51. केंद्र और राज्यों के विवादों का समाधान करना सर्वोच्च न्यायालय के जिस क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आता है, वह है -
- A.परामर्शदात्री
- B.अपीलीय
- C.संवैधानिक
- D.प्रारम्भिक
व्याख्या: केंद्र और राज्यों के बीच या राज्यों के आपसी विवादों का निपटारा करना सर्वोच्च न्यायालय का 'प्रारंभिक' या 'मूल' क्षेत्राधिकार (Original Jurisdiction) है, जिसका अर्थ है कि ऐसे मामले सीधे सर्वोच्च न्यायालय में ही शुरू हो सकते हैं।
52. राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अधिनियम 1993 के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन इस आयोग का अध्यक्ष बन सकता है ?
- A.उच्चतम न्यायालय का कोई सेवारत न्यायाधीश
- B.उच्च न्यायालय का कोई सेवारत न्यायमूर्ति
- C.केवल भारत के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति
- D.केवल उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति
व्याख्या: मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 के अनुसार, केवल भारत का कोई सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश ही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) का अध्यक्ष बन सकता है। (नोट: 2019 में इस अधिनियम में संशोधन किया गया है)।
53. निम्नलिखित में से किस मामले को उच्च न्यायालय में प्रत्यक्ष रूप से दाखिल नहीं किया जा सकता है ?
- A.दो अथवा अधिक राज्यों के बीच विवाद
- B.मूल अधिकारों के अतिक्रमण के विरुद्ध मामला
- C.किसी व्यक्ति की सम्पत्ति दूसरे द्वारा बलपूर्वक अधिकृत होने से
- D.उपर्युक्त (a) और (b) दोनों
व्याख्या: दो या अधिक राज्यों के बीच विवाद सर्वोच्च न्यायालय के अनन्य प्रारंभिक क्षेत्राधिकार में आता है। ऐसे मामलों को सीधे उच्च न्यायालय में दाखिल नहीं किया जा सकता।
54. भारतीय संविधान का कौन - सा अनुच्छेद संवैधानिक विवाद में सर्वोच्च न्यायालय के अपीलीय क्षेत्राधिकार से संबंधित है ?
- A.अनुच्छेद 131
- B.अनुच्छेद 132
- C.अनुच्छेद 134A को मिलाकर अनुच्छेद 132 को पढ़ना
- D.अनुच्छेद 134A को मिलाकर अनुच्छेद 133 को पढ़ना
व्याख्या: अनुच्छेद 133 सिविल मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के अपीलीय क्षेत्राधिकार से संबंधित है। अनुच्छेद 134A उच्च न्यायालय को अपील के लिए प्रमाण पत्र देने की प्रक्रिया से संबंधित है। संवैधानिक विवादों में अपील के लिए इन दोनों को मिलाकर पढ़ा जाता है।
55. निम्नलिखित में से किस मुकदमें में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने सर्वप्रथम संविधान के मौलिक लक्षण का सिद्धांत प्रतिपादित किया ?
- A.गोलकनाथ बनाम पंजाब राज्य
- B.केशवनन्द बनाम केरल राज्य
- C.मिनर्वा मिल बनाम भारतीय संघ
- D.वामन बनाम भारतीय संघ
व्याख्या: गोलकनाथ (1967) मामले में पहली बार यह विचार सामने आया कि मौलिक अधिकारों का स्थान सर्वोपरि है और संसद उनमें कटौती नहीं कर सकती। हालांकि, 'मूल ढांचे' का स्पष्ट सिद्धांत केशवानंद भारती (1973) मामले में प्रतिपादित किया गया था।
56. सर्वोच्च न्यायालय के जजों का वेतन किससे आहरित होता है ?
- A.सहायक अनुदान
- B.आकस्मिकता निधि
- C.संचित निधि
- D.लोक लेखा
व्याख्या: सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के वेतन और भत्ते भारत की संचित निधि (Consolidated Fund of India) पर भारित होते हैं, जिस पर संसद में मतदान नहीं होता। यह उनकी स्वतंत्रता सुनिश्चित करता है।
57. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के निर्वाचन में विवाद के मामलों को किसको प्रस्तुत किया जाता है ?
- A.मुख्य निर्वाचन आयुक्त
- B.संसद
- C.भारत का उच्चतम न्यायालय
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: संविधान के अनुच्छेद 71 के तहत, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव से संबंधित सभी विवादों का निपटारा करने का एकमात्र अधिकार भारत के उच्चतम न्यायालय के पास है।
58. भारत का उच्चतम न्यायालय कानूनी तथ्य के मामले में राष्ट्रपति को परामर्श देता है -
- A.अपनी पहल पर
- B.तभी जब वह ऐसे परमार्श के लिए कहता है
- C.तभी जब मामला नागरिकों के मूलभूत अधिकारों से संबंधित हो
- D.तभी जब मामला देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा करता हो
व्याख्या: उच्चतम न्यायालय अपनी पहल पर परामर्श नहीं देता है। अनुच्छेद 143 के तहत, वह केवल तभी परामर्श देता है जब भारत के राष्ट्रपति कानूनी या तथ्यात्मक महत्व के किसी मामले पर उससे परामर्श मांगते हैं।
59. संविधान के व्याख्याकार और संरक्षक कौन हैं ?
- A.राष्ट्रपति
- B.संसद
- C.सर्वोच्च न्यायालय
- D.भारत का महाधिवक्ता
व्याख्या: सर्वोच्च न्यायालय को संविधान का संरक्षक और अंतिम व्याख्याकार माना जाता है। इसका काम यह सुनिश्चित करना है कि देश का शासन संविधान के अनुसार चले।
60. भारत के सर्वोच्च न्यायालय का एक न्यायाधीश कितनी उम्र तक अपने पद पर बना रह सकता है ?
- A.65 वर्ष
- B.60 वर्ष
- C.62 वर्ष
- D.58 वर्ष
व्याख्या: भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष निर्धारित की गई है।