राजस्थानी महिलाओं द्वारा गाए जाने वाले लोकप्रिय लोक गीत का नाम बताएं -
- A. तीज
- B. लोटिया
- C. रसिया गीत
- D. कजरी
व्याख्या: श्रावण मास में हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है, और इस अवसर पर महिलाएं तीज के गीत गाती हैं और झूला झूलती हैं।
183. एक तार वाला संगीत वाद्य यंत्र जो विभिन्न प्रकार की धुनें और राग उत्पन्न कर सकता है, कहलाता है:
- A. खड़ताल
- B. पूंगी
- C. रावणहत्था
- D. एकतारा
व्याख्या: एकतारा, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, एक तार वाला वाद्य यंत्र है जिसका उपयोग साधु-संत और लोक गायक भजन गाने में करते हैं।
184. रावणहत्था क्या है -
- A. एक प्रकार का नृत्य
- B. वाद्ययंत्र
- C. एक पुस्तक का शीर्षक
- D. स्थान का नाम
व्याख्या: रावणहत्था एक प्राचीन तार वाला वाद्ययंत्र है जो राजस्थान में बहुत लोकप्रिय है।
185. निम्न में से कौनसा वाद्य यंत्र अलवर क्षेत्र में अधिक प्रचलित है -
- A. रवाज
- B. अपंग
- C. भपंग
- D. सतारा
व्याख्या: भपंग वाद्य यंत्र का संबंध मुख्य रूप से अलवर (मेवात) क्षेत्र से है और इसे वहां के जोगी बजाते हैं।
186. ‘रावण हत्था’ वाद्ययंत्र मुख्य रूप से किनके द्वारा बजाया जाता है -
- A. भोपे एवं भील
- B. पुजारी एवं गरासिया
- C. मौलवी एवं शेख
- D. महन्त एवं कालबेलिया
व्याख्या: रावणहत्था मुख्य रूप से लोकदेवताओं के भोपों द्वारा फड़ वाचन के समय और भील समुदाय द्वारा बजाया जाता है।
187. ‘तेरहताली’ नृत्य में किस वाद्ययंत्र का प्रयोग किया जाता है -
- A. मंजीरा
- B. ताश
- C. मांदल
- D. शंख
व्याख्या: तेरहताली नृत्य का नाम ही इस बात पर आधारित है कि इसमें शरीर पर तेरह मंजीरे बांधकर उन्हें बजाया जाता है।
188. “मोहन वीणा” संगीत वाद्य का आविष्कार किसने किया -
- A. डॉ.पी.के.सेठी
- B. कर्पूर चन्द कुलिश
- C. जगजीत सिंह
- D. पं. विश्व मोहन भट्ट
व्याख्या: ग्रैमी पुरस्कार विजेता पंडित विश्व मोहन भट्ट ने गिटार को भारतीय शास्त्रीय संगीत के अनुकूल बनाकर 'मोहन वीणा' का आविष्कार किया।
189. अधोलिखित में से (वाद्य यंत्र का प्रकार - वाद्य यंत्र) असंगत युग्म है -
- A. तत् वाद्य - इकतारा
- B. सुषिर वाद्य - अलगोज़ा
- C. घन वाद्य - खड़ताल
- D. अवनद्ध वाद्य - जंतर
व्याख्या: जंतर एक तत् (तार वाला) वाद्य है, न कि अवनद्ध (चमड़े से मढ़ा) वाद्य। अन्य सभी युग्म सही हैं।
190. नड क्या है -
- A. लकड़ी की चार पट्टियाँ
- B. जुड़वां बांसुरियाँ
- C. एक तार वाला वाघ
- D. एक लम्बी बांसुरी
व्याख्या: नड एक लंबी, सीधी बांसुरी जैसा सुषिर वाद्य है, जिसे विशेषकर जैसलमेर क्षेत्र में बजाया जाता है।