1. निम्नलिखित में से राजस्थान के किस प्राधिकरण को एक ऐसे व्यक्ति से शिकायत प्राप्त करने और पूछताछ करने का अधिकार दिया गया है जो लोक सूचना अधिकारी से जानकारी प्राप्त करने में असमर्थ रहा है -
- A. आरएसबीबी (RSBB)
- B. आरएसटीसी (RSTC)
- C. आरपीएससी (RPSC)
- D. आरआईसी (RIC)
व्याख्या: आरआईसी (RIC) का पूरा नाम राजस्थान सूचना आयोग (Rajasthan Information Commission) है। यह सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत अंतिम अपीलीय प्राधिकरण है और उन शिकायतों पर सुनवाई करता है जहां नागरिक को जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
2. अप्रैल, 2023 में राज्य सरकार द्वारा राजस्थान राज्य सूचना आयोग की एक पीठ की स्थापना किस शहर में किया जाना स्वीकृत किया गया है -
- A. अजमेर में
- B. कोटा में
- C. जोधपुर में
- D. उदयपुर में
व्याख्या: प्रशासनिक सुधारों के तहत और आमजन की सुविधा के लिए, राजस्थान सरकार ने अप्रैल 2023 में राज्य सूचना आयोग की एक नई पीठ जोधपुर में स्थापित करने की मंजूरी दी।
3. राजस्थान सूचना आयोग का गठन कब हुआ -
- A. 1 अप्रैल 2005
- B. 18 अप्रैल 2006
- C. 8 अप्रैल 2006
- D. 12 मई 2008
व्याख्या: सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के प्रावधानों के तहत राजस्थान सूचना आयोग का गठन 18 अप्रैल, 2006 को किया गया था।
4. ‘अवदानी जनेभ्य’ निम्नलिखित में से किस संस्था का आदर्श वाक्य है -
- A. लोकायुक्त
- B. राजस्थान राज्य चुनाव आयोग
- C. राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग
- D. राजस्थान राज्य सूचना आयोग
व्याख्या: ‘अवदानी जनेभ्य’ राजस्थान राज्य सूचना आयोग का आदर्श वाक्य है, जिसका अर्थ है 'लोगों को सूचना प्रदान करना'।
5. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन राजस्थान राज्य सूचना आयोग (आरआईसी) के संबंध में सही नहीं है -
- A. आरआईसी आरटीआई अधिनियम, 2005 में उल्लेखित मामलों के संबंध में अंतिम अपीलीय प्राधिकारी है।
- B. श्री टी. श्रीनिवासन राजस्थान के पहले मुख्य सूचना आयुक्त थे।
- C. इसके निर्णय अंतिम और बाध्यकारी होते हैं।
- D. आरआईसी का गठन 18 अप्रैल, 2006 को किया गया था।
व्याख्या: यह कथन गलत है। राजस्थान के पहले मुख्य सूचना आयुक्त श्री एम. डी. कौरानी थे। अन्य सभी कथन सही हैं।
6. राजस्थान राज्य के प्रथम मुख्य सूचना आयुक्त कौन थे -
- A. श्री टी. श्रीनिवासन
- B. श्री नारायण बारेठ
- C. श्री एम. डी. कौरानी
- D. श्री लक्ष्मण सिंह राठौड़
व्याख्या: श्री एम. डी. कौरानी को राजस्थान राज्य के पहले मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था।
7. दोनों कथनों को पढ़े और निर्धारित करें कि राज्य सूचना आयोग के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है।कथन - I : मुख्य राज्य सूचना आयुक्त पुनर्नियुक्ति के लिए पात्र नहीं है।कथन- II : राज्य सूचना आयुक्त, अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद, मुख्य राज्य सूचना आयुक्त के रूप में नियुक्त होने के पात्र होते हैं।
- A. केवल कथन - I सत्य है।
- B. केवल कथन- II सत्य है।
- C. दोनों कथन- I और II सत्य हैं।
- D. न तो कथन - I और न ही कथन - II सत्य है।
व्याख्या: सूचना का अधिकार अधिनियम के अनुसार, मुख्य सूचना आयुक्त पुनर्नियुक्ति का पात्र नहीं होता। हालांकि, एक सूचना आयुक्त को मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। इसलिए दोनों कथन सत्य हैं।
8. “सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005” के निम्नलिखित में से किस अध्याय में राज्य सूचना आयोग के गठन का उल्लेख है -
- A. अध्याय 2
- B. अध्याय 3
- C. अध्याय 4
- D. अध्याय 5
व्याख्या: सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के अध्याय 4 (धारा 15 से 17) में राज्य सूचना आयोग के गठन, पदावधि और सेवा शर्तों का वर्णन है।
9. राज्य सूचना आयोग अपनी वार्षिक रिपोर्ट ______ प्रेषित करता है।
- A. राज्यपाल को
- B. राज्य सरकार को
- C. राज्य के मुख्य सचिव को
- D. केन्द्र सरकार को
व्याख्या: अधिनियम के अनुसार, राज्य सूचना आयोग अपनी वार्षिक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपता है, जिसे बाद में राज्य विधानमंडल के समक्ष रखा जाता है।
10. मुख्य सूचना आयुक्त या अन्य आयुक्तों राज्य स्तर पर कौन हटा सकता है -
- A. स्वयं राज्यपाल द्वारा
- B. मुख्यमंत्री द्वारा
- C. मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल के नेतृत्व में गठित एक समिति की सिफारिश पर
- D. राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गठित एक समिति की सिफारिश पर
व्याख्या: प्रश्न में हटाने की प्रक्रिया को नियुक्ति प्रक्रिया के साथ मिला दिया गया है। सही प्रक्रिया यह है कि राज्यपाल उन्हें सिद्ध कदाचार या अक्षमता के आधार पर हटा सकते हैं, लेकिन केवल उच्चतम न्यायालय की जांच और सिफारिश के बाद।