101. अलवर क्षेत्र की लोकदेवी के रूप में किसे मान्यता प्राप्त है -
- A. सुगाली माता
- B. सचिया माता
- C. जिलाणी माता
- D. लटियाला माता
Answer: जिलाणी माता का मंदिर अलवर जिले के बहरोड़ कस्बे में है और वे इस क्षेत्र की प्रमुख आराध्य देवी हैं।
102. रिखिया, ब्यावले और नेजा निम्न में से किस लोक देवता से संबंधित हैं -
- A. रामदेवजी
- B. पाबूजी
- C. तेजाजी
- D. मल्लीनाथजी
Answer: 'नेजा' रामदेवजी की पचरंगी ध्वजा है, 'ब्यावले' उनके भजन हैं और 'रिखिया' मेघवाल जाति के भक्त होते हैं। ये सभी रामदेवजी से संबंधित हैं।
103. ‘हाली’ द्वारा हल जोतना आरम्भ करते समय जो ‘गोगा राखड़ी’ बांधी जाती है उसमें कितनी गांठे होती हैं -
- A. नौ
- B. पाँच
- C. दो
- D. सात
Answer: किसान हल जोतने से पहले हल और हाली (चालक) दोनों को नौ गांठों वाली 'गोगा राखड़ी' बांधते हैं, जो गोगाजी का प्रतीक है।
104. ऊँटों के देवता के रूप में कौनसे देव लोकप्रिय है-
- A. तेजाजी
- B. पाबूजी
- C. हड़बूजी
- D. मेहाजी
Answer: पाबूजी को मारवाड़ में सबसे पहले ऊँट लाने का श्रेय दिया जाता है, इसलिए उन्हें 'ऊँटों का देवता' कहा जाता है। ऊँट पालने वाली रेबारी जाति उन्हें अपना आराध्य मानती है।
105. राठौड़ राजवंश की कुलदेवी कौन है -
- A. आशापाला
- B. शाकम्भरी
- C. नागनेचीजी
- D. बीजासन
Answer: नागणेची माता राठौड़ वंश की कुलदेवी हैं। उनकी मूर्ति कर्नाटक से लाई गई थी और मुख्य मंदिर नागाणा (बाड़मेर) में है।
106. सेन(नाई) समाज की कुलदेवी के रूप में प्रसिद्ध लोक-देवी कौन हैं -
- A. शीतला माता
- B. आई माता
- C. घेवर माता
- D. नारायणी माता
Answer: अलवर में स्थित नारायणी माता का मंदिर सेन (नाई) समाज की कुलदेवी के रूप में प्रसिद्ध है।
107. लोक देव गोगा जी के पुत्र कौन थे -
- A. केसरिया कुंवर जी
- B. पानराज जी
- C. वीर फत्ता जी
- D. रूपनाथ जी
Answer: केसरिया कुंवर जी को लोक देवता गोगाजी का पुत्र माना जाता है और उन्हें भी सर्प रक्षक देवता के रूप में पूजा जाता है।
108. जाहरपीर के नाम से कौन से लोक देवता को जाना जाता है -
- A. हड़बू जी
- B. गोगा जी
- C. देवनारायण जी
- D. रामदेवजी
Answer: महमूद गजनवी से युद्ध करते समय गोगाजी की वीरता देखकर गजनवी ने उन्हें 'जाहरपीर' (साक्षात पीर) कहा था।
109. करणी माता मंदिर है -
- A. आमेर, जयपुर
- B. देशनोक, बीकानेर
- C. सुरसरा, अजमेर
- D. पोकरण, जैसलमेर
Answer: करणी माता का विश्व प्रसिद्ध मंदिर, जो चूहों के लिए जाना जाता है, बीकानेर जिले के देशनोक नामक स्थान पर स्थित है।
110. रिखिया एवं नेजा निम्नलिखित में से किस लोक देवता से संबंधित हैं -
- A. पाबूजी
- B. तेजाजी
- C. मल्लीनाथजी
- D. रामदेवजी
Answer: 'नेजा' रामदेवजी की ध्वजा है और 'रिखिया' उनके मेघवाल भक्तों को कहा जाता है।
111. राणी सती का मूल नाम क्या था -
- A. जीण देवी
- B. रतना देवी
- C. करणी बाई
- D. नारायणी बाई
Answer: राणी सती, जिनका मंदिर झुंझुनूं में है, का वास्तविक या मूल नाम नारायणी बाई था।
112. मंदिर श्री वीर तेजा जी, जो जोधपुर राज्य के महाराजा अभय सिंह द्वारा बनवाया गया था, राजस्थान के निम्नलिखित में से किस जिले में स्थित है -
- A. प्रतापगढ़
- B. नागौर
- C. जालौर
- D. पाली
Answer: तेजाजी का प्रसिद्ध पशु मेला परबतसर (नागौर) में लगता है। यहाँ के मंदिर का निर्माण जोधपुर के महाराजा अभय सिंह ने करवाया था।
113. तिलवाड़ा का मेला निम्नलिखित किस लोक देवता की स्मृति में भरता है -
- A. संत मावजी
- B. मल्लीनाथजी
- C. देवनारायणजी
- D. वीर फत्ताजी
Answer: बाड़मेर के तिलवाड़ा में लूनी नदी के किनारे लोक देवता मल्लीनाथजी की स्मृति में राजस्थान का सबसे प्राचीन पशु मेला आयोजित होता है।
114. कौन से लोक देवता भूंडेल से थे -
- A. धम्माजी
- B. मल्लीनाथ जी
- C. रामदेवजी
- D. हड़बूजी
Answer: लोक देवता हड़बूजी सांखला का जन्म नागौर के भूंडेल (भुंडेल) गाँव में हुआ था।
115. किस लोक देवता की पत्नी उनकी मृत्यु के बाद सही हो गई -
- A. मल्लीनाथ
- B. हरबूजी
- C. तेजाजी
- D. देवजी
Answer: तेजाजी की मृत्यु का समाचार सुनकर उनकी पत्नी पेमल उनकी चिता के साथ सती हो गईं थीं।
116. किस लोकदेवता की पत्नी ‘सती’ नहीं हुई -
- A. हड़बूजी
- B. गोगाजी
- C. तेजाजी
- D. पाबूजी
Answer: पाबूजी की पत्नी फूलमदे, तेजाजी की पत्नी पेमल और गोगाजी की पत्नी केलमदे सती हुईं थीं, जबकि हड़बूजी ने विवाह नहीं किया था।
117. गायों की रक्षा में अपने प्राणोत्सर्ग करने वालों में कौन प्रसिद्ध है -
- A. तेजाजी
- B. पाबूजी
- C. गोगाजी
- D. ये सभी
Answer: तेजाजी (लाछा गुर्जरी की गायें), पाबूजी (देवल चारणी की गायें) और गोगाजी (अपने मौसेरे भाइयों से गायें), इन सभी ने गायों की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
118. करणी माता का बचपन का नाम था -
- A. करनल बाई
- B. रिदु बाई
- C. करनला
- D. करनल किनियाणी
Answer: करणी माता के बचपन का नाम रिदु बाई (या रिद्धि बाई) था। 'करणी' नाम उन्हें उनकी चमत्कारिक शक्तियों के कारण बाद में मिला।
119. निम्न में से असत्य कथन को पहचानिये -
- A. लोक देवता बाबा रामदेव का जन्म पोकरण के पास रूणिचा ग्राम में हुआ था।
- B. बाबा रामदेव को हिन्दू कृष्ण के अवतार के रूप में और मुस्लिम रामसा पीर के रूप में पूजते हैं।
- C. हाथ में भाला लिए एक घुड़सवार बाबा रामदेव का प्रतीक है।
- D. बाबा रामदेव के मेले में तेरहताली नृत्य विशिष्ट आकर्षण होता है।
Answer: यह कथन असत्य है। रामदेवजी का जन्म बाड़मेर जिले के उण्डूकासमेर गाँव में हुआ था। रूणिचा (जैसलमेर) उनकी समाधि स्थली और कर्मस्थली है।
120. लोकदेवी जीणमाता मंदिर स्थित है -
- A. सीकर
- B. बिलाडा
- C. जालौर
- D. करौली
Answer: जीण माता का प्रसिद्ध मंदिर सीकर जिले के रेवासा गाँव के पास की पहाड़ियों पर स्थित है।
121. ग्वालों के देवता के रूप में विख्यात हैं -
- A. केसरिया कुंवर जी
- B. फत्ता जी
- C. मेहाजी
- D. देव बाबा
Answer: देव बाबा को पशुपालकों, विशेषकर ग्वालों के पालनहार और कष्ट-निवारक देवता के रूप में पूजा जाता है। उनका मुख्य मंदिर नगला जहाज (भरतपुर) में है।
122. लोकदेवता तेजाजी महाराज का पवित्र तीर्थस्थल बांसी दुगारी कहां स्थित है -
- A. नागौर
- B. बूंदी
- C. बीकानेर
- D. झालावाड़
Answer: बांसी दुगारी, जिसे तेजाजी की कर्मस्थली माना जाता है, राजस्थान के बूंदी जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।
123. बिलाडा का संबंध किस लोक देवी से है -
- A. सकराय माता
- B. करणी माता
- C. आई माता
- D. जीण माता
Answer: आई माता, जो रामदेवजी की शिष्या थीं, का मुख्य मंदिर जोधपुर के बिलाड़ा में स्थित है। वे सीरवी समाज की कुलदेवी हैं।
124. जैसलमेर के नरेश कुलदेवी के रूप में किस देवी की पूजा करते थे -
- A. करणी माता
- B. स्वांगिया
- C. अन्नपूर्णा
- D. नागणेची
Answer: स्वांगिया माता जैसलमेर के भाटी राजवंश की कुलदेवी हैं। आवड़ माता को ही स्वांगिया माता का अवतार माना जाता है।
125. चुरू जिले के ददरेवा ग्राम से सम्बंधित हैं -
- A. पाबूजी
- B. गोगाजी
- C. हरभूजी
- D. देवनारायणजी
Answer: ददरेवा, जो चुरू जिले में है, लोक देवता गोगाजी का जन्म स्थान है। इसे 'शीर्षमेड़ी' भी कहते हैं।