26. केंद्र और राज्यों के बीच होने वाले विवादों का निर्णय करने की भारत के उच्चतम न्यायलय की शक्ति आती है -
- A.इसकी परामर्शी अधिकारिता के अंतर्गत
- B.इसकी अपीलीय अधिकारित के अंतर्गत
- C.इसकी मूल अधिकारिता के अंतर्गत
- D.इसकी सांविधिक अधिकारिता के अंतर्गत
Answer: केंद्र और राज्यों के बीच के विवाद या दो या दो से अधिक राज्यों के बीच के विवादों का निपटारा करना उच्चतम न्यायालय की 'मूल' या 'आरंभिक' अधिकारिता (Original Jurisdiction) के अंतर्गत आता है।
27. निम्नलिखित में उच्चतम न्यायालय की सबसे पहली महिला न्यायाधीश कौन थी ?
- A.सुनन्दा भंडारे
- B.लीला सेठ
- C.फातिमा बीबी
- D.इंदिरा जय सिंह
Answer: न्यायमूर्ति फातिमा बीवी 1989 में उच्चतम न्यायालय में नियुक्त होने वाली पहली महिला न्यायाधीश थीं। लीला सेठ किसी उच्च न्यायालय (हिमाचल प्रदेश) की मुख्य न्यायाधीश बनने वाली पहली महिला थीं।
28. जब राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति का पद खाली हो, तो भारत के राष्ट्रपति के पद पर कौन होता है ?
- A.प्रधानमंत्री
- B.भारत का मुख्य न्यायाधीश
- C.लोकसभा अध्यक्ष
- D.उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer: राष्ट्रपति (उत्तराधिकार) अधिनियम, 1969 के अनुसार, यदि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों के पद रिक्त हों, तो भारत का मुख्य न्यायाधीश राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है।
29. परामर्शदायी अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत उच्चतम न्यायालय किसी विधि के प्रश्न या जनता के लिए विशेष महत्व के तथ्य पर परमार्श देता है, तो उसे भेजा जाए -
- A.संघीय विधि मंत्री द्वारा
- B.किसी भी उच्च न्यायालय द्वारा
- C.प्रधानमंत्री द्वारा
- D.राष्ट्रपति द्वारा
Answer: संविधान के अनुच्छेद 143 के तहत, केवल भारत के राष्ट्रपति ही कानून या तथ्य के किसी भी प्रश्न पर उच्चतम न्यायालय से परामर्श मांग सकते हैं।
30. सर्वोच्च न्यायालय में तदर्थ न्यायाधीशों की नियुक्ति किस देश की न्याय प्रणाली से प्रेरित है ?
- A.ऑस्ट्रेलिया
- B.कनाडा
- C.सं. रा. अ.
- D.फ्रांस
Answer: भारत में तदर्थ (Ad-hoc) न्यायाधीशों की नियुक्ति का प्रावधान फ्रांस की न्याय प्रणाली से लिया गया है, जहाँ इस तरह की व्यवस्था का उपयोग किया जाता है।
31. निम्नलिखित में से किस वाद में उच्चतम न्यायालय ने संविधान के मूल ढाँचें का सिद्धांत प्रतिपादित किया था ?
- A.गोलकनाथ
- B.ए. के. गोपालन
- C.केशवनन्द भारती
- D.मेनका गांधी
Answer: 1973 के ऐतिहासिक केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य मामले में, सर्वोच्च न्यायालय ने 'संविधान के मूल ढांचे' (Basic Structure) का सिद्धांत दिया, जिसके अनुसार संसद मौलिक अधिकारों में संशोधन तो कर सकती है, लेकिन संविधान की मूल संरचना को नहीं बदल सकती।
32. सर्वोच्च न्यायालय कौन - सा प्रलेख जारी नहीं कर सकता है ?
- A.बंदी प्रत्यक्षीकरण
- B.निषेधाज्ञा
- C.प्रतिषेध
- D.परमादेश
Answer: सर्वोच्च न्यायालय अनुच्छेद 32 के तहत पाँच प्रकार की रिट जारी कर सकता है: बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, प्रतिषेध, उत्प्रेषण और अधिकार-पृच्छा। निषेधाज्ञा (Injunction) आमतौर पर निचली अदालतों द्वारा जारी किया जाने वाला एक आदेश है।
33. न्यायिक पुनर्विलोकन में न्यायालय को निम्नलिखित अधिकार प्राप्त है -
- A.यदि कोई कानून या आदेश संविधान के विपरीत हो तो उसे असंवैधानिक घोषित करना
- B.निचले न्यायालयों के आदेश का पुनरावलोकन करना
- C.निचले न्यायालयों के निर्णय के विरुद्ध अपील सुनना
- D.कानून का इस दृष्टि से परीक्षण कि क्या उसके बनाने में निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन हुआ है
Answer: न्यायिक पुनर्विलोकन का सार यह है कि यदि संसद या राज्य विधानमंडल द्वारा बनाया गया कोई कानून या कार्यपालिका द्वारा जारी कोई आदेश संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन करता है, तो न्यायालय उसे शून्य या असंवैधानिक घोषित कर सकता है।
34. भारत के उच्चतम न्यायालय को
- A.केवल प्रारम्भिक क्षेत्राधिकार है
- B.केवल अपीलीय क्षेत्राधिकार है
- C.प्रारम्भिक और अपीलीय क्षेत्राधिकार है
- D.प्रारम्भिक, अपीलीय और परामर्शदायी क्षेत्राधिकार है
Answer: भारत के उच्चतम न्यायालय के पास कई प्रकार के क्षेत्राधिकार हैं, जिनमें मुख्य रूप से प्रारंभिक (जैसे केंद्र-राज्य विवाद), अपीलीय (निचली अदालतों के फैसलों के खिलाफ अपील) और परामर्शदायी (राष्ट्रपति को सलाह देना) शामिल हैं।
35. संविधान की व्याख्या करने का अंतिम अधिकार किसे प्राप्त है ?
- A.लोकसभाध्यक्ष
- B.राष्ट्रपति
- C.एटॉर्नी जनरल ऑफ़ इंडिया
- D.सर्वोच्च न्यायालय
Answer: भारतीय संविधान का अंतिम व्याख्याकार और संरक्षक सर्वोच्च न्यायालय है। संविधान के किसी भी प्रावधान पर विवाद की स्थिति में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय अंतिम माना जाता है।
36. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृति की आयु कितनी होती है ?
- A.62 वर्ष
- B.65 वर्ष
- C.68 वर्ष
- D.70 वर्ष
Answer: सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 65 वर्ष की आयु पूरी करने पर सेवानिवृत्त होते हैं। उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के लिए यह आयु 62 वर्ष है।
37. भारतीय संविधान के किस भाग में संघीय न्यायपालिका का उल्लेख है ?
- A.भाग-II
- B.भाग-III
- C.भाग-IV
- D.भाग-V
Answer: संघीय न्यायपालिका, यानी सर्वोच्च न्यायालय का उल्लेख संविधान के भाग V में 'संघ' (The Union) के अध्याय 4 के अंतर्गत अनुच्छेद 124 से 147 तक किया गया है।
38. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीशों की निम्न में से कौन - सी अहर्ता होनी चाहिए ?
- A.वह किसी एक या अधिक उच्च न्यायालयों में लगातार कम से कम 5 वर्ष तक न्यायाधीश के रूप में कार्य कर चूका हो
- B.वह किसी एक या अधिक उच्च न्यायालयों में लगातार 10 वर्षों तक अधिवक्ता रहा हो
- C.वह एक पारंगत विधिवेत्ता हो
- D.उपर्युक्त में से कोई भी
Answer: सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनने के लिए, व्यक्ति को दिए गए विकल्पों में से कोई भी एक योग्यता पूरी करनी होती है: (A) 5 साल के लिए उच्च न्यायालय का न्यायाधीश, या (B) 10 साल के लिए उच्च न्यायालय का वकील, या (C) राष्ट्रपति की राय में एक प्रतिष्ठित विधिवेत्ता।
39. सर्वोच्च न्यायालय किसे हटाने के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश कर सकता है ?
- A.मंत्रिपरिषद के किसी भी सदस्य को
- B.संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों को
- C.लोकसभाध्यक्ष को
- D.उपर्युक्त सभी को
Answer: अनुच्छेद 317 के अनुसार, राष्ट्रपति संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अध्यक्ष या किसी सदस्य को केवल सर्वोच्च न्यायालय द्वारा की गई जांच और सिफारिश के बाद ही हटा सकते हैं।
40. सर्वोच्च न्यायालय में तदर्थ न्यायाधीश की नियुक्ति होती है जब -
- A.कतिपय न्यायाधीश दीर्घकालीन अवकाश पर चले जाते हैं
- B.स्थायी नियुक्ति के लिए कोई उपलब्ध नहीं होता
- C.न्यायालय के समक्ष लम्बित वादों में असाधारण वृद्धि होती है
- D.न्यायालय के किसी सत्र के लिए न्यायाधीशों का कोरम (गणपूर्ति) नहीं होता
Answer: तदर्थ (Ad-hoc) न्यायाधीश की नियुक्ति तब की जाती है जब सर्वोच्च न्यायालय की किसी बैठक को पूरा करने के लिए न्यायाधीशों की गणपूर्ति (कोरम) कम पड़ जाती है, ताकि न्यायालय का कामकाज सुचारू रूप से चल सके।
41. राष्ट्रपति कानूनी मामलों में किससे परामर्श ले सकता है ?
- A.न्याय मंत्री
- B.महान्यायवादी
- C.उच्च न्यायालय
- D.सर्वोच्च न्यायालय
Answer: संविधान का अनुच्छेद 143 राष्ट्रपति को यह अधिकार देता है कि वह सार्वजनिक महत्व के किसी भी कानूनी या तथ्यात्मक मामले पर सर्वोच्च न्यायालय से परामर्श ले सकता है।
42. भारत में न्यायपालिका है -
- A.स्वतंत्र
- B.संसद के अधीन
- C.राष्ट्रपति के अधीन
- D.प्रधानमंत्री के अधीन
Answer: भारतीय संविधान में न्यायपालिका को कार्यपालिका और विधायिका से स्वतंत्र रखा गया है ताकि वह बिना किसी दबाव के निष्पक्ष रूप से न्याय कर सके। यह लोकतंत्र का एक प्रमुख स्तंभ है।
43. उचतम न्यायालय की परामर्श आधिकारिता के विषय में निम्नलिखित में से कौन से कथन सही है ?1. उच्चतम न्यायालय के लिए यह वाध्यकारी है कि वह राष्ट्रपति द्वारा निर्देशित किसी भी मामले में अपना मत व्यक्त करें 2. परामर्शी अधिकारिता शक्ति के अधीन प्राप्त किसी निर्देश पर उच्चतम न्यायालय की पूर्ण पीठ सुनवाई करती है 3. परामर्शी अधिकारिता के अधीन प्राप्त निर्देश पर व्यक्त किया हुआ उच्चतम न्यायालय का मत सरकार पर वाध्यकारी नहीं होता 4. उच्चतम न्यायालय को उसकी परामर्शी अधिकारिता की शक्ति के अधीन एक बार में केवल एक ही निर्देश भेजा जा सकता है नीचे दिये गये कूटों की सहायता से उत्तर का चयन कीजिये -
- A.1 और 2
- B.1 और 3
- C.2 और 3
- D.2 और 4
Answer: कथन 2 सही है क्योंकि ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए कम से कम पांच न्यायाधीशों की पीठ होती है। कथन 3 भी सही है क्योंकि न्यायालय द्वारा दी गई सलाह राष्ट्रपति या सरकार के लिए बाध्यकारी नहीं होती है। कथन 1 गलत है क्योंकि न्यायालय सलाह देने से इनकार कर सकता है।
44. उच्चतम न्यायालय को परामर्शदात्री बनाया गया है -
- A.अनुच्छेद 124 में
- B.अनुच्छेद 137 में
- C.अनुच्छेद 143 में
- D.अनुच्छेद 148 में
Answer: संविधान का अनुच्छेद 143 राष्ट्रपति को सर्वोच्च न्यायालय से परामर्श करने की शक्ति प्रदान करता है, इसलिए इसे सर्वोच्च न्यायालय का 'परामर्शदात्री क्षेत्राधिकार' भी कहा जाता है।
45. न्यायिक पुनर्विलोकन का अधिकार किसे है ?
- A.उच्च न्यायालय
- B.उच्चतम न्यायालय
- C.राष्ट्रपति
- D.लोकसभा
Answer: यद्यपि उच्च न्यायालयों के पास भी न्यायिक पुनर्विलोकन की शक्ति होती है, लेकिन अंतिम अधिकार उच्चतम न्यायालय के पास है। उच्चतम न्यायालय का निर्णय सभी पर बाध्यकारी होता है।
46. सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद पर सर्वाधिक लम्बी अवधि तक कौन पदस्थ रहा ?
- A.हीरालाल जे. कानिया
- B.के. एन. वांचू
- C.एस. एस. सिकरी
- D.व्हाई. वी. चन्द्रचूड़
Answer: न्यायमूर्ति यशवंत विष्णु (व्हाई. वी.) चंद्रचूड़ ने सबसे लंबे समय तक, लगभग 7 साल (1978 से 1985 तक), भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया।
47. सेवानिवृति के पश्चात सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश वकालत कर सकते हैं -
- A.केवल सर्वोच्च न्यायालय में
- B.केवल उच्च न्यायालय में
- C.सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय दोनों में
- D.किसी भी न्यायालय में नहीं
Answer: संविधान के अनुच्छेद 124(7) के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय का कोई भी सेवानिवृत्त न्यायाधीश भारत के किसी भी न्यायालय या किसी भी प्राधिकरण के समक्ष वकालत नहीं कर सकता।
48. न्यायिक पुनर्विलोकन का अर्थ है की सर्वोच्च न्यायालय -
- A.को सभी प्रकरणों पर अंतिम अधिकार प्राप्त है
- B.राष्ट्रपति के विरुद्ध दोषारोपण कर सकता है
- C.उच्च न्यायालय द्वारा निर्णित प्रकरणों का समालोचना कर सकता है
- D.किसी भी राज्य के कानून को अवैध घोषित कर सकता है
Answer: न्यायिक पुनर्विलोकन का अर्थ है कि सर्वोच्च न्यायालय केंद्र और राज्य दोनों के कानूनों की संवैधानिकता की जांच कर सकता है और यदि कोई कानून संविधान का उल्लंघन करता है तो उसे अवैध घोषित कर सकता है।
49. जब भारतीय न्यायिक पद्धति में लोकहित मुकदमा (PIL) लाया गया तब भारत के मुख्य न्यायमूर्ति कौन थे ?
- A.एम. हिदायतुल्ला
- B.ए. एम. अहमदी
- C.ए. एस. आनन्द
- D.पी. एन. भगवती
Answer: न्यायमूर्ति पी. एन. भगवती को भारत में 'जनहित याचिका' (PIL) का जनक माना जाता है। उनके मुख्य न्यायाधीश के कार्यकाल के दौरान पीआईएल को काफी बढ़ावा मिला।
50. भारतीय संविधान में तदर्थ न्यायाधीशों की नियुक्ति का प्रावधान है -
- A.सर्वोच्च न्यायालय में
- B.उच्च न्यायालय में
- C.जनपद एवं सत्र न्यायालय में
- D.इनमें से सभी में
Answer: मुख्य रूप से यह प्रावधान सर्वोच्च न्यायालय (अनु. 127) और उच्च न्यायालयों (अनु. 224A) के लिए है, लेकिन जरूरत पड़ने पर अधीनस्थ न्यायालयों में भी अस्थायी नियुक्तियां की जा सकती हैं। इसलिए 'इनमें से सभी' सबसे उपयुक्त उत्तर है।