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राजस्थान के प्रमुख संत एवं सम्प्रदाय

Rajasthan Arts and Culture - राजस्थान के प्रमुख संत एवं सम्प्रदाय
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251. निम्नलिखित संतों में से कौन जन्म से मुसलमान था -
  • A. मावजी
  • B. हरिदास
  • C. लालदास
  • D. चरणदास
Answer: संत लालदास का जन्म मेवात क्षेत्र के एक मुस्लिम (मेव) परिवार में हुआ था।
252. किण संतरी वाणियां रो संग्रे ‘अणभै वाणी’ रै नांव सूं जाण्यो जावै -
  • A. चरणदास जी
  • B. दीन दरवेश
  • C. पीपाजी
  • D. श्री रामचरण जी
Answer: रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक संत श्री रामचरण जी की शिक्षाओं और वाणियों के संग्रह को 'अणभै वाणी' के नाम से जाना जाता है।
253. निम्न में से किसने जयपुर में नाथों का प्रभाव समाप्त कर रामानंदी भक्ति परंपरा स्थापित की -
  • A. अग्रदासजी
  • B. कील्हदासजी
  • C. विट्ठलदासजी
  • D. पयहारी स्वामी
Answer: पयहारी स्वामी ने गलता (जयपुर) में शास्त्रार्थ (धार्मिक बहस) में नाथ योगियों को पराजित कर वहां रामानंदी सम्प्रदाय की गद्दी स्थापित की।
254. संत पीपाजी का जन्म स्थान निम्न में से कौन सा है -
  • A. गागरोन
  • B. कतरियासर
  • C. पीपासर
  • D. बिलाड़ा
Answer: संत पीपाजी का जन्म झालावाड़ के गागरोन किले में हुआ था, जहाँ वे संत बनने से पहले राजा थे।
255. पुस्तक  “अनुभव वाणी” में निम्नलिखित में से किसके आध्यात्मिक शिक्षण निहित हैं -निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
  • A. संत मावजी
  • B. महर्षि नवलराम
  • C. राम चरण
  • D. संत राणाबाई
Answer: 'अनुभव वाणी' या 'अणभै वाणी' रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक संत रामचरण जी की शिक्षाओं का संग्रह है।
256. हरे वृक्षों की रक्षा के लिए किस सम्प्रदाय को जाना जाता है -
  • A. विश्नोई
  • B. रामस्नेही
  • C. निरंजनी
  • D. लालदासी
Answer: विश्नोई सम्प्रदाय, जिसकी स्थापना संत जांभोजी ने की थी, अपने प्रकृति प्रेम और हरे पेड़ों तथा वन्यजीवों की रक्षा के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
257. जाम्भोजी ने अपने शरीर का त्याग किस स्थान पर किया था -
  • A. पीपासर
  • B. सम्भराथल
  • C. लालासर
  • D. गोरखमालिया
Answer: संत जांभोजी ने बीकानेर की लालासर साथरी में अपना शरीर त्यागा था, जबकि उनकी समाधि मुकाम में है।
258. जसनाथी पंथ के प्रसिद्ध अग्नि नृत्य की उत्पत्ति राजस्थान के किस स्थान से हुई -निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें:
  • A. बाड़मेर
  • B. जयपुर
  • C. बूंदी
  • D. बीकानेर
Answer: अग्नि नृत्य की उत्पत्ति जसनाथी पंथ के मुख्य केंद्र कतरियासर में हुई, जो बीकानेर जिले में है।
259. निम्न में से किसने गुरू गोरखनाथ से दीक्षा ली थी -
  • A. जाम्भो जी
  • B. संत पीपा
  • C. दादू दयाल
  • D. संत चरणदास
Answer: परंपरा के अनुसार, विश्नोई सम्प्रदाय के संस्थापक संत जांभोजी ने महान योगी गुरु गोरखनाथ से दीक्षा प्राप्त की थी।
260. राजस्थान के वे प्रसिद्ध सन्त जिन्होंने यह लिखा था कि ‘ईश्वर नित्य है, सर्वोपरि है, मनुष्य वासनाओं का दास है’ -
  • A. मीराबाई
  • B. सुन्दरदासजी
  • C. लालदासजी
  • D. रैदासजी
Answer: यह दार्शनिक विचार संत रैदास (रविदास) की शिक्षाओं का हिस्सा है, जो ईश्वर की परम सत्ता और मानवीय कमजोरियों पर जोर देते थे।
261. सम्राट अकबर ने किस संत को फतेहपुर सीकरी में आमंत्रित किया था -
  • A. हरिदास जी
  • B. दादू दयाल जी
  • C. रज्जब जी
  • D. नामदेव जी
Answer: सम्राट अकबर ने 1585 ई. में संत दादू दयाल जी को आध्यात्मिक विषयों पर चर्चा के लिए फतेहपुर सीकरी आमंत्रित किया था।
262. सलेमाबाद में निम्बार्कचार्य पीठ की स्थापना किसने की -
  • A. हरिव्यास देव
  • B. परशुराम देव
  • C. नारायण देव
  • D. हरिवंश देव
Answer: निम्बार्काचार्य सम्प्रदाय की प्रधान पीठ की स्थापना सलेमाबाद (अजमेर) में परशुराम देव द्वारा की गई थी।
263. ‘जोधपुर का महामन्दिर’ उपासना स्थल है -
  • A. दादू संप्रदाय का
  • B. बिश्नोई संप्रदाय का
  • C. रामस्नेही संप्रदाय का
  • D. नाथ संप्रदाय का
Answer: जोधपुर का महामंदिर नाथ सम्प्रदाय का एक प्रमुख उपासना स्थल है, जिसे महाराजा मानसिंह ने बनवाया था।
264. रामस्नेही सम्प्रदाय री प्रधान पीठ कठीने है -
  • A. मुकाम (नागौर)
  • B. शाहपुरा (भीलवाड़ा)
  • C. नरैणा (जयपुर)
  • D. अलवर
Answer: रामस्नेही सम्प्रदाय की प्रधान पीठ (मुख्य गद्दी) भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में स्थित है।
265. राजस्थान रा प्रसिद्ध संत धन्ना भगत कठे रा हा -
  • A. धुवन (टोंक)
  • B. गागरोन (झालावाड)
  • C. आसपुर (डूंगरपुर)
  • D. देवली (उदयपुर)
Answer: प्रसिद्ध संत धन्ना भगत, जो रामानंद के शिष्य थे, टोंक जिले के धुवन गाँव के रहने वाले थे।
266. दादू दयाल के अनुयायियों में से कौन सा समूह खानाबदोश जीवन जीता था -
  • A. खालसा
  • B. विरक्त
  • C. स्थानधारी
  • D. खाकी
Answer: दादूपंथ की 'विरक्त' शाखा के अनुयायी गृहस्थ जीवन त्याग कर साधु बन जाते थे और घूम-घूम कर दादूजी की शिक्षाओं का प्रचार करते थे, यानी खानाबदोश जीवन जीते थे।
267. परनामी सम्प्रदाय के प्रवर्तक हैं-
  • A. रामदास
  • B. प्राणनाथ जी
  • C. जाम्भोजी
  • D. हरिदास
Answer: परनामी सम्प्रदाय की स्थापना महामति प्राणनाथ जी ने की थी, जिनकी शिक्षाएं 'कुलजम स्वरूप' नामक ग्रंथ में संकलित हैं।
268. संत लालदास के संम्बन्ध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए एवं निम्नांकित में से सही विकल्प चुनिए :A. संत लालदास आजीवन अविवाहित रहे।B. संत लालदास की मृत्यु के पश्चात् उनके समाधि स्थान पर मन्दिर का निर्माण करवाया गया।
  • A. केवल A सत्य है।
  • B. केवल B सत्य है।
  • C. A और B दोनों सत्य हैं।
  • D. A और B दोनों असत्य हैं।
Answer: कथन A असत्य है क्योंकि संत लालदास गृहस्थ संत थे, उनका विवाह हुआ था और उनके बच्चे भी थे। कथन B सत्य है।
269. निम्न में से वल्लभ सम्प्रदाय की “पुष्टिमार्ग शाखा” का प्रमुख केन्द्र कौन-सा रहा है -
  • A. नाथद्वारा
  • B. बूंदी
  • C. जयपुर
  • D. अलवर
Answer: नाथद्वारा स्थित श्रीनाथजी का मंदिर वल्लभ सम्प्रदाय की पुष्टिमार्ग शाखा का सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण केंद्र है।
270. निम्नांकित में से कौन सा दादू पंथ से सम्बन्धित नहीं है -
  • A. नरैना
  • B. अर्णभवाणी
  • C. अलख दरीबा
  • D. दादूखोल
Answer: 'अर्णभवाणी' (अणभै वाणी) रामस्नेही सम्प्रदाय का ग्रंथ है। नरैना (मुख्य पीठ), अलख दरीबा (सत्संग स्थल) और दादूखोल (गुफा) दादू पंथ से संबंधित हैं।
271. किस लोकसंत के समाधि स्थल पर उनकी पत्नी की याद में ‘भंवरी ओढ़नी’ हमेशा चढ़ी रहती है -
  • A. जसनाथ जी
  • B. जांभोजी
  • C. लालदासजी
  • D. पीपाजी
Answer: कतरियासर में संत जसनाथ जी की समाधि पर उनकी पत्नी कालालदे की याद में हमेशा एक 'भंवरी ओढ़नी' चढ़ाई जाती है।
272. संत धन्ना की गुफा जहाँ संत धन्ना जी ने तपस्या की थी -
  • A. टोडारायसिंह (टोंक)
  • B. समदड़ी (बाड़मेर)
  • C. ओसियाँ (जोधपुर)
  • D. भीनमाल (जालौर)
Answer: संत धन्ना जी ने टोंक जिले के टोडारायसिंह के पास एक गुफा में तपस्या की थी, जो आज भी एक पूजनीय स्थल है।
273. संत मीराबाई का जन्मस्थान, ‘कुड़की’, वर्तमान में राजस्थान के किस जिले में है -
  • A. उदयपुर
  • B. चित्तौड़गढ़
  • C. राजसमंद
  • D. ब्यावर
Answer: राजस्थान में नए जिलों के गठन के बाद, मीराबाई का जन्मस्थान कुड़की गाँव अब ब्यावर जिले के अंतर्गत आता है (पहले यह पाली जिले में था)।
274. संत जांभोजी का जन्म स्थल कौनसे जिले में है -
  • A. जोधपुर
  • B. जैसलमेर
  • C. नागौर
  • D. बीकानेर
Answer: विश्नोई सम्प्रदाय के संस्थापक संत जांभोजी का जन्म नागौर जिले के पीपासर गाँव में हुआ था।
275. सूची-I का सूची-II से मिलान कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए –सूची-I (संत)I. रामानुज II. माधवाचार्यIII. निम्बार्कIV. वल्लभाचार्यसूची-II (सम्प्रदाय)(A)शुद्धाद्वैत(B)द्वैताद्वैत(C)विशिष्टाद्वैत(D) द्वैत कूट
  • A. I – (C), II – (D), III – (B), IV – (A)
  • B. I – (D), II – (C), Ill – (B), IV – (A)
  • C. I – (A), II – (B), Ill – (C), IV – (D)
  • D. I – (C), II – (B), Ill – (D), IV – (A)
Answer: यह दार्शनिकों और उनके मतों का सही मिलान है: रामानुज - विशिष्टाद्वैत, माधवाचार्य - द्वैत, निम्बार्क - द्वैताद्वैत, वल्लभाचार्य - शुद्धाद्वैत।