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राजस्थान के प्रमुख संत एवं सम्प्रदाय

Rajasthan Arts and Culture - राजस्थान के प्रमुख संत एवं सम्प्रदाय
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276. राजस्थान के किस सन्त द्वारा ‘सत्यभामाजी नुं रूसण’ की रचना की गयी -
  • A. रामदासजी
  • B. दादू दयालजी
  • C. दरियावजी
  • D. मीराबाई
Answer: 'सत्यभामाजी नुं रूसण' (सत्यभामा का रूठना) संत-कवयित्री मीराबाई द्वारा रचित एक प्रसिद्ध भक्ति रचना है।
277. राजस्थान के कौन से प्रसिद्ध संत बीकानेर में कातरियासर से संबंधित हैं -
  • A. हरिदास
  • B. सिद्ध जसनाथ
  • C. जांभोजी
  • D. दरियावजी
Answer: सिद्ध जसनाथ जी जसनाथी सम्प्रदाय के संस्थापक हैं, जिनकी मुख्य गद्दी बीकानेर के कतरियासर में है।
278. सलेमाबाद में निम्बार्काचार्य पीठ के संस्थापक कौन थे -
  • A. नारायण देव
  • B. हरिवंश देव
  • C. हरिव्यास देव
  • D. परशुराम देव
Answer: सलेमाबाद में निम्बार्क सम्प्रदाय की प्रधान पीठ की स्थापना परशुराम देव जी ने की थी।
279. ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के गुरु का नाम बताइए ।
  • A. ख्वाजा उस्मान हारूनी
  • B. अब्दुल कादिर जिलानी
  • C. ख्वाजा कुतुबुद्दीन
  • D. निजामुद्दीन औलिया
Answer: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के आध्यात्मिक गुरु (पीर) ख्वाजा उस्मान हारूनी थे, जो चिश्ती परंपरा के एक प्रमुख सूफी संत थे।
280. रामस्नेही संप्रदाय की प्रधान पीठ कहां है -
  • A. समराथल
  • B. शाहपुरा
  • C. सलेमाबाद
  • D. भीलवाडा
Answer: रामस्नेही सम्प्रदाय की मुख्य या प्रधान पीठ भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में स्थित है।
281. ‘संत भूरी बाई अलख’ का कार्यक्षेत्र था-
  • A. मारवाड़
  • B. मेवाड़
  • C. वागड़
  • D. गोडवाड़
Answer: संत भूरी बाई अलख एक प्रसिद्ध महिला संत थीं, जिन्होंने मुख्य रूप से मेवाड़ क्षेत्र (उदयपुर और आसपास) में अपनी आध्यात्मिक गतिविधियाँ कीं।
282. निम्न में से बिश्नोई सम्प्रदाय के संस्थापक कौन हैं -
  • A. जसनाथजी
  • B. जाम्भोजी
  • C. लालदास
  • D. कबीर
Answer: विश्नोई सम्प्रदाय की स्थापना संत जांभोजी ने की थी, जिन्होंने अपने अनुयायियों को 29 नियम दिए।
283. नारी संत दयाबाई शिष्य थी -
  • A. संत चरणदास की
  • B. संत निम्बार्काचार्य की
  • C. संत रैदास की
  • D. संत रामचरण की
Answer: महिला संत दयाबाई, सहजोबाई के साथ, संत चरणदास की प्रमुख शिष्या थीं।
284. मावजी के अनुयायी उन्हें विष्णु  का ‘____’ मानते हैं।
  • A. कल्कि अवतार
  • B. मत्स्य अवतार
  • C. वामन अवतार
  • D. वराह अवतार
Answer: निष्कलंक सम्प्रदाय के संस्थापक संत मावजी के अनुयायी उन्हें भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार, यानी 'कल्कि अवतार' मानते हैं।
285. रामस्नेही सम्प्रदाय की शाहपुरा शाखा के संस्थापक थे -
  • A. प्राणनाथ जी
  • B. रामदेव जी
  • C. दरियाव जी
  • D. रामचरण जी
Answer: रामस्नेही सम्प्रदाय की मुख्य शाखा, जिसकी प्रधान पीठ शाहपुरा में है, के संस्थापक संत रामचरण जी थे।
286. सुमेलित कीजिए-सम्प्रदाय(a) चरणदासी(b) अलखिया(c) गूदड़(d) नवलप्रमुख पीठ (गद्दी)(i) जोधपुर(ii) बीकानेर(iii) दिल्ली(iv) दाँतड़ा (भीलवाड़ा)कूट –
  • A. a-(iv), b-(i), c-(ii), d:(iii)
  • B. a-(12, b-(ii), c-(iii). d-(iv)
  • C. a-(i), b-(jii), c-(iv),d-(ii)
  • D. a-(iii), b-(ii), c-(iv), d-(i)
Answer: सम्प्रदायों और उनकी प्रमुख पीठों का सही मिलान है: चरणदासी - दिल्ली, अलखिया - बीकानेर, गूदड़ - दाँतड़ा (भीलवाड़ा), नवल - जोधपुर।
287. धन्ना भगत के गुरु कौन थे
  • A. कबीर
  • B. नानक
  • C. रामानंद
  • D. नामदेव
Answer: धन्ना भगत, जो एक जाट किसान थे, भक्ति आंदोलन के महान संत रामानंद के शिष्य थे।
288. निम्नलिखित में से किस संत को पर्यावरण के प्रति लगाव के कारण पर्यावरणविद् भी कहा जाता है?
  • A. जसनाथजी
  • B. धन्ना
  • C. पीपा
  • D. जम्भोजी
Answer: संत जांभोजी को उनके द्वारा दिए गए पेड़ों और जानवरों की रक्षा संबंधी उपदेशों के कारण एक पर्यावरणविद् या पर्यावरण वैज्ञानिक माना जाता है।
289. राजस्थान  में वल्लभ सम्प्रदाय की प्रमुख पीठ स्थित है -
  • A. नाथद्वारा
  • B. जैसलमेर
  • C. कोटा
  • D. जयपुर
Answer: राजस्थान में वल्लभ सम्प्रदाय (पुष्टिमार्ग) की सबसे प्रमुख पीठ नाथद्वारा (राजसमंद) में है, जहाँ श्रीनाथजी का मंदिर है।
290. संत लालदास के सम्बन्ध में कौन सा तथ्य असत्य है -
  • A. ‘लालदास की वाणी’ नामक ग्रन्थ दो भागों में विभाजित है।
  • B. इनका जन्म मेवात प्रदेश में हुआ था।
  • C. ये शादीशुदा थे।
  • D. 1688 ई. में इनका देहान्त हुआ।
Answer: यह तथ्य असत्य है। संत लालदास का निधन 1648 ई. में हुआ था, न कि 1688 ई. में। अन्य सभी तथ्य सही हैं।
291. कौनसा कूट सुमेलित नहीं है -लोक सन्त - जन्म वर्ष
  • A. मीरा - 1498 ई.
  • B. दादू दयाल - 1544 ई.
  • C. सन्त जसनाथ जी - 1482 ई.
  • D. सन्त चरणदास जी - 1503 ई.
Answer: यह युग्म सुमेलित नहीं है क्योंकि संत चरणदास जी का जन्म 1703 ई. में हुआ था। अन्य संतों के जन्म वर्ष सही हैं।
292. निम्न स्थानों में से संत रैदास का जन्म स्थान कौन सा है -
  • A. जयपुर
  • B. बनारस
  • C. भीलवाड़ा
  • D. मथुरा
Answer: मीराबाई के गुरु माने जाने वाले संत रैदास (रविदास) का जन्म बनारस (वाराणसी) के पास सीर गोवर्धनपुर में हुआ था।
293. दादूपंथ में सत्संग स्थल कहलाता है
  • A. मुक्ति धाम
  • B. अलख दरीबा
  • C. चौपड़ा
  • D. रामद्वार
Answer: दादूपंथी अनुयायियों का सत्संग या प्रार्थना स्थल 'अलख दरीबा' कहलाता है।
294. सन्त मीराबाई का जन्म स्थान ‘कुड़की’ वर्तमान में राजस्थान के किस जिले में स्थित है -
  • A. उदयपुर
  • B. चित्तौड़गढ़
  • C. राजसमंद
  • D. पाली
Answer: (पुराने जिला विभाजन के अनुसार) संत मीराबाई का जन्मस्थान कुड़की गाँव पाली जिले में स्थित था।
295. उस युग्म को चुनिए जिसके दोनों संत रामानंद के शिष्य थे -
  • A. दादू एवं धन्ना
  • B. दादू एवं पीपा
  • C. दादू एवं रज्जब
  • D. धन्ना एवं पीपा
Answer: संत धन्ना (एक जाट किसान) और संत पीपा (एक राजपूत राजा), दोनों ही रामानंद के प्रमुख शिष्य थे। दादू और रज्जब रामानंद के शिष्य नहीं थे।
296. ‘श्री कृष्णः शरणं गमः’ मंत्र किस सम्प्रदाय का है-
  • A. रामस्नेही
  • B. गौडिय
  • C. वल्लभ
  • D. वैष्णव
Answer: यह मंत्र वल्लभाचार्य द्वारा स्थापित वल्लभ सम्प्रदाय (पुष्टिमार्ग) का मूल मंत्र है, जिसका अर्थ है 'मैं भगवान श्री कृष्ण की शरण में जाता हूँ'।
297. निम्न में से रामस्नेही सम्प्रदाय की सिंहथल शाखा के संस्थापक कौन थे  -
  • A. दरियाव जी
  • B. रामचरण जी
  • C. हरि रामदास जी
  • D. रामदास जी
Answer: रामस्नेही सम्प्रदाय की सिंहथल (बीकानेर) शाखा की स्थापना संत हरि रामदास जी ने की थी।
298. राजस्थान में ‘ऊंदरिया पंथ’ किनमें प्रचलित है -
  • A. मीणाओं में
  • B. सहरियों में
  • C. भीलों में
  • D. गरासियों में
Answer: ऊंदरिया पंथ राजस्थान के दक्षिणी भाग में भील जनजाति के लोगों द्वारा माना जाने वाला एक स्थानीय पंथ है।
299. सहजो बाई के गुरू कौन थे -
  • A. रामचरण
  • B. लालदास
  • C. चरणदास
  • D. सुंदरदास
Answer: प्रसिद्ध महिला संत सहजो बाई, संत चरणदास की शिष्या थीं। उन्होंने 'सहज प्रकाश' नामक ग्रंथ की रचना की।
300. जसनाथजी को कतरियासर, बीकानेर के पास किस शासक ने भूमि दान में दी -
  • A. बलबन
  • B. मुहम्मद बिन तुगलक
  • C. सिकन्दर लोदी
  • D. बाबर
Answer: दिल्ली के सुल्तान सिकंदर लोदी संत जसनाथजी के चमत्कारों से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने जसनाथजी को कतरियासर में भूमि दान की।