1. किस लोक कला के निर्माण का पुश्तैनी व्यवसाय केवल चित्तौड़गढ़ जिले के ग्राम बस्सी में ही देखा जाता है -
- A. फड़
- B. सांझी
- C. वील
- D. कावड़
व्याख्या: कावड़ एक मंदिर के आकार की लकड़ी की कलाकृति है। चित्तौड़गढ़ का बस्सी गाँव विशेष रूप से कावड़ बनाने की पारंपरिक कला के लिए जाना जाता है, और यह व्यवसाय यहाँ पीढ़ियों से चला आ रहा है।
2. फड़ कलाकार श्रीलाल जोशी का संबंध है :-
- A. सीकर से
- B. जयपुर से
- C. चूरू से
- D. भीलवाड़ा से
व्याख्या: श्रीलाल जोशी, जिन्हें फड़ चित्रकला में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था, भीलवाड़ा के शाहपुरा क्षेत्र के रहने वाले थे। शाहपुरा फड़ चित्रकला का एक प्रमुख केंद्र है।
3. कौनसा वित्तीय संस्थान राजस्थान के हस्तशिल्प के विकास के लिए उत्तरदायी है -
- A. राजसीको
- B. रिको
- C. राजस्थान वित्त निगम
- D. रिडकोर
व्याख्या: राजसीको (राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड) की स्थापना राज्य में लघु उद्योगों और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने, उन्हें विपणन सहायता प्रदान करने और उनके विकास के लिए की गई थी।
4. ‘चंदूजी का गढ़ा और बोडीगामा’ स्थान किस लिए प्रसिद्ध हैं -
- A. तीर बनाने के लिए
- B. जाजम प्रिंटिंग के लिए
- C. कुंदन कला के लिए
- D. तामचीनी के लिए
व्याख्या: बांसवाड़ा में स्थित 'चंदूजी का गढ़ा' और डूंगरपुर में स्थित 'बोडीगामा', ये दोनों स्थान पारंपरिक रूप से तीर-कमान बनाने की कला के लिए प्रसिद्ध हैं।
5. ‘पिछवाइयाँ’ हस्तशिल्प कला निम्न क्षेत्र से सम्बन्धित है:
- A. बाड़मेर
- B. नाथद्वारा
- C. बागरू
- D. जयपुर
व्याख्या: पिछवाइयाँ कपड़े पर बनी चित्रकारी होती हैं जो भगवान कृष्ण के जीवन के दृश्यों को दर्शाती हैं। यह कला विशेष रूप से राजसमंद के नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर से जुड़ी हुई है।
6. राजसमन्द जिले में स्थित मौलेला गांव किस लोक कला के लिए विख्यात है -
- A. मृणमय मूर्तिकला
- B. काष्ठ कला
- C. वस्त्र छपाई
- D. हस्तनिर्मित कागज
व्याख्या: मौलेला गाँव अपनी टेराकोटा (पकी हुई मिट्टी) की मूर्तियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ के कलाकार पारंपरिक रूप से लोक देवताओं और अन्य आकृतियों की मूर्तियाँ बनाते हैं।
7. ‘उस्ता कला’ के विकास के लिए ‘उस्ता कैमल हाइड केन्द्र’ की स्थापना 1975 ई. में कहाँ की गई थी -
- A. जैसलमेर
- B. बीकानेर
- C. नागौर
- D. बाड़मेर
व्याख्या: उस्ता कला, जो ऊँट की खाल पर सोने की नक्काशी है, बीकानेर की एक प्रसिद्ध कला है। इस कला को बढ़ावा देने के लिए 1975 में बीकानेर में उस्ता कैमल हाइड केंद्र की स्थापना की गई थी।
8. टोड़ियां(ऊंट का बच्च) के मुलायम बालों से बना कपड़ा कहलाता है -
- A. नमडा
- B. बरडा
- C. बाखला
- D. गुदड़ी
व्याख्या: ऊँट के बच्चे (टोड़ियां) के मुलायम बालों का उपयोग करके जो कपड़ा बनाया जाता है, उसे स्थानीय भाषा में 'बाखला' कहा जाता है। यह अपनी गर्माहट और कोमलता के लिए जाना जाता है।
9. निम्नलिखित में से कौन काष्ट कला के प्रसिद्ध कलाकार हैं -
- A. कृपाल सिंह शेखावत
- B. देवी लाल समर
- C. भानु जी महाराज
- D. प्रभात जी सुथार
व्याख्या: प्रभात जी सुथार राजस्थान के एक प्रसिद्ध काष्ठ कलाकार (लकड़ी के शिल्पकार) हैं, जो अपनी उत्कृष्ट लकड़ी की कलाकृतियों और फर्नीचर के लिए जाने जाते हैं।
10. राजस्थान में हस्तशिल्प के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. ब्लू पॉटरी मंगोलियाई कारीगरों द्वारा उत्पन्न हुई थी, जिन्होंने चीनी ग्लेज़िंग तकनीक को फारसी सजावटी कलाओं के साथ जोड़ा।2. ऊंट के चमड़े पर गोल्डन मीनाकारी कार्य को उस्ता कला के रूप में जाना जाता है।बयान में से कौन सा सही है/हैं -
- A. केवल 1
- B. केवल 2
- C. 1 और 2 दोनों
- D. उपरोक्त में से कोई नहीं
व्याख्या: दोनों कथन सही हैं। ब्लू पॉटरी का विकास चीनी और फारसी कलाओं के मिश्रण से हुआ है। उस्ता कला ऊँट के चमड़े पर सोने की मीनाकारी का काम है जो बीकानेर में प्रसिद्ध है।