31. समान कार्य के लिए समान वेतन भारत के संविधान में सुनिश्चित किया गया, एक -
- A.मौलिक अधिकार है
- B.मौलिक कर्तव्य है
- C.आर्थिक अधिकार है
- D.राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत का अंग है
व्याख्या: 'समान कार्य के लिए समान वेतन' का प्रावधान अनुच्छेद 39(घ) के तहत राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत का एक हिस्सा है। यह एक मौलिक अधिकार नहीं है, लेकिन सरकार के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत है।
32. राज्य के नीति निर्देशक तत्वों का उल्लेख भारतीय संविधान के किस भाग में हैं ?
- A.भाग II
- B.भाग III
- C.भाग IV
- D.भाग V
व्याख्या: राज्य के नीति निर्देशक तत्वों का उल्लेख संविधान के भाग IV (अनुच्छेद 36 से 51) में किया गया है। भाग III में मौलिक अधिकार हैं।
33. भारतीय संविधान के निम्नोक्त भागों में से किस एक में न्यायपालिका तथा कार्यपालिका के पार्थक्य का प्रावधान है ?
- A.प्रस्तावना
- B.मूल अधिकार
- C.राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत
- D.सातवीं तालिका
व्याख्या: अनुच्छेद 50, जो राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों का हिस्सा है, में यह प्रावधान है कि राज्य, लोक सेवाओं में न्यायपालिका को कार्यपालिका से अलग करने के लिए कदम उठाएगा।
34. राज्य के नीति निर्देशक तत्त्व नहीं हैं -
- A.वैज्ञानिक मनोभाव के विकास का
- B.पोषाहार के स्तर को ऊपर उठाना
- C.कमजोर श्रेणियों के आर्थिक हित को बढ़ाने का
- D.कार्यपालिका से न्यायपालिका को अलग रखने का
व्याख्या: वैज्ञानिक मनोभाव (Scientific Temper) का विकास करना अनुच्छेद 51A के तहत एक मौलिक कर्तव्य है, न कि नीति निर्देशक तत्व। अन्य सभी विकल्प नीति निर्देशक तत्वों (अनुच्छेद 47, 46, और 50) का हिस्सा हैं।
35. मूलभूत संविधान में कौन - से भाग में राज्य लोक कल्याण की संकल्पना सम्मिलित की गई है ?
- A.संविधान की प्रस्तावना में
- B.संविधान की दूसरी अनुसूची में
- C.संविधान की तीसरी अनुसूची में
- D.राज्य के नीति निर्देशक तत्व में
व्याख्या: लोक कल्याणकारी राज्य की संकल्पना का सबसे स्पष्ट और विस्तृत उल्लेख राज्य के नीति निर्देशक तत्वों (विशेषकर अनुच्छेद 38) में किया गया है।
36. भारतीय संविधान में राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत को किस मुख्य कारण से सम्मिलित किया गया है ?
- A.कल्याणकारी राज्य की स्थापना के लिए
- B.धर्मनिरपेक्ष राज्य की स्थापना के लिए
- C.सरकार के स्वेच्छाचारी आचरण को रोकने के लिए
- D.सरकार को विकास में आवश्यक अवसर प्रदान करने के लिए
व्याख्या: नीति निर्देशक सिद्धांतों को शामिल करने का सर्वोपरि कारण भारत को एक सामाजिक और आर्थिक रूप से न्यायपूर्ण 'कल्याणकारी राज्य' बनाना था।
37. भारतीय संविधान का कौन - सा अंग समाजवादी व्यवस्था स्थापित करने की प्रेरणा देता है ?
- A.मूल अधिकार
- B.मूल कर्तव्य
- C.नीति निर्देशक तत्व
- D.नागरिकता
व्याख्या: नीति निर्देशक तत्व, जैसे आय की असमानता को कम करना, संसाधनों का उचित वितरण, और समान काम के लिए समान वेतन, एक समाजवादी व्यवस्था की स्थापना की प्रेरणा देते हैं।
38. नीति निर्देशक तत्त्वों का क्रियान्वयन निम्नलिखित में से किस पर निर्भर करता है ?
- A.स्वतंत्र न्यायपालिका पर
- B.राष्ट्रपति की इच्छा पर
- C.सशक्त विपक्ष पर
- D.सरकार के पास उपलब्ध संसाधनों पर
व्याख्या: चूंकि ये तत्व कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं हैं, इनका कार्यान्वयन पूरी तरह से सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति और उसके पास उपलब्ध वित्तीय एवं अन्य संसाधनों पर निर्भर करता है।
39. भारतीय संविधान में राज्य के नीति निर्देशक तत्त्व ग्रहण किये गये हैं -
- A.ब्रिटेन से
- B.आयरलैंड से
- C.पूर्व सोवियत संघ से
- D.फ्रांस से
व्याख्या: भारतीय संविधान निर्माताओं ने राज्य के नीति निर्देशक तत्वों की अवधारणा 1937 के आयरलैंड के संविधान से ली थी।
40. राज्य के नीति-निर्देशक तत्त्व में क्या शामिल है जो मूल अधिकार में नहीं है ?
- A.अस्पृश्यता का उन्मूलन
- B.आने-जाने की स्वतंत्रता
- C.धर्म की स्वतंत्रता
- D.कुटीर उद्योग को प्रोत्साहन
व्याख्या: अस्पृश्यता का उन्मूलन (अनु. 17), आने-जाने की स्वतंत्रता (अनु. 19), और धर्म की स्वतंत्रता (अनु. 25-28) मौलिक अधिकार हैं। कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन (अनु. 43) एक नीति निर्देशक तत्व है।