61. पछेवड़ा क्या है -
- A. पगड़ी
- B. आभूषण
- C. ओढने वाला मोटा वस्त्र
- D. एक रस्म
व्याख्या: पछेवड़ा सर्दी से बचाव के लिए ओढ़ा जाने वाला एक मोटा सूती या ऊनी वस्त्र (शॉल) होता है।
62. आभूषण, जो सिर पर नहीं पहना जाता -
- A. मेमंद
- B. बोर
- C. रखड़ी
- D. कंदोरा
व्याख्या: कंदोरा कमर का आभूषण है, जबकि मेमंद, बोर (बोरला) और रखड़ी सिर पर पहने जाते हैं।
63. ‘तिमणिया’ नामक आभूषण शरीर के किस अंग पर पहना जाता है -
- A. कान
- B. सिर
- C. नाक
- D. गर्दन
व्याख्या: तिमणिया महिलाओं द्वारा गर्दन में पहना जाने वाला एक प्रसिद्ध हार है।
64. बिरजस या ब्रीचेस वस्त्र है-
- A. पुरुषों का कमर से नीचे का वस्त्र
- B. आदिवासी कन्याओं की ओढ़नी
- C. भील स्त्रियों का घाघरा
- D. कंजर स्त्रियों की ओढ़नी
व्याख्या: बिरजस या ब्रीचेस पुरुषों द्वारा पहना जाने वाला चूड़ीदार पायजामे जैसा एक वस्त्र है जो कमर के नीचे पहना जाता है।
65. ‘कोकरू’ आभूषण शरीर के किस हिस्से में पहना जाता है -
- A. कान में
- B. कलाई में
- C. गर्दन में
- D. दाँत में
व्याख्या: कोकरू कान में पहना जाने वाला एक प्रकार का आभूषण है।
66. थमण्यो, थेड्यो, आड़, ठुस्सी नामक आभूषण महिलाओं द्वारा कहाँ धारण किये जाते हैं -
- A. सिर में
- B. कंठ में
- C. हाथ में
- D. कमर पर
व्याख्या: ये सभी कंठ (गले) में पहने जाने वाले विभिन्न प्रकार के हार या आभूषणों के नाम हैं।
67. ‘मेमंद’ आभूषण पहना जाता है -
- A. भुजा पर
- B. सिर पर
- C. कमर पर
- D. पैरों में
व्याख्या: मेमंद महिलाओं द्वारा सिर पर पहना जाने वाला एक पारंपरिक आभूषण है।
68. भील जनजाति में 'कछावू' कौन पहनता है-
- A. पुरुष
- B. नवयुवक लड़का
- C. बालक
- D. महिलाएँ
व्याख्या: कछावू भील जनजाति की महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला घुटनों तक का एक घाघरा (स्कर्ट) होता है।
69. उदेशशाही, अमरशाही, विजयशाही और शाहजहानी ये सब हैं -
- A. महिलाओं के नवलखां हार के प्रकार
- B. राजस्थानी पगड़ीयों की शैलियां
- C. कैथून में साड़ी बनाने की विधाएं
- D. पैलेस आॅन व्हील्स में उपलब्ध रजवाड़ी शराब के प्रकार
व्याख्या: ये सभी राजस्थान में प्रचलित विभिन्न प्रकार की पगड़ियों की शैलियों के नाम हैं।
70. गोरबन्द आभूषण क्या है-
- A. राजस्थानी महिलाओं द्वारा हाथ में पहनने का
- B. पश्चिमी राजस्थानी महिलाओं द्वारा गले में पहनने का
- C. राजस्थानी महिलाओं के सिर पर पहननें का
- D. ऊँट के गले का
व्याख्या: गोरबंद ऊँट को सजाने के लिए उसके गले में पहनाया जाने वाला एक कलात्मक आभूषण है।