41. किस बीकानेर नरेश ने 1570 ई. में नागौर दरबार में अकबर की अधीनता स्वीकार करी -
- A. राव चन्द्रसेन
- B. राव रायसिंह
- C. राव कल्याणमल
- D. राव अमरसिंह
व्याख्या: 1570 में अकबर द्वारा आयोजित नागौर दरबार में, बीकानेर के शासक राव कल्याणमल ने अपने पुत्रों रायसिंह और पृथ्वीराज के साथ उपस्थित होकर मुगल अधीनता स्वीकार की।
42. 1574 ई. में अकबर की सेना के अधिकार के बाद जोधपुर का प्रशासक किसे नियुक्त किया गया -
- A. युसुफ खां
- B. बदायूंनी
- C. बीकानेर के कल्याणमल
- D. बीकानेर के रायसिंह
व्याख्या: राव चन्द्रसेन के जोधपुर छोड़ने के बाद, अकबर ने 1574 ई. में बीकानेर के कुंवर रायसिंह को जोधपुर का प्रशासक नियुक्त किया, जो इस पद पर लगभग तीन वर्ष तक रहे।
43. मारवाड़ की कौन-सी रानी “रूठी रानी” के नाम से विख्यात है -
- A. उमादे
- B. रूपादे
- C. पदमिनी
- D. कर्णवती
व्याख्या: राव मालदेव की पत्नी और जैसलमेर की राजकुमारी उमादे भटियाणी, विवाह की पहली रात को ही अपने पति से रूठ गई थीं और जीवन भर उनसे अलग रहीं, इसलिए वे इतिहास में 'रूठी रानी' के नाम से प्रसिद्ध हैं।
44. निम्न शासकों में से कौनसा ‘वर्साय की शांति संधि’ का एक हस्ताक्षर कत्र्ता था -
- A. कोटा के महाराज उम्मेद सिंह
- B. जयपुर के माधोसिंह-2
- C. बीकानेर के महाराजा गंगासिंह
- D. जोधपुर के महाराजा सर उम्मेदसिंह
व्याख्या: बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1919 में हुई वर्साय की शांति संधि में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और संधि पर हस्ताक्षर करने वालों में से एक थे।
45. राव मालदेव किस युद्ध में बिना लड़े ही युद्ध क्षेत्र से प्रस्थान कर गये -
- A. सुमेल का युद्ध
- B. मेडता का युद्ध
- C. भाद्राजून का युद्ध
- D. खानवा का युद्ध
व्याख्या: सुमेल के युद्ध में शेरशाह सूरी की एक चाल के कारण राव मालदेव को अपने सेनापतियों (जैता और कूम्पा) की निष्ठा पर संदेह हो गया और वे युद्ध शुरू होने से पहले ही मैदान छोड़कर चले गए।
46. मारवाड़ के राठौड़ वंश के संस्थापक कौन हैं?
- A. राव चुंडा
- B. राव सीहा
- C. राव मालदेव
- D. राव गंगा
व्याख्या: राव सीहा को 13वीं शताब्दी में मारवाड़ क्षेत्र में राठौड़ शासन स्थापित करने का श्रेय दिया जाता है, इसलिए उन्हें इस वंश का संस्थापक माना जाता है।
47. निम्न जोड़ों में कौन सा एक सही मेल नहीं है -
- A. राणा कुम्भा - गुहिल
- B. राणा सांगा - गुहिल
- C. राव मालदेव - राठौर
- D. राव चंद्र सेन - भाटी
व्याख्या: राव चंद्र सेन मारवाड़ (जोधपुर) के राठौड़ वंश के शासक थे, न कि भाटी वंश के। अन्य सभी जोड़े सही हैं।
48. दुर्गादास राठोर विद्रोही शहजादे अकबर को दक्कन क्यों लेकर गया -
- A. दक्कन सबसे निकटवर्ती क्षेत्र था।
- B. दुर्गादास औरंगजेब का ध्यान मारवाड़ से हटाना चाहता था।
- C. संभाजी ने अकबर को अपने दरबार में आमंत्रित किया था।
- D. अकबर दक्कन में शरण लेना चाहता था।
व्याख्या: दुर्गादास, शहजादे अकबर को दक्कन (दक्षिण भारत) ले गए ताकि औरंगजेब का ध्यान और सैन्य संसाधन मारवाड़ से हटकर दक्षिण की ओर केंद्रित हो जाएं, जिससे मारवाड़ को राहत मिल सके।
49. कर्नल टाॅड ने किसे ‘राठौड़ों का यूलीसैस’ कहा-
- A. राव चन्द्रसेन
- B. जसवन्त सिंह
- C. दुर्गादास
- D. अजीत सिंह
व्याख्या: इतिहासकार कर्नल जेम्स टॉड ने वीर दुर्गादास राठौड़ की अटूट स्वामीभक्ति, साहस और कूटनीतिक कौशल की तुलना यूनानी नायक यूलिसिस से करते हुए उन्हें 'राठौड़ों का यूलिसिस' कहा।
50. निम्नलिखित शासकों में से किसने अकबर के शासन के दौरान बलूच विद्रोह के दमन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई -
- A. बीकानेर के कल्याणमल ने
- B. बीकानेर के राय सिंह ने
- C. आमेर के भारमल ने
- D. आमेर के जगन्नाथ कच्छावा ने
व्याख्या: बीकानेर के राय सिंह अकबर के एक विश्वसनीय सेनापति थे और उन्होंने मुगल साम्राज्य के लिए कई सैन्य अभियानों में भाग लिया, जिसमें बलूच विद्रोह को दबाना भी शामिल था।