101. सूची-I व सूची-II को सुमेल करते हुए सही उत्तर लिखिए: सूची-I सूची-IIA. गुण भाषा 1. केशवदासB. गुण रूपक 2. वीरभानC. राज रूपक 3. अभयसिंहD. सूरज प्रकाश 4. हेम कविकोड़ : A B C D
- A. 1 3 4 2
- B. 4 1 2 3
- C. 2 4 1 3
- D. 3 1 2 4
व्याख्या: यह प्रश्न विकल्पों के आधार पर त्रुटिपूर्ण है, क्योंकि लेखक और ग्रंथ दोनों दिए गए हैं। सही मिलान लेखकों के साथ होना चाहिए: गुण भाषा - हेम कवि, गुण रूपक - केशवदास, राज रूपक - वीरभान, सूरज प्रकाश - करणीदान। दिए गए विकल्पों में कोई भी पूरी तरह सही नहीं है, लेकिन B सबसे निकट है यदि 'अभयसिंह' को 'करणीदान' का पर्याय माना जाए (क्योंकि सूरज प्रकाश अभयसिंह के काल में लिखा गया)।
102. गिरधर आसियां द्वारा लिखित डिंगल भाषा का ग्रंथ है -
- A. खुमाण रासो
- B. हम्मीर रासो
- C. संगत सिंह रासो
- D. सगत रासो
व्याख्या: गिरधर आसिया ने डिंगल भाषा में 'सगत सिंह रासो' (या संगत रासो) ग्रंथ की रचना की, जिसमें महाराणा प्रताप के भाई शक्ति सिंह का वर्णन है।
103. मोतीलाल मेनारिया के अनुसार वह काव्य ग्रन्थ जिसमें हमें एक राजा की महानता, उनके विजय, युद्ध और वीरता का वर्णन मिलता है कहलाता है:
- A. वेली
- B. विगत
- C. रासो
- D. रूपक
व्याख्या: मोतीलाल मेनारिया जैसे विद्वानों के अनुसार, 'रासो' उन काव्य ग्रंथों को कहा जाता है जिनमें राजाओं की महानता, विजय, युद्ध और वीरता का विस्तृत वर्णन होता है।
104. राणी लक्ष्मीकुमारी चुंडावत री रचना नीं है -
- A. हुंकारो दो सा
- B. धरती रो धीणो
- C. मांझळ रात
- D. कै रे चकवा बात
व्याख्या: 'धरती रो धीणो' नथमल जोशी की रचना है। 'हुंकारो दो सा', 'मांझळ रात' और 'कै रे चकवा बात' लक्ष्मीकुमारी चुंडावत की प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।
105. सुमेलित कीजिए -पुस्तकलेखकअ. हम्मिरायण1.बादरब. वीरमायणा2.मंछराम सेवगस. रघुनाथ रूपक3.दुरसा आढ़ाद. किरतार बावणी4.भाण्डऊ व्यासकूट - अ, ब, स, द
- A. 4, 1, 2, 3
- B. 2, 3, 4, 1
- C. 1, 2, 3, 4
- D. 3, 1, 2, 4
व्याख्या: सही मिलान है: हम्मिरायण - भाण्डऊ व्यास, वीरमायणा - बादर, रघुनाथ रूपक - मंछराम सेवग, किरतार बावणी - दुरसा आढ़ा।
106. 'वेलिक्रसन रूक्मणी री'(इसे पांचवाँ वेद कहा जाता है) की रचना किसने की थी -
- A. लक्ष्मी कुमारी चुण्डावत
- B. पृथ्वीराज राठौड़ ने
- C. मुहणोत नैणसी
- D. केसरी सिंह बारहट
व्याख्या: 'वेलिक्रसन रूक्मणी री' की रचना बीकानेर के राजकुमार पृथ्वीराज राठौड़ ने की थी। इसकी साहित्यिक उत्कृष्टता के कारण इसे 'पांचवां वेद' और '19वां पुराण' कहा जाता है।
107. 'जैसलमेर राज्य का गुंडा शासन' नामक पुस्तक किसने लिखी थी -
- A. सागरमल गोपा ने
- B. गौरीशंकर हीराचंद ओझा ने
- C. सीताराम लालस ने
- D. दलपत विजय ने
व्याख्या: स्वतंत्रता सेनानी सागरमल गोपा ने जैसलमेर रियासत के अत्याचारी शासन को उजागर करने के लिए 'जैसलमेर का गुंडाराज' और 'आजादी के दीवाने' जैसी पुस्तकें लिखीं।
108. संगीत पर लिखे गए निम्नलिखित ग्रंथों में से कौन से राणा कुम्भा द्वारा रचित है -अ. संगीतराजब. संगीत मीमांसास. सूड़ प्रबंधद. रसिक प्रिया
- A. अ, ब
- B. अ, स, द
- C. ब, स, द
- D. अ, ब, स, द
व्याख्या: ये सभी ग्रंथ महाराणा कुंभा द्वारा रचित हैं। 'संगीतराज', 'संगीत मीमांसा' और 'सूड़ प्रबंध' उनके मौलिक ग्रंथ हैं, जबकि 'रसिक प्रिया' जयदेव के 'गीतगोविंद' पर लिखी गई टीका है।
109. ‘हूँ गोरी किण पीव री’ उपन्यास के रचयिता हैं -
- A. विजयदान देथा
- B. यादवेन्द्र शर्मा ‘चन्द्र’
- C. रांगेय राघव
- D. श्रीलाल नथमल
व्याख्या: ‘हूँ गोरी किण पीव री’ एक प्रसिद्ध राजस्थानी उपन्यास है जिसके लेखक यादवेन्द्र शर्मा ‘चन्द्र’ हैं।
110. ‘लीलटांस’, ‘सबद’ एवं ‘निग्र्रंथ’ के लेखक कौन हैं -
- A. कन्हैयालाल सेठिया
- B. चन्द्रसिंह बिरकाली
- C. मेघराज ‘मुकुल’
- D. रेवतदान ‘कल्पित’
व्याख्या: ‘लीलटांस’, ‘सबद’ और ‘निग्र्रंथ’ जैसी प्रसिद्ध काव्य रचनाओं के लेखक आधुनिक राजस्थानी काव्य के अग्रदूत कन्हैयालाल सेठिया हैं।