21. तमिल भाषा के ‘शिल्पादिकारम्' और 'मणिमेखलई' नामक गौरवग्रंथ किससे संबंधित है?
- A.जैन धर्म
- B.बौद्ध धर्म
- C.हिन्दू धर्म
- D.ईसाई धर्म
व्याख्या: हालांकि इन ग्रंथों में जैन और बौद्ध प्रभाव हैं, लेकिन इनकी मूल कथावस्तु और सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि मुख्य रूप से हिंदू धर्म से संबंधित है।
22. निम्न में कौन संगमयुगीन व्याकरण रचना सर्वाधिक महत्वपूर्ण रचना मानी गयी है?
- A.एतुतगोई
- B.पादकिल्कणेक्कू
- C.तोलकापियम्
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: तोलकापियम् को केवल एक व्याकरण ग्रंथ ही नहीं, बल्कि संगम युग की सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति को समझने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है।
23. 'तमिल काव्य का इलियड' कहा जाता है—
- A.तोल्तकप्पियम्
- B.कुरल
- C.शिलप्पदिकारम्
- D.मणिमेकलई
व्याख्या: महाकाव्य 'शिलप्पदिकारम्' को इसकी नाटकीय कथा, पात्रों के संघर्ष और भावनात्मक गहराई के कारण 'तमिल काव्य का इलियड' कहा जाता है।
24. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (राज्य)A. चेरB. चोलC. पाण्डेयसूची-II (राजकीय चिन्ह)1. धनुष2. बाघ3. मछली
- A.A → 1, B → 2, C → 3
- B.A → 3, B → 2, C → 1
- C.A → 3, B → 1, C → 2
- D.A → 2, B → 1, C → 3
व्याख्या: यह संगम युग के तीन प्रमुख राजवंशों और उनके राजकीय प्रतीकों का सही मिलान है।
25. निम्नलिखित राजवंशों में किसका उल्लेख संगम साहित्य में नहीं हुआ है?
- A.कदम्ब
- B.चेर
- C.चोल
- D.पाण्ड्य
व्याख्या: संगम साहित्य में मुख्य रूप से केवल तीन राजवंशों- चेर, चोल और पांड्य का ही उल्लेख मिलता है। कदम्ब राजवंश का उदय बाद में हुआ।
26. निम्न में कौन संगमयुगीन व्याकरण रचना सर्वाधिक महत्वपूर्ण रचना मानी गयी है?
- A.एतुतगोई
- B.पादकिल्कणेक्कू
- C.तोलकापियम्
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: तोलकापियम् को केवल एक व्याकरण ग्रंथ ही नहीं, बल्कि संगम युग की सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति को समझने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है।
27. किसके संबंध में यह कहावत है ‘जितनी जमीन में एक हाथी लेट सकता है उतनी जमीन सात आदमियों का पेट भर सकता है
- A.कावेरी डेल्टा
- B.तुंगभद्रा के तटवर्ती क्षेत्र
- C.रायचूर दोआब
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: यह कहावत कावेरी नदी के डेल्टा की अत्यधिक उर्वरता और कृषि समृद्धि का वर्णन करती है, जो चोल साम्राज्य का हृदय स्थल था।
28. तिरुवल्लुवर की रचना 'कुरल' या 'मुप्पाल' को कहा जाता है
- A.तमिल भूमि का बाइबिल
- B.तमिल भूमि का महान व्याकरण ग्रंथ
- C.तमिल भूमि का महान नाट्य ग्रंथ
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: 'कुरल' को इसके नैतिक और सार्वभौमिक उपदेशों के कारण अत्यंत सम्मान दिया जाता है और इसे 'तमिल भूमि का बाइबिल' या 'पांचवां वेद' भी कहा जाता है।
29. संगम युग में उरैयूर किसलिए विख्यात था ?
- A.मसालों के व्यापार का महत्वपूर्ण केन्द्र
- B.कपास के व्यापार का महत्वपूर्ण केन्द्र
- C.विदेशी व्यापार का महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र
- D.आंतरिक व्यापार का महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र
व्याख्या: उरैयूर, जो चोलों की प्रारंभिक राजधानी थी, संगम काल में सूती कपड़े और कपास के व्यापार का एक बहुत बड़ा और प्रसिद्ध केंद्र था।
30. संगम युग में उरैयूर किसलिए विख्यात था ?
- A.मसालों के व्यापार का महत्वपूर्ण केन्द्र
- B.कपास के व्यापार का महत्वपूर्ण केन्द्र
- C.विदेशी व्यापार का महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र
- D.आंतरिक व्यापार का महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र
व्याख्या: उरैयूर, जो चोलों की प्रारंभिक राजधानी थी, संगम काल में सूती कपड़े और कपास के व्यापार का एक बहुत बड़ा और प्रसिद्ध केंद्र था।