26. 'राजनीतिक स्वतंत्रता राष्ट्र की प्राणवायु है' यह कथन किसका है ?
- A.मोतीलाल नेहरु
- B.व्योमेश चन्द्र बनर्जी
- C.अरविंद घोष
- D.महात्मा गांधी
Answer: यह प्रसिद्ध कथन गरमपंथी नेता और दार्शनिक अरविंद घोष का है, जो पूर्ण स्वतंत्रता के महत्व पर जोर देता है।
27. गदर पार्टी के एक प्रमुख नेता थे
- A.पी. मित्रा
- B.हरदयाल
- C.बी. जी. तिलक
- D.बिपिन चन्द्र पाल
Answer: लाला हरदयाल गदर पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से थे और इसके सबसे प्रभावशाली नेताओं और विचारकों में से एक थे।
28. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन गरमपंथियों के प्रभावाधीन आया
- A.1906 के बाद
- B.1909 के बाद
- C.1914 के बाद
- D.1919 के बाद
Answer: 1905 के बंगाल विभाजन के बाद नरमपंथियों की नीतियों में विश्वास कम हो गया, और 1906-1907 तक गरमपंथियों (उग्रवादियों) का प्रभाव काफी बढ़ गया।
29. किसने कहा था : 'भारतवर्ष तलवार के बल पर जीता गया था और तलवार के बल पर ही उसे ब्रितानी कब्जे में रखा जाएगा?
- A.डफरिन
- B.एल्गिन
- C.लैंसडाउन
- D.कर्जन
Answer: यह कथन वायसराय लॉर्ड एल्गिन द्वितीय का है, जो ब्रिटिश साम्राज्य की सैन्य शक्ति और साम्राज्यवादी मानसिकता को दर्शाता है।
30. निम्नलिखित में से कौन पहले एक क्रांतिकारी थे जो बाद में एक योगी और दार्शनिक बन गए?
- A.लाला लाजपत राय
- B.अगरकर
- C.बाल गंगाधर तिलक
- D.अरविंद घोष
Answer: अरविंद घोष प्रारंभिक जीवन में एक प्रमुख गरमपंथी क्रांतिकारी थे, लेकिन बाद में उन्होंने राजनीति छोड़ दी और पांडिचेरी में एक आध्यात्मिक आश्रम की स्थापना की।
31. गदर क्रांति छिड़ने का सबसे महत्वपूर्ण कारण क्या था?
- A.लाला हरदयाल की गिरफ्तारी
- B.कामगाटामारु घटना
- C.प्रथम विश्वयुद्ध का शुरु होना
- D.कर्तार सिंह सराभा को फांसी
Answer: गदर पार्टी के क्रांतिकारियों ने प्रथम विश्व युद्ध के फैलने को एक अवसर के रूप में देखा, क्योंकि ब्रिटिश साम्राज्य युद्ध में व्यस्त था, जिससे भारत में विद्रोह करना आसान हो गया।
32. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम मुस्लिम प्रेसीडेन्ट था
- A.अबुल कलाम आजाद
- B.रफी अहमद किदवई
- C.एम. ए. अंसारी
- D.बदरुद्दीन तैयबजी
Answer: बदरुद्दीन तैयबजी 1887 में मद्रास में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीसरे अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गए थे।
33. भारत में गरमदलीय आंदोलन का पिता किसे कहा जाता है?
- A.मोतीलाल नेहरु
- B.गोपाल कृष्ण गोखले
- C.वल्लभभाई पटेल
- D.बाल गंगाधर तिलक
Answer: बाल गंगाधर तिलक को उनकी उग्र राष्ट्रवादी विचारधारा और जनता को संगठित करने की क्षमता के कारण 'गरमदलीय आंदोलन का पिता' माना जाता है।
34. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (व्यक्ति) A. श्यामजी कृष्ण वर्माB. भीकाजी कानाC. ऐनी बेसेंटD. अरविन्द घोषसूची-II (जर्नल)1. वन्दे मातरम2. इंडियन सोशियोलौजिस्ट3. द तलवार4. कॉमन वील
- A.A → 2, B → 3, C → 4, D → 1
- B.A → 3, B → 2, C → 1, D → 4
- C.A → 2, B → 3, C → 1, D → 4
- D.A → 3, B → 2, C → 4, D → 1
Answer: यह सूची विभिन्न राष्ट्रवादी नेताओं और उनके द्वारा प्रकाशित किए गए समाचार पत्रों/पत्रिकाओं का सही मिलान है।
35. किस अधिवेशन में होमरूल समर्थक अपनी राजनीतिक शक्ति का सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर सके ?
- A.कांग्रेस का 1916 का लखनऊ अधिवेशन
- B.1920 का बंबई में होनेवाला ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन अधिवेशन
- C.1918 में होनेवाला यू० पी० किसान सभा
- D.1938 में नागपुर का संयुक्त ए.आई.टी.यू.सी.
Answer: 1916 के लखनऊ अधिवेशन में, एनी बेसेंट और तिलक के प्रयासों से गरमपंथियों को कांग्रेस में फिर से शामिल कर लिया गया, जो होमरूल आंदोलन के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
36. बंगाल का विभाजन हुआ
- A.15 अगस्त, 1905
- B.15 सितम्बर, 1905
- C.15 अक्तूबर, 1905
- D.15 नवम्बर, 1905
Answer: लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल का विभाजन 16 अक्टूबर, 1905 को प्रभावी हुआ था। दिया गया विकल्प निकटतम तिथि है।
37. किसने उदारवादियों के संबंध में कहा: 'अपनी शिकायतों का निवारण करने तथा रियायत पाने के लिए उन्होंने 20 साल से अधिक समय कमोबेश जो आंदोलन चलाया उसमें उन्हें रोटियों के बजाय पत्थर मिले’ ?
- A.लाला लाजपत राय
- B.बाल गंगाधर तिलक
- C.अरविंद घोष
- D.बिपिन चन्द्र पाल
Answer: यह कथन लाला लाजपत राय का है, जो नरमपंथियों की याचिका-आधारित राजनीति की विफलता पर उनकी निराशा को दर्शाता है।
38. 'गीता रहस्य' नामक ग्रंथ किसके द्वारा लिखा गया ?
- A.महात्मा गांधी
- B.बाल गंगाधर तिलक
- C.विनोबा भावे
- D.गोपाल कृष्ण गोखले
Answer: बाल गंगाधर तिलक ने मांडले जेल में अपने कारावास के दौरान श्रीमद्भगवद्गीता पर 'श्रीमद्भगवद्गीता रहस्य' नामक टीका लिखी।
39. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (संस्था)A. बंगाल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटीB. मद्रास नेटिव एसोसिएशनC. पूना सार्वजनिकD. इंडियन एसोसिएशनसूची-II (स्थापना वर्ष)1. 18532. 18523. 18764. 1876
- A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
- C.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
- D.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
Answer: यह सूची विभिन्न राष्ट्रवादी संगठनों और सूची में दिए गए उनके स्थापना वर्षों का सीधा मिलान है, हालांकि कुछ ऐतिहासिक तिथियाँ (जैसे बंगाल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी - 1843, पूना सार्वजनिक सभा - 1870) थोड़ी भिन्न हो सकती हैं।
40. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में निम्न में से किसको नरमदलीय नेता के तौर पर नहीं जाना जाता था ?
- A.बाल गंगाधर तिलक
- B.दादाभाई नौरोजी
- C.एम. जी. राणाडे
- D.गोपाल कृष्ण गोखले
Answer: बाल गंगाधर तिलक गरम दल (उग्रवादी) के प्रमुख नेता थे, जबकि दादाभाई नौरोजी, राणाडे और गोखले नरम दल (उदारवादी) के थे।
41. मद्रास महाजन सभा की स्थापना की गई, वर्षा-
- A.1881 में
- B.1882 में
- C.1883 में
- D.1884 में
Answer: मद्रास महाजन सभा की स्थापना मई 1884 में एम. वीराराघवाचारी, जी. सुब्रमण्यम अय्यर और पी. आनंद चार्लू ने की थी।
42. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में 16 अक्तूबर, 1905 निम्नलिखित कारणों में से किसके लिए प्रसिद्ध है?
- A.कलकत्ता के टाउन हॉल में स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक घोषणा की गई थी
- B.इस दिन आधिकारिक रूप से बंग-भंग (बंगाल विभाजन) लागू हुआ
- C.दादा भाई नौरोजी ने घोषणा की कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लक्ष्य स्वराज्य है
- D.लोकमान्य तिलक ने पूना में विदेशी आंदोलन प्रारंभ किया
Answer: 16 अक्टूबर 1905 वह तारीख है जब लॉर्ड कर्जन द्वारा घोषित बंगाल का विभाजन आधिकारिक तौर पर लागू हुआ था।
43. आधुनिक भारतीय इतिहास में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय क्यों प्रसिद्ध है?
- A.भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन यहीं हुआ था
- B.सुरेन्द्रनाथ बनर्जी और दादाभाई नौरोजी इसके छात्र रहे थे
- C.ए. ओ. ह्यूम इसके प्राचार्य थे
- D.इनमें से कोई नहीं
Answer: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन 28 दिसंबर, 1885 को बंबई के इसी कॉलेज में आयोजित किया गया था।
44. लार्ड कर्जन के शासनकाल का सबसे मूर्खतापूर्ण कार्य जिसने उग्र राष्ट्रीयता को जन्म दिया, क्या था ?
- A.1899 का कलकत्ता नगर निगम अधिनियम
- B.1904 का भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम
- C.1904 का प्रशासकीय गोपनीयता अधिनियम
- D.1905 का बंगाल विभाजन
Answer: बंगाल विभाजन को 'फूट डालो और राज करो' की नीति के रूप में देखा गया, जिसने पूरे देश में तीव्र राष्ट्रवादी भावनाओं को भड़काया और स्वदेशी आंदोलन को जन्म दिया।
45. भारत के पहले लोक संघ 'लैंड होल्डर्स सोसायटी' की स्थापना कब हुई थी?
- A.1835 ई०
- B.1836 ई०
- C.1837 ई०
- D.1838 ई०
Answer: द्वारकानाथ टैगोर द्वारा 1837-38 में स्थापित, यह भारत के पहले राजनीतिक संघों में से एक था, जिसका उद्देश्य जमींदारों के हितों की रक्षा करना था।
46. 1904 के क्रांतिकारी संग्ठन 'अभिनव भारत' संगठित किया गया था -
- A.ओडिशा में
- B.बंगाल में मुसलमानों के हितों की रक्षा करना
- C.उत्तर प्रदेश में
- D.महाराष्ट्र में
Answer: विनायक दामोदर सावरकर और उनके भाई गणेश दामोदर सावरकर ने 1904 में महाराष्ट्र में इस गुप्त क्रांतिकारी संगठन की स्थापना की थी।
47. कांग्रेस लीग समझौता (लखनऊ समझौता, 1916) का दूरगामी परिणाम क्या हुआ?
- A.भारत का विभाजन तथा पाकिस्तान का निर्माण
- B.दोनों संस्थाओं ने मिलकर स्वतंत्रता के लिए प्रयास किया
- C.हिन्दू-मुस्लिम एकता को बल मिला
- D.ब्रिटिश सरकार की फूट डालो व राज करो की नीति असफल हुई
Answer: इस समझौते में कांग्रेस द्वारा मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्रों को स्वीकार करने से सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा मिला, जिसने अंततः विभाजन का मार्ग प्रशस्त किया।
48. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक थे एक-
- A.असैनिक सेवक
- B.मिलिट्री कमांडर
- C.सामाजिक कार्यकर्ता
- D.विज्ञानी
Answer: एलन ऑक्टेवियन ह्यूम (ए. ओ. ह्यूम) एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश सिविल सेवक (असैनिक सेवक) थे।
49. निम्नलिखित में से किस आन्दोलन के कारण भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का विभाजन हुआ जिसके कारण 'नरम दल' और गरम दल' का उद्भव हुआ?
- A.स्वदेशी आन्दोलन
- B.भारत छोडो आन्दोलन
- C.असहयोग आंदोलन
- D.सविनय अवज्ञा आन्दोलन
Answer: स्वदेशी आंदोलन के तरीकों और लक्ष्यों को लेकर नरमपंथियों और गरमपंथियों के बीच मतभेद इतने बढ़ गए कि 1907 में सूरत अधिवेशन में कांग्रेस का विभाजन हो गया।
50. स्वदेशी आंदोलन शुरु किया गया था
- A.बंगाल विभाजन के विरोध के रूप में
- B.भारतीय माल के उपभोग को प्रोत्साहित करने के लिए
- C.जालियांवाला बाग में भारतीयों की हत्या के विरोध में
- D.भारत में एक उत्तरदायी सरकार बना सकने में ब्रिटिश सरकार की असफलता के कारण
Answer: स्वदेशी आंदोलन 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में शुरू हुआ था, जिसमें विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देना शामिल था।