1. भारतीय संविधान के किस किस अनुच्छेद के तहत अनुसूचित जाति एवं जनजाति के सदस्यों को लोकसभा में आरक्षण प्रदान किया गया है ?
- A.अनु. 324
- B.अनु. 330
- C.अनु. 332
- D.अनु. 331
व्याख्या: संविधान का **अनुच्छेद 330** लोकसभा में अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) के लिए उनकी जनसंख्या के अनुपात में सीटों के आरक्षण का प्रावधान करता है।
2. राज्य विधानसभा में आंग्ल-भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं होने पर संबंधित राज्य का राज्यपाल संविधान के किस अनुच्छेद के तहत एक व्यक्ति को सदस्यता के लिए नामांकित कर सकता है ?
- A.अनुच्छेद 330
- B.अनुच्छेद 331
- C.अनुच्छेद 332
- D.अनुच्छेद 333
व्याख्या: **अनुच्छेद 333** के तहत यह प्रावधान था। **नोट:** **104वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2019** द्वारा इस प्रावधान को जनवरी 2020 से समाप्त कर दिया गया है। अब राज्यपाल द्वारा आंग्ल-भारतीय सदस्य का मनोनयन नहीं किया जाता है।
3. भारतीय संविधान के किस भाग में अल्पसंख्यकों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है ?
- A.भाग II
- B.भाग III
- C.भाग IV
- D.भाग V
व्याख्या: संविधान के **भाग III** में मौलिक अधिकारों के अंतर्गत **अनुच्छेद 29 और 30** विशेष रूप से भाषाई और धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रावधान करते हैं, जैसे कि अपनी संस्कृति का संरक्षण और शिक्षण संस्थानों की स्थापना।
4. संविधान की किस अनुसूची में असम, मेघालय, त्रिपुरा तथा मिजोरम राज्यों के अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों के प्रशासन के संबंध में प्रावधान किया गया है ?
- A.चौथी अनुसूची
- B.पांचवीं अनुसूची
- C.छठी अनुसूची
- D.सातवीं अनुसूची
व्याख्या: संविधान की **छठी अनुसूची** विशेष रूप से चार पूर्वोत्तर राज्यों - **असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम** - के जनजातीय क्षेत्रों के प्रशासन के लिए है, जिसमें स्वायत्त जिला परिषदों (Autonomous District Councils) के गठन का प्रावधान है।
5. पूर्वोत्तर भारत के किस राज्य में स्वायत्त जिले की व्यवस्था नहीं है ?
- A.असम
- B.मिजोरम
- C.अरूणाचल प्रदेश
- D.त्रिपुरा
व्याख्या: स्वायत्त जिलों की व्यवस्था छठी अनुसूची के तहत केवल असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में है। **अरुणाचल प्रदेश** और नागालैंड जैसे राज्यों को पांचवीं अनुसूची के अंतर्गत विशेष प्रावधान प्राप्त हैं, लेकिन वहां छठी अनुसूची वाले स्वायत्त जिले नहीं हैं।
6. वर्तमान समय में लोकसभा की 543 सीटों में से कितनी सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है ?
व्याख्या: 2008 के परिसीमन के बाद, वर्तमान में लोकसभा की कुल 543 सीटों में से **84 सीटें अनुसूचित जाति (Scheduled Castes - SC)** के लिए आरक्षित हैं।
7. लोकसभा के निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के प्रतिनिधियों के लिए सुरक्षित निर्वाचन क्षेत्र की भी व्यवस्था है | ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या कितनी है ?
व्याख्या: लोकसभा में अनुसूचित जाति (SC) के लिए **84 सीटें** और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए **47 सीटें** आरक्षित हैं। इस प्रकार, कुल आरक्षित सीटों की संख्या **131 (84 + 47)** है।
8. लोकसभा में आंग्ल-भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं होने पर संविधान के किस अनुच्छेद के तहत राष्ट्रपति उस समुदाय के दो व्यक्तियों को सदस्यता के लिए नामांकित कर सकता है ?
- A.अनु. 330
- B.अनु. 331
- C.अनु. 332
- D.अनु. 333
व्याख्या: **अनुच्छेद 331** के तहत राष्ट्रपति को यह अधिकार था। **नोट:** **104वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2019** द्वारा लोकसभा में आंग्ल-भारतीय सदस्यों के मनोनयन के इस प्रावधान को **समाप्त कर दिया गया है**।
9. संविधान के किस संशोधन द्वारा अनुसूचित जनजातियों के लिए एक पृथक राष्ट्रीय आयोग के गठन का प्रावधान किया गया है ?
- A.84वां
- B.85वां
- C.89वां
- D.92वां
व्याख्या: **89वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2003** ने अनुच्छेद 338 में संशोधन किया और **अनुच्छेद 338-A** को जोड़कर अनुसूचित जनजातियों (ST) के लिए एक अलग **राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग** की स्थापना की।
10. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के तहत अनुसूचित जाति एवं जनजाति के सदस्यों के लिए विधानसभाओं में सीटें आरक्षित प्रदान की गई है ?
- A.अनु. 330
- B.अनु. 331
- C.अनु. 332
- D.अनु. 343
व्याख्या: संविधान का **अनुच्छेद 332** राज्यों की **विधानसभाओं** में अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) के लिए सीटों के आरक्षण का प्रावधान करता है।