126. कामडिया पंथ की स्थापना किसने की -
- A. हड़बू जी
- B. तेजा जी
- C. रामदेव जी
- D. मल्लिनाथ
Answer: लोक देवता रामदेवजी ने छुआछूत और सामाजिक भेदभाव को मिटाने के लिए कामड़िया पंथ की शुरुआत की थी।
127. निम्नलिखित कुलदेवी को उनके संबंधित राजवंश से मिलान कीजिए - कुलदेवीराजवंश1. स्वांगिया माताक. नाडोल के चौहान2. करणी माताख. खंगारोट3. ज्वाला माताग. चारण4. आशापुरा माता घ. भाटी
- A. 1-क, 2-ख, 3-ग, 4-घ
- B. 1-ख, 2-ग, 3-घ, 4-क
- C. 1-घ, 2-ग, 3-ख, 4-क
- D. 1-घ, 2-ख, 3-ग, 4-क
Answer: सही मिलान है: स्वांगिया माता - भाटी राजवंश, करणी माता - चारणों की आराध्य देवी (और बीकानेर के राठौड़ों की), ज्वाला माता - खंगारोट राजवंश, आशापुरा माता - नाडोल के चौहान।
128. मुस्लिम समाज में ‘रामसा पीर’ के रूप में कौन से लोक देवता प्रसिद्ध हैं -
- A. मल्लिनाथजी
- B. राम जनकजी
- C. रामदेवजी
- D. पाबूजी
Answer: रामदेवजी हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक हैं। हिन्दू उन्हें कृष्ण का अवतार मानते हैं, जबकि मुस्लिम उन्हें 'रामसा पीर' के रूप में पूजते हैं।
129. “लोक देवता कल्लाजी राठौड़ की समाधि” कहां स्थित है -
- A. चित्तौड़गढ़
- B. गागरोण दुर्ग
- C. मेहरानगढ़
- D. कुंभलगढ़
Answer: कल्लाजी राठौड़ चित्तौड़गढ़ दुर्ग में अकबर की सेना से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे, और उनकी समाधि (छतरी) चित्तौड़गढ़ दुर्ग में ही स्थित है।
130. देवनारायणजी का मुख्य पूजा स्थल _____ में स्थित है -
- A. आसींद
- B. श्रीनगर
- C. परबतसर
- D. भिनाय
Answer: देवनारायणजी का मुख्य पूजा स्थल भीलवाड़ा जिले के आसींद में है, जो उनका जन्म स्थान भी माना जाता है।
131. तल्लीनाथजी का मंदिर स्थित है -
- A. पांचोटा गांव, जालौर
- B. कोलूमंड गांव, जोधपुर
- C. नगला जहाज, भरतपुर
- D. बठोठ-पटोदा गांव, सीकर
Answer: लोक देवता तल्लीनाथजी का मंदिर जालौर जिले के पांचोटा गाँव में स्थित है। उन्हें प्रकृति प्रेमी देवता के रूप में भी जाना जाता है।
132. सुमेलित कीजिए :लोक देवता मुख्य तीर्थस्थलi. तल्लीनाथ A. पाँचोटा गाँव (जालौर)ii. तेजाजी B. परबतसर (नागौर)iii. देवनारायणजी C. कोलू गाँव (फलौदी)iv. पाबूजी D. आसींद (भीलवाड़ा)सही कूट चुनिए -
- A. A-i, B-ii, D-iii, C-iv
- B. A-i, B-ii, C-iii, D-iv
- C. B-I, A-ii, D-iii, C-iv
- D. C-I, D-ii, A-iii, B-iv
Answer: यह मिलान सही है: तल्लीनाथजी का तीर्थस्थल पांचोटा (जालौर) है, तेजाजी का परबतसर (नागौर) है, देवनारायणजी का आसींद (भीलवाड़ा) है और पाबूजी का कोलू गांव (फलौदी) है।
133. राजस्थान के किस लोक देवता को 'लक्ष्मण का अवतार' माना जाता है?
- A. पाबू जी
- B. हडबू जी
- C. रामदेव जी
- D. तेजा जी
Answer: लोक मान्यताओं के अनुसार, पाबूजी को भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण का अवतार माना जाता है।
134. करणी माता की इष्ट देवी थी -
- A. रूपण माता
- B. सचिया माता
- C. तेमड़ाराय देवी
- D. तनोटिया देवी
Answer: करणी माता स्वयं एक पूजनीय देवी हैं, लेकिन उनकी इष्ट देवी तेमड़ा राय देवी थीं।
135. ‘कामडिया पंथ’ के संस्थापक कौन थे -
- A. संत रामदेव
- B. संत धन्ना
- C. संत पीपा
- D. संत रामचरण
Answer: संत और लोक देवता रामदेवजी ने सामाजिक समानता का संदेश देने के लिए 'कामड़िया पंथ' की स्थापना की थी।
136. गोगाजी का जन्म स्थान ____ है।
- A. कोलू
- B. कोलायत
- C. ददरेवा
- D. माल्लानी
Answer: लोक देवता गोगाजी का जन्म चुरू जिले के ददरेवा नामक स्थान पर चौहान वंश में हुआ था।
137. “ब्राह्मणी माता का मंदिर” स्थित है -
- A. धौलपुर
- B. उदयपुर
- C. कोटा
- D. बाराँ
Answer: ब्राह्मणी माता का मंदिर बारां जिले के सोरसन गाँव में स्थित है। यह एकमात्र मंदिर है जहाँ देवी की पीठ की पूजा होती है।
138. चिरजां क्या है-
- A. देवी की पूजा, आराधना में गाये जाने वाले पद व गीत
- B. पति के वियोग में गाया जाने वाला गीत
- C. लोक देवता की धातु की बनी प्रतिकृति जो भक्त गले में पहनते हैं।
- D. गरासिया परिवार की कुल देवी
Answer: चिरजां लोक देवियों, विशेषकर करणी माता की स्तुति में गाए जाने वाले भक्ति गीत हैं, जो अक्सर चारण कवियों द्वारा रचे और गाए जाते हैं।
139. करणी माता राजस्थान के किस राजवंश की कुलदेवी है -
- A. चौहान वंश
- B. कच्छवाहा वंश
- C. राठौड़ वंश
- D. सीसोदिया वंश
Answer: करणी माता बीकानेर के राठौड़ शासकों की आराध्य देवी (इष्टदेवी) हैं। जोधपुर के राठौड़ों की कुलदेवी नागणेची माता हैं।
140. हाड़ाओं की कुल देवी है-
- A. डाढ़ देवी
- B. आशापुरा माता
- C. नीमज माता
- D. ब्रह्माणी माता
Answer: कोटा और बूंदी के हाड़ा चौहान राजवंश की कुलदेवी आशापुरा माता हैं।
141. तेजाजी के जन्मस्थल का नाम है -
- A. ददरेवा
- B. खड़नाल(खरनाल)
- C. आसींद
- D. कोलू
Answer: वीर तेजाजी का जन्म नागौर जिले के खरनाल (या खड़नाल) नामक गाँव में हुआ था।
142. ‘कामड़िया पंथ’ के संस्थापक कौन थे -
- A. संत पीपा जी
- B. संत धन्ना जी
- C. संत रामदेव जी
- D. संत रामचरण जी
Answer: संत रामदेव जी ने सामाजिक समरसता के लिए कामड़िया पंथ की स्थापना की थी, जिसके अनुयायी सभी जातियों के लोग हैं।
143. निम्नलिखित संयोजनों का मिलान कीजिये - लोक देवता प्रसिद्ध घोड़ीA. रामदेव जी 1. लीलाB. गोगा जी 2. नीली घोड़ीC. तेजा जी 3. लीलनD. पाबू जी 4. केसर कालमी
- A. A-1, B-2, C-3, D-4
- B. A-3, B-4, C-1, D-2
- C. A-2, B-1, C-4, D-3
- D. A-4, B-3, C-1, D-2
Answer: सही मिलान है: रामदेवजी का घोड़ा लीला (हरा), गोगाजी की नीली घोड़ी, तेजाजी की घोड़ी लीलण और पाबूजी की घोड़ी केसर कालमी थी।
144. कोलू गांव किस लोक देवता से संबंधित है -
- A. देवनारायण जी
- B. तल्लीनाथ जी
- C. रामदेव जी
- D. पाबूजी
Answer: कोलू गाँव (या कोलूमंड), जो फलौदी (जोधपुर) में है, लोक देवता पाबूजी का जन्म स्थान और मुख्य पूजा स्थल है।
145. सांभर झील में निम्न में से किस देवी का मंदिर स्थित है-
- A. कुंजल माता
- B. शीला देवी
- C. बवन देवी
- D. शाकम्भरी माता
Answer: शाकम्भरी माता, जो चौहानों की कुलदेवी हैं, का एक प्रसिद्ध मंदिर सांभर झील के पास स्थित है।
146. लोक देवता हरभूजी का मुख्य मन्दिर कहाँ स्थित है -
- A. साबला में
- B. सामलिया में
- C. कोलू में
- D. बेंगटी में
Answer: पंचपीरों में से एक, हड़बूजी का मुख्य मंदिर फलौदी के पास बेंगटी गाँव में है। यहाँ उनकी गाड़ी की पूजा होती है।
147. पोखरण के कुख्यात भैरव के प्रबल उत्पादों का समूल विनाश करने वाले थे -
- A. रामदेवजी
- B. तेजाजी
- C. गोगाजी
- D. भूरिया बाबा
Answer: लोककथाओं के अनुसार, रामदेवजी ने अपने बाल्यकाल में पोकरण क्षेत्र को भैरव नामक एक क्रूर तांत्रिक के आतंक से मुक्त कराया था।
148. उस राजा का क्या नाम था जिसे हड़बूजी ने आशीर्वाद देते हुए अपना खंजर भी उपहार में दिया था -
- A. राव जोधा
- B. राव सातल
- C. राव सूजा
- D. राव मालदेव
Answer: हड़बूजी ने राव जोधा को मंडोर विजय का आशीर्वाद दिया था और उन्हें एक कटार (खंजर) भेंट की थी। विजय के बाद, जोधा ने उन्हें बेंगटी गाँव भेंट किया।
149. प्लेग रक्षक एवं ऊंटों के देवता के रूप में प्रसिद्ध लोक देवता है -
- A. देवनारायण जी
- B. पाबूजी
- C. गोगाजी
- D. रामदेवजी
Answer: पाबूजी को ऊँटों का देवता माना जाता है और साथ ही उन्हें प्लेग जैसी बीमारियों से बचाने वाले रक्षक देवता के रूप में भी पूजा जाता है।
150. लोकदेवता रामदेवजी ने किस सन् में जीवित समाधि ली थी -
- A. 1468 ई.
- B. 1448 ई.
- C. 1458 ई.
- D. 1438 ई.
Answer: रामदेवजी ने भाद्रपद शुक्ल एकादशी, विक्रम संवत 1515 (1458 ईस्वी) को रामसरोवर (रूणिचा) में जीवित समाधि ली थी।