101. वैदिक नदी कुभा (कावुल) का स्थान कहाँ निर्धारित होना चाहिए-
- A.अफगानिस्तान में
- B.चीनी तुर्किस्तान में
- C.कश्मीर में
- D.पंजाब में
व्याख्या: ऋग्वेद में वर्णित कुभा नदी की पहचान आधुनिक काबुल नदी से की जाती है, जो अफगानिस्तान में बहती है।
102. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I A. शिक्षाB. कल्पसूत्रC. निरुक्तD. छन्दसूची-II1. ध्वनिशास्त्र2. कर्मकाण्ड3. शब्द व्युत्पति शास्त्र / भाषा शास्त्र4. छन्दशास्त्र
- A.A → 1, B → 2, C → 3, D → 4
- B.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
- C.A → 2, B → 1, C → 3, D → 4
- D.A → 4, B → 3, C → 2, D → 1
व्याख्या: यह वेदांगों (वेदों के अंग) और उनके विषयों का सही मिलान है: शिक्षा (ध्वनि), कल्प (कर्मकांड), निरुक्त (शब्द व्युत्पत्ति), और छंद (मात्रा)।
103. 'आदि काव्य' की संज्ञा किसे दी जाती है?
- A.रामायण
- B.महाभारत
- C.गीता
- D.भागवत पुराण
व्याख्या: महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण को संस्कृत साहित्य का प्रथम महाकाव्य माना जाता है, इसलिए इसे 'आदिकाव्य' और वाल्मीकि को 'आदिकवि' कहा जाता है।
104. हरियाणा प्रान्त में चित्रित धूसर मृदभाण्ड (PGW) स्थल किस स्थान पर हाल में किए गए उत्खननों से प्रकाश में आया है ?
- A.आलमगीरपुर
- B.भगवानपुर
- C.हस्तिनापुर
- D.कुरुक्षेत्र
व्याख्या: हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में स्थित भगवानपुरा एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है, जहाँ की खुदाई से चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति के साक्ष्य मिले हैं।
105. वैदिक युग में ‘यव' कहा जाता था
- A.गेहूँ
- B.जौ
- C.चावल
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: वैदिक साहित्य में 'यव' शब्द का प्रयोग जौ (barley) के लिए किया गया है, जो उस समय के लोगों का एक प्रमुख अनाज था।
106. उत्तर-वैदिक संस्कृति का काल किसे माना जाता है?
- A.1500 ई०पू०-1000 ई०पू०
- B.1000 ई०पू०-600 ई०पू०
- C.600 ई०पू०-600 ई०
- D.इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: जिस काल में यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषदों की रचना हुई, उसे उत्तर-वैदिक काल कहते हैं। इसका समय लगभग 1000 ईसा पूर्व से 600 ईसा पूर्व तक माना जाता है।
107. उत्तर-वैदिक काल में किस देवता को सर्वोच्च स्थान प्राप्त था?
- A.प्रजापति
- B.इन्द्र
- C.विष्णु
- D.रुद्र
व्याख्या: उत्तर-वैदिक काल में ऋग्वैदिक देवता इंद्र और अग्नि का महत्व कम हो गया और उनके स्थान पर सृष्टिकर्ता 'प्रजापति' को सर्वोच्च देवता माना जाने लगा।
108. किस रचना में नारी को सुरा और पांसा के साथ तीन प्रमुख बुराइयों में शामिल किया गया है?
- A.मैत्रायणी संहिता
- B.जावाल उपनिषद्
- C.शतपथ ब्राह्मण
- D.छांदोग्य उपनिषद्
व्याख्या: मैत्रायणी संहिता में मनुष्य की तीन मुख्य बुराइयाँ गिनाई गई हैं - सुरा (शराब), पांसा (जुआ) और स्त्री।
109. किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उदित हुयी ?
- A.ऋग्वैदिक काल में
- B.उत्तर- वैदिक काल में
- C.उत्तर गुप्त काल में
- D.धर्मशास्त्र के काल में
व्याख्या: हालांकि वर्ण व्यवस्था उत्तर-वैदिक काल में कठोर हो गई थी, लेकिन अस्पृश्यता या अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से धर्मसूत्र और स्मृतियों (धर्मशास्त्र) के काल में (लगभग 600 ईसा पूर्व के बाद) विकसित हुई।
110. अनुलोम विवाह का अर्थ
- A.उच्च वर्ण पुरुष का निम्न वर्ण नारी के साथ विवाह
- B.निम्न वर्ण पुरुष का उच्च वर्ण नारी के साथ विवाह
- C.उच्च वर्ण पुरुष का उच्च वर्ण नारी के साथ विवाह
- D.निम्न वर्ण पुरुष का निम्न वर्ण नारी के साथ विवाह
व्याख्या: जब उच्च वर्ण का पुरुष अपने से निम्न वर्ण की स्त्री से विवाह करता था, तो इसे 'अनुलोम विवाह' कहते थे। धर्मशास्त्रों में इसे सामाजिक स्वीकृति प्राप्त थी।