41. उस्ताद जाकिर हुसैन को निम्नलिखित में से किस वाद्ययंत्र को बजाने में विशिष्टता प्राप्त है?
- A.A.तबला
- B.B.सितार
- C.C.सरोद
- D.D.संतूर
व्याख्या: उस्ताद जाकिर हुसैन एक विश्व प्रसिद्ध तबला वादक हैं और उन्हें इस वाद्ययंत्र में महारत हासिल है।
42. निमंलिखित में से कौन तंत्री वाद्ययंत्र है?
- A.A.मृदंगम
- B.B.तबला
- C.C.शहनाई
- D.D.संतूर
व्याख्या: संतूर एक तंत्री वाद्ययंत्र है जिसमें कई तार होते हैं और इसे छोटी छड़ों से मारकर बजाया जाता है। मृदंगम और तबला ताल वाद्य हैं, और शहनाई एक सुषिर वाद्य है।
43. यहूदी मेनुहिन का सम्बन्ध किससे है ?
- A.A.वायलिन
- B.B.सितार
- C.C.सरोद
- D.D.पियानो
व्याख्या: यहूदी मेनुहिन 20वीं सदी के सबसे महान वायलिन वादकों में से एक माने जाते हैं।
44. निम्नलिखित में सेकिसका संबन्ध सितार - वादन से नहीं है?
- A.A.अमीर खुसरो
- B.B.रविशंकर
- C.C.उस्ताद अलाउदीन खान
- D.D.अमजद अली खान
व्याख्या: अमजद अली खान एक प्रसिद्ध सरोद वादक हैं। अमीर खुसरो को सितार का जनक माना जाता है, और रविशंकर तथा उस्ताद अलाउदीन खान भी प्रसिद्ध सितार वादक थे।
45. निम्न में से कौन - सा युग्म सही नहीं है ?
- A.A.श्नाहाई - बिस्म्ल्ला खान
- B.B.तबला - सामता प्रसाद
- C.C.म्रिन्द्ग्म- मणि अय्यर
- D.D.बांसुरी - एम. एस. सुब्बलक्ष्मी
व्याख्या: यह युग्म सही नहीं है क्योंकि एम. एस. सुब्बलक्ष्मी एक प्रसिद्ध कर्नाटक गायिका थीं, न कि बांसुरी वादक। अन्य सभी जोड़े सही हैं।
46. अनुष्का रविशंकर किस वाद्ययंत्र से संबंधित है ?
- A.A.सितार
- B.B.सरोद
- C.C.वीणा
- D.D.मोहनवीणा
व्याख्या: अनुष्का शंकर अपने पिता, पंडित रविशंकर की तरह ही एक प्रसिद्ध सितार वादक हैं।
47. मृदंगम होता है -
- A.A.दो मूह वाला ढोल
- B.B.एक प्रकार की बांसुरी
- C.C.एक तार का वाद्य
- D.D.एक मृग
व्याख्या: मृदंगम दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत में इस्तेमाल होने वाला एक ताल वाद्ययंत्र है, जो एक दो-मुंहा ढोल होता है।
48. निम्नलिखित में से कौन बांसुरी बादक है ?
- A.A.पण्डित रविशंकर
- B.B.केलुचरण महापात्र
- C.C.जसराज मोतिराज
- D.D.हरिप्रसाद चौरसिया
व्याख्या: पंडित हरिप्रसाद चौरसिया भारत के सबसे प्रसिद्ध बांसुरी वादकों में से एक हैं।
49. सबसे प्राचीन वाद्ययंत्र कौन सा है -
- A.A.सितार
- B.B.तबला
- C.C.सरोद
- D.D.वीणा
व्याख्या: वीणा को सबसे प्राचीन भारतीय तंत्री वाद्ययंत्र माना जाता है। इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी है और यह देवी सरस्वती का वाद्ययंत्र है।
50. हरिप्रसाद चौरसिया जिनका हाल हि में निधन हो गया , थे एक -
- A.A.प्रवीण वंशी वादक
- B.B.प्रवीण सरोद वादक
- C.C.प्रवीण तबला वादक
- D.D.प्रवीण वायलिन वादक
व्याख्या: पंडित हरिप्रसाद चौरसिया एक विश्वविख्यात बांसुरी (वंशी) वादक हैं। (नोट: प्रश्न में उनके निधन की सूचना गलत है, वे जीवित हैं।)