111. किस देवता के लिए ऋग्वेद में 'पुरंदर' शब्द का प्रयोग हुआ है?
- A.इंद्र
- B.अग्नि
- C.वरुण
- D.सोम
व्याख्या: 'पुरंदर' का अर्थ है 'किलों को तोड़ने वाला'। यह उपाधि ऋग्वेद में इंद्र देवता को दी गई है, क्योंकि उन्हें आर्यों के शत्रुओं के किलों को नष्ट करने वाला माना जाता था।
112. 'असतो मा सदगमय' कहाँ से लिया गया है?
- A.ऋग्वेद
- B.यजुर्वेद
- C.सामवेद
- D.अथर्ववेद
व्याख्या: यह प्रसिद्ध शांति मंत्र 'असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय' बृहदारण्यक उपनिषद् का हिस्सा है, जो शुक्ल यजुर्वेद से जुड़ा है, लेकिन इसकी मूल भावना ऋग्वैदिक प्रार्थनाओं में निहित है।
113. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (वैदिक नदियाँ)A. कुभाB. पुरुष्नीC. सदानीराD. श्तुद्रीसूची-II (आधुनिक नाम )1. गंडक2. काबुल3. रावी 4. सतलज
- A.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
- B.A → 2, B → 3, C → 1, D → 4
- C.A → 3, B → 4, C → 2, D → 1
- D.A → 4, B → 1, C → 3, D → 2
व्याख्या: यह वैदिक नदियों और उनके आधुनिक नामों का सही मिलान है: कुभा (काबुल), परुष्णी (रावी), सदानीरा (गंडक), और शतुद्री (सतलज)।
114. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :सूची-I (वैदिक नदियाँ)A. कुभाB. पुरुष्नीC. सदानीराD. श्तुद्रीसूची-II (आधुनिक नाम )1. गंडक2. काबुल3. रावी 4. सतलज
- A.A → 1, B → 2, C → 4, D → 3
- B.A → 2, B → 3, C → 1, D → 4
- C.A → 3, B → 4, C → 2, D → 1
- D.A → 4, B → 1, C → 3, D → 2
व्याख्या: यह वैदिक नदियों और उनके आधुनिक नामों का सही मिलान है: कुभा (काबुल), परुष्णी (रावी), सदानीरा (गंडक), और शतुद्री (सतलज)।